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हरियाणा की जनता ने केजरीवाल के अरमानों पर लगा दिया झाड़ू

दिल्ली और पंजाब में सरकार चला रहे केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में भी बड़ा गांव खेला था और 90 में से 88 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन लगता है कि हरियाणा के लोगों को आम आदमी पार्टी के सारे दावे झूठ लगते हैं। शायद यही वजह है कि चुनावी परिणामों हरियाणा के जनता ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अरमानों पर झाड़ू चला दिया है।
हरियाणा की जनता ने केजरीवाल के अरमानों पर लगा दिया झाड़ू
हरियाणा और जम्मू कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम अब लगभग लगभग सामने आ चुके हैं। अगर बात राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा की करें तो हरियाणा में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी जीत की हैट्रिक लगाते हुए दिखाई दे रही है। खबर लिखे जाने तक बीजेपी बहुमत के जादुई आंकड़े को पार करते हुए 49 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है जबकि कांग्रेस 35 सीटों पर और अन्य 6 सीटों पर आगे चल रहे हैं। हालांकि दिल्ली और पंजाब में सरकार चला रहे केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में भी बड़ा गांव खेला था और 90 में से 88 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन लगता है कि हरियाणा के लोगों को आम आदमी पार्टी के सारे दावे झूठ लगते हैं। शायद यही वजह है कि चुनावी परिणामों हरियाणा के जनता ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अरमानों पर झाड़ू चला दिया है।


दरअसल, हरियाणा विधानसभा चुनाव में हाई वोल्टेज प्रचार अभियान चलाने वाले दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ' हरियाणा की मिट्टी का बेटा'के रूप में खुद को पेश किया था और इसी हिंदी भाषा राज्य में उन्हें अब निराशा हाथ लगी है। खबर लिखे जाने तक जो रुझान सामने आए हैं उसमें आम आदमी पार्टी का खाता खुलता हुआ भी नहीं दिख रहा है। विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के सभी उम्मीदवार या तो चौथे नंबर पर चल रहे हैं या तो उससे पीछे। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों की जमानत बच जाए वह भी शायद मुश्किल ही है। बताते चले की राजधानी दिल्ली के बाद पंजाब में अपनी सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी हरियाणा की राजनीति में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही थी। चुनाव प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल ने भी इस बात का दावा किया था कि उनकी पार्टी के सहयोग के बिना कोई भी डाल हरियाणा में सरकार बनाने में सफल नहीं होगी लेकिन जिस सांप से चुनावी आंकड़े निकाल के सामने आ रहे हैं वह कुछ और कहानी बयां कर रहे हैं फिलहाल आम आदमी पार्टी को दो प्रतिशत वोट भी इस चुनाव में मिलता हुआ नहीं दिख रहा है। 

 हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ चुनावी मैदान में उतरने वाली थी लेकिन सीट बंटवारे को लेकर जब बात नहीं बनी तो आम आदमी पार्टी ने 88 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसी तरह 2019 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने राज्य की 46 सीट पर चुनाव लड़ा था जिसमे सभी सीटों पर पार्टी की बड़ी हार हुई थी। 


स्वामी मालीवाल ने कसा तंज

हरियाणा के नतीजे सामने आने के बाद जैसे आप को बड़ी हार किलती दिखी तो उनकी ही पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल। ने बिना नाम लिए एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा "सिर्फ कांग्रेस से बदला लेने के लिए हरियाणा में उतरे। मुझपे BJP के एजेंट होने के झूठे आरोप लगाए, खुद आज इंडिया एयरलाइंस से गद्दारी करके INC का वोट काट रहे हैं! सब छोड़ो, विनेश फोगाट तक को हराने के लिए प्रत्याशी उतारा। क्यों ऐसा हाल आ गया है कि अपने गृह राज्य में जमानतें नहीं बचा पा रहे ? अभी भी वक्त है, अहंकार छोड़ो,धुंधली आंखों से पर्दा हटाओ, ड्रामा मत करो और जनता के लिए काम करो।"

गौरतलब है कि दिल्ली के कथित शराब नीति घोटाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद वो हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए कई चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए लेकिन जनता ने केजरीवाल की सारी बातों को चुनाव में नक दिया।
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