PM Modi ने ली सदन में एंट्री, किसी ने नहीं लगाए जय श्री राम के नारे
सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैसे ही एंट्री की वैसे ही उन्हें उम्मीद थी कि जय श्री राम का नारा लगेगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। कहा जा रहा है कि अब पीएम के लिए चीजे पहले जैसी नहीं रही।
PM Modi : वो ज़माना अब चला गया जब पीएम मोदी को देखते ही जय श्री राम के नारे लगने शुरू हो जाया करते थे। यक़ीं नहीं होता तो संसद के विशेष सत्र के पहले दिन की कार्रवाही ही देख लीजिए, जहां पर पीएम को देखा तो सबने लेकिन किसी एक सांसद ने जय श्री राम का नारा नहीं लगाया। आपको याद होगा लोकसभा चुनावों से ठीक पहले तक PM Modi तो क्या बीजेपी का कोई भी नेता कहीं भी चला जाए। कहीं भी कोई बात हो जाए ।विपक्ष कोई भी मुद्दा उठा दे, इधर बीजेपी के समर्थकों की तरफ़ से एक ही नारा गूंजने लगता जय श्री राम !
लेकिन चुनावों के बाद पहली बार संसद के विशेष सत्र के दौरान पहले दिन सदन में पहुंचे पीएम मोदी के लिए माहौल पहले जैसा नहीं दिखा। पीएम को देखने के बाद किसी भी सांसद ने जय श्री राम के नारे नहीं लगाए। ना ही संसद में हर बार की तरह मोदी मोदी गूंजा। दिलचस्प बात ये है कि इस बार सदन में सत्ता पक्ष के साथ साथ विपक्ष के नज़ारे भी पूरी तरह से बदले बदले रहे। जाहिर है INDIA गठबंधन का प्रदर्शन इस बार के चुनावों में अच्छा रहा है तो विपक्षी दलों के नेताओं में ख़ासा जोश है।
दूसरी तरफ 240 सीटें लाने वाली बीजेपी सांसदों में वो पहले जैसा जोश नहीं दिखाई दिया। मतलब ये समझ लीजिए कि दोनों पक्षों के लिए हालात जज़्बात दोनों बदले हुए थे। जिस वक़्त मोदी शपथ ले रहे थे उस इक्का दुक्का सांसद ने जरुर मोदी मोदी कहा लेकिन विपक्षी सांसद मज़बूती से अपनी अपनी जगह पर खड़े होकर संविधान की कॉपी लहराते हुए नज़र आए। जरा सुनिए पीएम ने किस तरह से नए संसद भवन में तीसरी बार सांसद बनने के बाद कैसे शपथ ली।
हालांकि साल 2019 का नजारा पीएम मोदी के लिए बिलकुल बदला हुआ था।जिस वक़्त सदन में पीएम ने एंट्री की थी उस वक़्त ना सिर्फ़ जय श्री राम बल्कि भारत माता की जय भी गूंज रहा था, वो गूंज इस बार सुनाई नहीं दी। पिछली लोकसभा में वो लगभग 7 मिनट बोले थे इस बार उनका बयान 15 मिनट का रहा। दिलचस्प बात तो ये भी रही कि इस बार पीएम विपक्ष की तरफ़ नहीं गए बल्कि अपनी सीट से खड़े होकर ही हाथ जोड़कर प्रणाम कर दिया।
सोशल मीडिया पर मोदी को लेकर कहा जा रहा है कि सदन में ये उनकी बेइज़्ज़ती से कम नहीं कि जहां एक तरफ़ उनके नाम के जयकारे लगते थे तो वहीं अब हालात बदल गए जज़्बात बदल गए।