Advertisement

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रायरंगपुर में विकास परियोजनाओं की रखी आधारशिला

President Draupadi Murmu: जिम्मेदारियों और व्यस्तताओं ने उन्हें कभी भी अपनी जन्मभूमि और यहां के लोगों से दूर नहीं किया। बल्कि लोगों का प्यार उन्हें हमेशा अपनी ओर खींचता रहता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रायरंगपुर में विकास परियोजनाओं की रखी आधारशिला
Photo by:  Google

President Draupadi Murmu: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को ओडिशा के रायरंगपुर में तीन रेल लाइनों बांगिरिपोसी-गोरुमहिसानी, बुरामारा-चाकुलिया और बादामपहाड़-केंदुझारगढ़ का उद्घाटन किया। इसके साथ ही राष्ट्रपति मुर्मू ने जनजातीय अनुसंधान और विकास केंद्र, दंडबोस हवाई अड्डे और रायरंगपुर के उप-मंडल अस्पताल के नए भवन की आधारशिला रखी। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें इस भूमि की बेटी होने पर हमेशा गर्व रहा है। जिम्मेदारियों और व्यस्तताओं ने उन्हें कभी भी अपनी जन्मभूमि और यहां के लोगों से दूर नहीं किया। बल्कि लोगों का प्यार उन्हें हमेशा अपनी ओर खींचता रहता है।आइए जानते है इस खबर को विस्तार से ....

इस क्षेत्र के लोगों का गहरा स्नेह हमेशा उनके मन में गूंजता रहता है

मातृभूमि हमारे विचारों और कार्यों में बसा है। इस क्षेत्र के लोगों का गहरा स्नेह हमेशा उनके मन में गूंजता रहता है। राष्ट्रपति मुर्मू ने विश्वास व्यक्त किया कि रेल परियोजनाओं और हवाई अड्डे से क्षेत्र में परिवहन, वाणिज्य और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। रेलवे कनेक्टिविटी के क्षेत्र में उल्लेखनीय परिवर्तन से ओडिशा को फायदा हो रहा है। वहीं 100 बिस्तरों वाली नई अस्पताल इमारत स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगी। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि ओडिशा को भारत सरकार के पूर्वोदय विजन से लाभ मिल रहा है। शिक्षा, कौशल विकास, स्वास्थ्य, पर्यटन कनेक्टिविटी और परिवहन सुविधाओं सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से पूरे क्षेत्र के विकास को गति दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आदिवासी बच्चों को शिक्षित करने के लिए एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं।

राष्ट्रपति 6 दिसंबर को मयूरभंज जिले के उपरबेड़ा स्थित अपने पैतृक घर गई थीं

हमें यह जानकर खुशी हुई कि ओडिशा में 100 से अधिक नए एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं, इनमें मयूरभंज जिले के 23 विद्यालय शामिल हैं। उन विद्यालयों से शिक्षा प्राप्त करने के बाद आदिवासी बच्चे समाज और देश की प्रगति में गुणवत्तापूर्ण योगदान दे सकेंगे। अपने तय कार्यक्रम के अनुसार परियोजनाओं का उद्घाटन पूरा करने के बाद राष्ट्रपति मुर्मू नई दिल्ली लौट आएंगी। राष्ट्रपति 6 दिसंबर को मयूरभंज जिले के उपरबेड़ा स्थित अपने पैतृक घर गई थीं। 

Advertisement

Related articles

Advertisement