हिन्दुत्व की बजाय जाति के पिच पर खेलना संघ को कहीं भारी न पड़ जाए
हिन्दू एकता और राष्ट्र निर्माण की बातें करने वाला संघ जाति पर बात करने पर मजबूर हुआ। इतना ही नहीं । केरल के पलक्कड़ में संघ ने जातिगत जनगणना का समर्थन भी किया है ।क्या संघ भी राजनीतिक हितों को ध्यान में रककर ही लक्ष्य तय करने लगा है ?