लालू के 'लाल' तेजस्वी को प्रशांत किशोर ने दी ऐसी चुनौती, जवाब देना हो गया मुश्किल
बिहार में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है लेकिन इसके पहले ही उपचुनाव को लेकर राज्य में सियासी घमासान मचा हुआ है। बिहार में चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले एक तरफ़ जहां बिहार के सीएम नीतीश कुमार और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बीच ज़ुबानी जंग चल रही है तो अब जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भी एंट्री मार दी है।
बिहार में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने है लेकिन इसके पहले ही उपचुनाव को लेकर राज्य में सियासी घमासान मचा हुआ है। बिहार में चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले एक तरफ़ जहां बिहार के सीएम नीतीश कुमार और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बीच ज़ुबानी जंग चल रही है तो अब जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भी एंट्री मार दी है। प्रशांत किशोर ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सात दिन पैदल चलने की चुनौती दी है।
दरअसल, बिहार की तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज विधानसभा सीटों के लिए 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। 23 नवंबर को मतगणना होगी। इन चारों सीट पर मुकाबला एनडीए और 'इंडिया' ब्लॉक के बीच सीधा मुक़ाबला है। जन सुराज पार्टी ने भी तरारी सीट से अपना पहला उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है। इस एलान के साथ ही पार्टी के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ""वह कब यात्रा पर निकले थे। बिहार को पिछले 25-30 वर्षों में बस लूटने का काम किया है। मैं चैलेंज देता हूं कि तेजस्वी यादव सात दिन पैदल यात्रा करके दिखाएं।" इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि बिहार का विकास करना है तो बिहार के विकास के लिए बेहतर व्यक्ति को चुनाव लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि जनसुराज ने संकल्प लिया है, उससे हम समझौता नहीं कर सकते हैं। न जाति, न पैसा और न ही परिवार। बिहार को सुधारने के लिए जो लोग काबिल हैं, उन्हें लेकर आएंगे, क्योंकि हमारा मकसद सिर्फ एक ही है।इस मौकेनपर एक बार फिर से शराबबंदी को लेकर हुए एक सवाल पर जवाब देते हुए पीके ने कहा ""बिहार में शराबबंदी नहीं है, सिर्फ शराब की दुकानें बंद हैं, होम डिलिवरी चालू है। बिहार की गरीब जनता का 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। गरीब जनता का पैसा लूटकर यहां के अधिकारी और शराब माफिया कमा रहे हैं। गांव-गांव शराब बिक रही है।" उन्होंने कहा कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है। हमने बिहार के जिलों में यात्रा की। लोगों ने हमें बताया है कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई। इस बारे में पुलिस को जानकारी इसलिए नहीं दी जा रही है कि क्योंकि लोगों में डर है कि उन पर कार्रवाई होगी। शराबबंदी के खिलाफ हम लोग इसलिए हैं क्योंकि यह जमीन पर लागू नहीं है। इससे लोगों का भविष्य खराब हो रहा है, एक लाख से ज्यादा लोग जेल में बंद हैं।
ग़ौरतलब है कि अगले साल 2025 में बिहार के सभी सीटों पर विधानसभा के चुनाव होने है। इसके लिए अभी से ही सभी राजनीतिक दलों ने कमर कसते हुए एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू कर दिया है। इस चुनाव में सीधी टककर NDA बनाम इंडिया गठबंधन की मानी जा रही है। इस बीच लगभग दो साल तक बिहार के अलग-अलग हिस्सें में पदयात्रा कर पार्टी की स्थापना करने वाले प्रशांत किशोर ने ये दावा कर दिया है कि बिहार में जन सुराज पार्टी की सरकार बनने जा रही है।