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PIA विवाद: पाकिस्तान में जाकिर नाइक के विवादित बयान पर बवाल, जानिए क्या है वजह

इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) पर दिए गए अपने विवादित बयान के लिए माफी मांगी है। नाइक ने अपने बयान में PIA के अतिरिक्त सामान शुल्क का मज़ाक उड़ाया था, जिससे पाकिस्तान में नाराज़गी बढ़ी। हालांकि, माफी के बावजूद नाइक को भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
PIA विवाद: पाकिस्तान में जाकिर नाइक के विवादित बयान पर बवाल, जानिए क्या है वजह
इस्लामाबाद: पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) को लेकर अपने विवादास्पद बयान पर भगोड़े इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने सार्वजनिक माफी मांगी है। नाइक ने पाकिस्तान यात्रा के दौरान अतिरिक्त बैगेज चार्ज को लेकर पीआईए का उपहास उड़ाया था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी तीखी आलोचना शुरू हो गई। नाइक ने पीआईए के सीईओ से बैगेज छूट की मांग की थी, जिसे अस्वीकार कर दिया गया। इस पर उन्होंने सार्वजनिक रूप से पीआईए की आलोचना की, जिसके बाद पाकिस्तान में उनका विरोध और ज्यादा बढ़ गया है।

नाइक ने कराची में अपने एक व्याख्यान के दौरान कहा था, "मैं पाकिस्तान आ रहा था। हमारा सामान 1000 किलोग्राम था। मैंने पीआईए के सीईओ से बात की। स्टेशन मैनेजर ने मुझसे कहा कि वह मेरे लिए कुछ भी करने को तैयार है। मैंने जवाब दिया, 'मेरे पास 500 से 600 किलोग्राम अतिरिक्त सामान है।' उन्होंने मुझे 50 प्रतिशत छूट की पेशकश की। मैंने उनसे साफ कह दिया कि या तो सामान मुफ्त में ले जाने दें या बात को यहीं खत्म करें।"

उन्होंने कहा, "भारत में मुझे मुफ्त में छोड़ दिया जाता है, क्योंकि वे मुझे देखते ही 1000-2000 किलोग्राम का सामान माफ कर देते हैं। और यहां पाकिस्तान में, जहां मैं सरकार का अतिथि हूं और मेरे वीजा पर 'राज्य अतिथि' की मुहर लगी है, सीईओ मुझे 50 प्रतिशत की छूट दे रहे हैं। मुझे बहुत निराशा हुई। मैंने उनसे कहा कि मुझे आपकी छूट नहीं चाहिए... मुझे बुरा लग रहा है, लेकिन यह सच है, पाकिस्तान में यही स्थिति है।" नाइक की इस टिप्पणी से जनता में गुस्सा फैल गया और सोशल मीडिया पर उन्हें खूब निशाना बनाया गया। पाकिस्तान की जनता और कई प्रभावशाली हस्तियों ने नाइक की मांग को अनुचित और गैर-इस्लामिक बताया।

सोशल मीडिया पर एक पाकिस्तानी कंटेंट क्रिएटर ने लिखा, "जो कोई भी जाकिर नाइक को बुलाता है, कृपया उसे दोबारा न बुलाएं। असली इस्लामी उपदेशक कभी भी ऐसी विशेष सुविधाओं की मांग नहीं करते।" इसके बाद पत्रकार अबसा कोमल ने भी नाइक की आलोचना की और कहा कि वह महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक विचार रखते हैं और इस्लामी शिक्षा का गलत उपयोग करते हैं। अवसा कोमल ने आगे कहा कि "राज्य को समझदार लोगों को आमंत्रित करना चाहिए, हमारे पास पहले से ही सड़कों पर घूमने वाले ऐसे बहुत से लोग हैं। ये रॉन्ग नंबर है!"

हालांकि इन आलोचनाओं के बीच नाइक ने एक कार्यक्रम के दौरान दर्शकों से कहा, "यदि मेरे शब्दों से मेरे पाकिस्तानी भाइयों को असुविधा हुई है तो मैं ईमानदारी से माफी मांगता हूं।" हालांकि, भारत में नाइक पर धार्मिक उग्रवाद फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हुए हैं, जिससे उनका विवादित व्यक्तित्व और गहरा होता जा रहा है। पाकिस्तान में उनके दौरे के बाद से ही विवादों का सिलसिला जारी है, और लोग उन्हें इस्लाम के वास्तविक प्रतिनिधि के रूप में नहीं देख रहे हैं।

इस पूरी घटना ने नाइक की छवि पर गहरा प्रभाव डाला है, और पाकिस्तान में उनके भविष्य के दौरे पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। जनता की आलोचना के बावजूद, कुछ लोग नाइक के विचारों के समर्थक बने हुए हैं, जिससे यह मुद्दा और अधिक जटिल हो गया है। 

इस घटना से यह साफ है कि जाकिर नाइक के बयानों का असर पाकिस्तान और अन्य देशों में बड़े स्तर पर देखा जा रहा है। ऐसे विवादित बयान धार्मिक नेताओं और उपदेशकों की जिम्मेदारी को लेकर गंभीर सवाल उठाते हैं, और समाज को इसके प्रति सतर्क रहना चाहिए।
Source: IANS
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