BJP शासित राज्यों के CM की बैठक में PM का कमाल, एजेंडा सेट
पीएम मोदी के साथ BJP शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रीयों की मुख्यमंत्री परिषद की बैठक हुई। इस बैठक में कई मुद्दों पर विचार हुआ। और यूपी में चल रही अंतरकलह पर भी फुलस्टॉप लग गया।
Narendra Modi : देश में प्रधानमंत्री Narendra Modi एक ऐसी दमदार शक्सियत है। जिनका सिर्फ नाम ही काफी है। बात चुनाव जीतने की हो। या फिर किसी पार्टी को उनका असली चेहरा दिखाने की। पीएम मोदी अपने सुलझी हुई रणनीति। प्रभावी बातचीत। और दृढ संकल्प की वजह से जाने जाते है। अगर बीजेपी की कोई रणनीति सफलता को प्राप्त करती है तो उसका सिर्फ एक कारण है।वो है PM मोदी ।
लोकसभा में जीतने। लगातार तीन बार NDA की सरकार बनाने। और तीसरी बार पीएम बनने के बाद। अब नरेंद्र मोदी। औऱ उनकी पूरी सेना विधानसभा के चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए कमर कस चुकी है।महाराष्ट्र से लेकर जम्मू कश्मीर तक। झारखंड से लेकर हरियाणा तक को भेदन का प्लान तैयार हो चुका है। बैठके हो रही है।समीक्षा की जा रही है।औऱ उसके बाद उसपर काम कर उसका रिजल्ट निकाला जा रहा है।
पीएम मोदी के साथ BJP शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रीयों की मुख्यमंत्री परिषद की बैठक हुई। इस बैठक में कई मुद्दों पर विचार किया गया। और खास कर चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने को लेकर रणनीति बनाई गई।इस बैठक में ।
राज्यों में योजनाओं की समीक्षा । राज्य में शासन के तीरके । केंद्र सरकार की पहल के क्रियान्वयन ।पर चर्चा हुई। बता दें कि तीसरी बार पीएम बनने के बाद मोदी ने ये बैठक पहली बार की। औऱ राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की। इस बैठक में पीएम मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों का साफ साफ शब्दों में कह दिया है। कि हर एक नेता अपने राज्य में योजनाओं की समीक्षा करें। राज्य में शासन के तरीकों में सुधार करने समेत कई दिशा निर्देश दिए।
इस बैठक में सभी का ध्यान एक राज्य पर फोकस रहा। वो था Uttar Pradesh। यूपी में चल रहें सियासी उठापटक से हर को वाकिफ है। राजनीतिक गलियारों में सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच चल रही खींचतान ।और BJP के अंदर चल रही कलह से विपक्ष को फायदे की खबर भी आम हो गई है। UP राजनीतिक पार्टियों के लिए एक ऐसा राज्य है। जिसके आस पास ही देश की राजनीति घुमती रहती है।और ऐसे में अंतर कलह किसी भी पार्टी के लिए घातक हो जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए। पीएम मोदी ने यूपी के नेताओं को दो टूक में कहा है कि आपस में सामंजस्य और समन्वय बना कर चलें। अब चाहे कोई भी हो। कितना ही बड़ा नेता हो।लेकिन BJP में पीएम मोदी से आगे कुछ नहीं। पीएम मोदी से बड़ा कुछ नहीं। इसलिए जब मोदी ने कह दिया। तो योगी हो। मौर्या हो या पाठक हो। तीनों को हामी भरनी ही पड़ी। खबर ये भी सामने आ रही है। कि अब संकेत मिल चुके है कि यूपी में संगठन और सरकार में बदलाव होगा। सरकार में कुछ मंत्रियों के विभाग से लेकर प्रदेश संगठन में बदलाव होगा। और कुछ नए चेहरे भी जोड़े जा सकते है।
फरवरी के बाद जुलाई के अंत में मुख्यमंत्री परिषद की बैठक हुई है। कई मुद्दों पर चर्चा हुई। और कई सवालों के जवाब दिए गए। संगठन की मजबूती और विधानसभा चुनाव में जीत की हुंकार BJP की तरफ से भर दी गई है। अब जो बीसाद बिछा है। उससे विपक्षीयों की टेंशन जरूर बढ़ गई है।