अमेरिका में गरजे PM मोदी ने दुनिया को समझया AI का मतलब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय दौरे पर अमेरिका में है जहाँ उन्होंने कई देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता में शामिल हुए तो वही उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कई अहम बातें बोली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंचे हुए है। PM मोदी ने इस दौरे में जहाँ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से भी मुलाक़ात की इसके साथ ही कई अन्य कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री शामिल हुए। प्रधानमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी का ये अमेरिका का 9वां दौरा है। ऐसे में अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों ने PM मोदी का भव्य स्वागत किया। न्यूयॉर्क के नासाऊ कोलिज़ियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मोदी एंड अमेरिका'नामक कार्यक्रम में भारतवंशियों को सम्बोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अपना नमस्ते लोकल नहीं बल्कि ग्लोबल है। अपने भाषण में PM मोदी ने कई ऐसी बातें भी बोली जिस लोगों ने जमकर तालियां बजाई। आइए आपको भी बताते है अपनी रिपोर्ट में कि आख़िर PM मोदी ने अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों के सामने कौन-कौन सी बातें रखी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए अमेरिकी यात्रा पर है। इस दौरान कई देशों के राष्ट्रध्यक्षों के साथ PM मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता भी की। इससे पहले PM मोदी जैसे ही अमेरिका पहुंचे तो वहाँ की सड़क से लेकर तमाम कार्यक्रम स्थल तक वहाँ मौजूद भारतीय मूल के लोगों ने PM मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। PM मोदी ने भी लॉन्ग आइलैंड में नासाउ कोलिज़ीयम में प्रवेश करते समय भारतीय प्रवासियों का अभिवादन किया।
तमाम विविधता के बावजूद हम एक होकर आगे बढ़ रहे
AI for me is also America-India. The scope of our friendship is unlimited. pic.twitter.com/b2bMacZtkI
— Narendra Modi (@narendramodi) September 23, 2024
न्यूयॉर्क के नासाऊ कोलिज़ियम में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,' 'मैं हमेशा से आपके सामर्थ्य को, भारतीय प्रवासियों के सामर्थ्य को समझता रहा हूं। जब मेरे पास कोई सरकारी पद नहीं था तब भी समझता था और आज भी समझता हूँ, आप सब मेरे लिए हमेशा से भारत के सबसे मज़बूत ब्रांड एंबेसडर रहे है इसलिए मैं आप सबको राष्ट्रदूत कहता है। आपने अमेरिका को भारत से और भारत को अमेरिका से कनेक्ट किया।' PM मोदी ने जैसे हाई इन बातों को बोला को वहाँ मौजूद लोगों ने PM मोदी के लिए मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे। इसके आगे PM मोदी ने यह भी कहा कि 'आप सभी भले ही सात समुंदर दूर आए है लेकिन कोई समुंदर इतना गहरा नहीं की जो आपको भारत से दूर कर सके हम जहां जाते हैं वहां सबको परिवार मानकर उनसे घुल-मिल जाते हैं। हम उस देश के वासी हैं जहां सैकड़ों भाषाएं और सैकड़ों बोलियां हैं, दुनिया के सभी धर्म और आस्थाएं हैं और फिर भी हम एकजुट होकर आगे बढ़ रहे हैं।'
पुष्प (PUSHP) की इन पांच पंखुड़ियों को मिलाकर ही हमें विकसित भारत बनाना है… pic.twitter.com/6uEnN142MI
— Narendra Modi (@narendramodi) September 23, 2024
PM मोदी ने अमेरिका में बताया क्या है AI का मतलब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में अमेरिका और भारत की बढ़ती दोस्ती और साझेदारी का जिक्र करते हुए AI का मतलब समझाते हुए कहा कि, "दुनिया के लिए AI का मतलब है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, लेकिन मैं मानता हूं कि AI का मतलब है- 'अमेरिकन-इंडियन', अमेरिका-इंडिया यह जज़्बा है और वही दुनिया का AI पावर है।" इसके साथ ही भारतीय समुदाय के लोगों को PM मोदी ने देश की प्रगति से अवगत करते हुए यह भी बताया कि "आपको एक शब्द 'पुष्प' याद रहेगा 'पुष्प', मैं इसे इस प्रकार परिभाषित करता हूं 'पी' से प्रगतिशील भारत, 'यू' से अजेय भारत, 'एस' से आध्यात्मिक भारत, 'एच' से मानवता प्रथम को समर्पित भारत और 'पी' से समृद्ध भारत। 'पुष्प' की सभी पांच पंखुड़ियां को मिलाकर ही हम विकसित भारत बनाएंगे।"
मेड इन इंडिया वाली चीप अमेरिका में भी जल्द दिखेगी
PM मोदी ने अपने संबोधन में लोगों को 'मोदी की गारंटी'देते हुए यह भी कहा कि वो दिन अब दूर नहीं जब मेड इन इंडिया वाली चीप अमेरिका में भी दिखेगी। यह छोटी सी चिप विकसित भारत की उड़ान को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। PM मोदी ने कहा भारत रुकने वाला है, भारत अब थमने वाला नहीं है, भारत चाहता है दुनिया में ज्यादा से ज्यादा डिवाइस मेड इन इंडिया चिप पर चलें. हमने सेमिकंडक्टर सेक्टर को भी भारत की तेज ग्रोथ का आधार बनाया है।
PM मोदी ने कहा भारत सबसे समान रिश्ते लेकर आगे बढ़ रहा
PM मोदी ने अपने संबोधन में भारत का अन्य देशों से रिश्तों का भी ज़िक्र किया, उनहोनें कहा कि ""भारत के लिए शक्ति और सामर्थ्य का अर्थ है- ज्ञानाय, दानय और चरक्षणाय, भारत के लिए शक्ति और सामर्थ्य का अर्थ है - ज्ञान बांटने के लिए है, धन देखभाल के लिए है और शक्ति सुरक्षा के लिए है।" इसके आगे उन्होंने यह भी बताया कि "आज हमारी साझेदारी पूरी दुनिया के साथ बढ़ रही है. पहले भारत सबसे समान दूरी की नीति पर चलता था,अब भारत सबसे समान नजदीकी की नीति पर चल रहा है।