‘बुल्डोजर बाबा’ Yogi के समर्थन में उतरे PM Modi, अब क्या करेंगी बुल्डोजर विरोधी Priyanka Gandhi ?
एक तरफ जहां ममता सरकार बुल्डोजर एक्शन के बारे में सोच भी नहीं सकती। तो वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार आरोपी की अवैध संपत्ति पर बुल्डोजर चलाने में जरा भी देर नहीं लगाती है।योगी सरकार और ममता सरकार में यही बड़ा फर्क है और ये फर्क इसलिये है क्योंकि दिल्ली में बैठी मोदी सरकार महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करती। यही वजह है कि खुद पीएम मोदी ने सभी राज्य सरकारों को खुली छूट देते हुए कह दिया है कि हॉस्पिटल हो, स्कूल हो या फिर कोई भी जगह हो, महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों का पूरा हिसाब होना चाहिए।
जब दिल्ली की सत्ता संभाल रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार पर इतने सख्त हों और अपराधियों को तगड़ा सबक सिखाने की हुंकार भर रहे हों तो फिर भला उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाल रहे सीएम योगी आदित्यनाथ कैसे पीछे रह सकते हैं। उन्होंने तो पुलिस को खुली छूट दे दी है कि जिसने भी बहन बेटियों के साथ दुष्कर्म किया या फिर किसी तरह का कोई अत्याचार किया उसे किसी भी कीमत पर बख्शा ना जाए। यही वजह है कि अयोध्या में सपाई नेता मोईद खान पर एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगा तो। योगी सरकार की पुलिस ने सबसे पहले उसे दबोच कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। तो वहीं दूसरी तरफ उसकी बेकरी और आलीशान कॉम्प्लेक्स को बुल्डोजर से रौंदने में भी जरा भी देर नहीं लगाई।
बहन बेटियों पर अत्याचार करने वाले आरोपियों पर योगी सरकार बुल्डोजर चलवाती है तो कांग्रेस के पेट में दर्द होने लगता है। तभी तो कांग्रेस की कद्दावर नेता प्रियंका वाड्रा एक लंबे चौड़े ट्वीट में बुल्डोजर एक्शन का विरोध करते हुए कहती हैं कि।
अगर कोई किसी अपराध का आरोपी है तो उसका अपराध और उसकी सजा सिर्फ अदालत तय कर सकती है। लेकिन आरोप लगते ही आरोपी के परिवार को सजा देना, उनके सिर से छत छीन लेना, कानून का पालन न करना, अदालत की अवहेलना करना, आरोप लगते ही आरोपी का घर ढहा देना- यह न्याय नहीं है। यह बर्बरता और अन्याय की पराकाष्ठा है, कानून बनाने वाले, कानून के रखवाले और कानून तोड़ने वाले में फर्क होना चाहिए, सरकारें अपराधी की तरह व्यवहार नहीं कर सकतीं, कानून, संविधान, लोकतंत्र और मानवता का पालन सभ्य समाज में शासन की न्यूनतम शर्त है, जो राजधर्म नहीं निभा सकता, वह न तो समाज का कल्याण कर सकता है, न ही देश का, बुल्डोजर न्याय पूरी तरह अस्वीकार्य है, यह बंद होना चाहिए।
प्रियंका गांधी को लगता है कि योगी सरकार निर्दोष लोगों पर बुल्डोजर चलवाती है। जबकि खुद सीएम योगी चैलेंज देकर कहते हैं कि एक भी निर्दोष मुस्लिम बता दे कि मैं निर्दोष था मेरे साथ अन्याय हुआ है, कोई नहीं बोल सकता और फिर कोर्ट तो सबके लिए खुली है।
मोईद खान जैसे दुष्कर्म के आरोपी के खिलाफ या फिर किसी गुंडे बदमाश और माफियाओं के खिलाफ योगी सरकार बुल्डोजर की कार्रवाई करती है तो। प्रियंका गांधी इस पर सवाल उठाते हुए, बुल्डोजर एक्शन बंद करने की मांग करती हैं।