250 ग्राम आलू और गुटखे के 10 रुपये के लिए बुलाई Police फिर देखिये क्या हुआ ?
कभी ढाई सौ ग्राम आलू के लिए बुला ली पुलिस तो वहीं अब दस रुपये के गुटखे के लिए बुला ली पुलिस तो देखिये योगी की पुलिस ने किया क्या ‘इलाज’ !
उत्तर प्रदेश की सत्ता जबसे योगी आदित्यनाथ ने संभाली है। बड़े से बड़े गुंडे। बदमाशों और माफियाओं की कमर तोड़ने का काम लगातार जारी है। कहीं सरेआम गौ तस्करों को ठोक दिया जाता है। तो कहीं बड़े से बड़े गुंडों का एनकाउंटर कर दिया जाता है। इसीलिये खुद कभी योगी आदित्यनाथ ने शोहदों को चेतावनी देते हुए कहा था कि। अगर किसी ने भी बहन बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया तो अगले चौराहे पर यमराज उसका इंतजार करेंगे।
योगी ने यूं ही नहीं कहा था अगले चौराहे पर शोहदों का इंतजार यमराज कर रहा होगा। ये बात सीएम योगी को भी पता है कि चौक चौराहे पर पुलिस मुस्तैद है।जिसका सबसे बड़ा उदाहरण उस वक्त देखने को मिला जब महज गुटखे के दस रुपये के लिए तुरंत एक फोन पर योगी की पुलिस पहुंच गई।
दरअसल ये मामला उत्तर प्रदेश के जिला हरदोई का है। जहां सांडी थाना इलाके में जितेंद्र नाम का एक दिव्यांग शख्स दुकान चलाता है। और करीब डेढ़ साल पहले उसकी दुकान से संजय नाम के एक युवक ने दस रुपये का गुटखा लिया था। लेकिन धीरे धीरे डेढ़ साल बीत गये उसने गुटखे के दस रुपये उसे नहीं दिये। फिर क्या था। दुकानदार ने पुलिस को बुलाने के लिए सीधे 100 नंबर डायल कर दिया। जिससे आरोपी इतना डर गया कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही दुकानदार को दस रुपये लौटा दिये। हालांकि तब तक पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी। और जब पूछताछ की तो पता चला दस रुपये की वसूली के लिए पुलिस को फोन किया गया था।
एक छोटे दुकानदार के लिए दस रुपये भी बड़ी कीमत होती है। ये बात शायद पुलिस भी अच्छी तरह से समझती है। इसीलिये दिव्यांग दुकानदार ने दस रुपये के लिए सीधे सौ नंबर डायल कर पुलिस को बुलाया तो पुलिस वालों ने भी डांटने-फटकारने की बजाए उसकी पूरी मदद की। वैसे ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले हरदोई में ही एक युवक ने ढाई सौ किलो आलू चोरी होने पर पुलिस को बुला लिया था।
यूपी के जिला हरदोई की ये घटना बता रही है कि कोई दस रुपये की वसूली के लिए पुलिस बुला ले रहा है तो कोई ढाई सौ ग्राम आलू चोरी होने पर पुलिस को फोन कर दे रहा है। और पुलिस भी तुरंत मौके पर पहुंच जाती है कि कहीं कोई बड़ी घटना तो नहीं हुई है। इसी बात से समझ सकते हैं कि यूपी के चाक चौराहे पर पुलिस कितनी मुस्तैद रहती है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि जिस तरह से मामूली बात को लेकर तुरंत सौ नंबर डायल कर लोग पुलिस बुला लेते हैं।