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पावर स्टार का दम, नायडू का प्लान, मोदी का साथ, आंध्र में हो गया Bye Bye Jagan

पावर स्टार का दम, नायडू का प्लान, मोदी का साथ, आंध्र प्रदेश से YSRCP साफ़, Bye Bye Jagan, कैसे पवन कल्याण की 1 ज़िद ने मोदी विरोधियों का कर दिया ‘सर्वनाश’ !
पावर स्टार का दम, नायडू का प्लान, मोदी का साथ, आंध्र में हो गया Bye Bye Jagan

मंच से यूं ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पवन कल्याण (Pawan Kalyan) को पवन नहीं ये आंधी है कहा बल्कि इसके पीछे की एक बड़ी लंबी संघर्षपूर्ण कहानी है, क्योंकि पवन कल्याण ने जिस तरीके से अपने जोश, जुनून और जज्बे से आंध्र प्रदेश में कांग्रेस को उखाड़ फेंको और एक नया इतिहास रचा, उसे पूरे देश ने देखा है।तो चलिए आज आपको बताते हैं कि कैसे पवन कल्याण ने आंध्र प्रदेश की राजनीति में जनसेना के दम पर सहयोगी के साथ मिलकर जनादेश हासिल कर लिया है।फ़िल्मों वाली स्टारडम की दुनिया से जब पवन कल्याण राजीति की दुनिया में आए तो बस ठान लिया था कि, आंध्र प्रदेश से YS Jagan Mohan Reddy का Tata Bye Bye करके ही मानेंगे, और फिर जो चुनाव प्रचार शुरु हुआ तो पवन कल्याण आंधी की तरह मैदान में उतरे और उस आंधी में जगन मोहन रेड्डी उड़ गए।

 पवन कल्याण (Pawan Kalyan) ने जैसे ही Bye bye Jagan बोला, लाखों की जनता इस कदर दीवानी हुई कि सिर्फ़ और सिर्फ़ अगले कुछ मिनट तक पवन कल्याण और Bye bye Jagan ही चारों तरफ़ गूंजता रहा।ये वही समय था जब पावर स्टार पवन कल्याण को लग गया कि अबकी जगन की विदाई होकर रहेगी, फिर चार जून को जो कुछ हुआ उसने ये मोदी की बात को सही साबित किया क्योंकि पवन नहीं ये आंधी है ये सच साबित हो उठा था और आंध्र ने Jagan को Bye Bye बोल दिया, लेकिन सवाल ये कि, Bye Bye Jagan संभव कैसे हुआ ?

  • पावर स्टार का दम, नायडू का प्लान, मोदी का साथ 
  • आंध्र प्रदेश से YSRCP साफ़, Bye Bye Jagan

टीडीपी, बीजेपी और जनसेना पार्टी ने गठबंधन में लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव लड़ा रहा, और दोनों जगह सत्ता हासिल कर ली आंध्र की 175 विधानसभा सीट में बंटवारा हुआ तो टीडीपी ने 144, बीजेपी ने 10 और जनसेना ने 21 सीटों पर चुनाव लड़ा, नतीजे आए तो टीडीपी ने 135, जनसेना ने 21 और बीजेपी ने 8 सीट जीती, मतलब 175 में से 164 सीट जीतकर प्रचंड तरीक़े से सत्ता हासिल की ।

लेकिन सवाल यही की इतनी प्रचंड जीत मिली कैसे और जगन मोहन रेड्डी का टाटा बॉयबॉय क्यों हुआ।

  • NDA को आंध्र में क्यों मिली सफलता ?
  • चंद्रबाबू नायडू की गिरफ़्तारी पर सहानुभूति मिली 
  • पवन कल्याण को चंद्रबाबू नायडू से जेल में मिलने नहीं दिया गया
  • पवन कल्याण ने इसे मुद्दा बनाया और ऐलान कर दिया की चुनाव में उतरेंगे 
  • जगन मोहन के ख़िलाफ़ नायडू और पवन ने एग्रेसिव प्रचार किया 
  • पीएम मोदी, अमित शाह और बीजेपी के तमाम नेताओं ने कमान संभाली 
  • पवन कल्याण के स्टारडम का NDA गठबंधन को फ़ायदा हुआ 
  • पवन कल्याण की मेहनत रंग लाई और आंध्र की सत्ता से जगन Bye Bye हो गए 

ऐसे में कहना ग़लत नहीं होगा कि, पवन कल्याण इस जीत के सबसे बड़े हीरो रहे, विधानसभा में 21 सीट पर लड़कर उनकी पार्टी जनसेना ने 21 सीटें जीत ली तो वहीं लोकसभा में 2 सीट पर लड़कर दोनों सीटें जीत ली। इसीलिए जब पवन कल्याण दिल्ली आए और पीएम मोदी से मिले तो मोदी ने खुले दिल से तारीफ़ करते हुए कह दिया कि ये पवन नहीं आंधी है, मोदी ये ये बातें तब कही, जब पवन कल्याण केंद्र में NDA गठबंधन का हिस्सा नहीं है और बाहर से सपोर्ट कर रहें हैं। वहीं जब पीएम मोदी आंध्र प्रदेश पहुँचे और शपथ ग्रहण में हिस्सा लिया तो मंच से जो नजारा पूरे देश ने देखा उसने ये बता दिया कि पवन कल्याण ने सच ही कहा था कि -हमारे लिए मोदी ही जरुरी है, बिना किसी शर्त हम उनके साथ है, मोदी जी देश को प्रेरित करते हैं, जब तक वो इस देश के प्रधानमंत्री हैं, हमारा देश कभी किसी के सामने नहीं झुकेगा।

आंध्र में नए दौर की राजनीति शुरु हो चुकी है, भले ही चंद्रबाबू नायडू सीएम बन गए हो। लेकिन इस जीत की पोस्टर बॉय पवन कल्याण ही रहें है, और अब यहाँ से आंध्र में पवन कल्याण के दौर की शुरुआत हो रही है। उनके इस सफ़र में लाखों लोगों का प्यार, बड़ों का आर्शीवाद शामिल है और Bye Bye Jagan का नारा सुपरहिट है, अब देखना होगा कि फ़िल्मी दुनिया की तरह ही पवन कल्याण का राजनीतिक करियर सुपरहिट रहता या फिर पॉलिटिक्स के बॉक्स आफिस पर कुछ और खेल होता है। 

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