रामगिरि महाराज के खिलाफ कट्टरपंथियों का 'सर तन से जुदा' का नारा, पुणे पुलिस ने लिया एक्शन
महंत रामगिरि महाराज की टिप्पणी पर बवाल
पुणे के कलेक्टर के कार्यालयके बाहर उस वक्त माहौल तनावपूर्ण हो गया जब शांतिपूर्ण विरोध के नाम पर इस्लामी भीड़ ने रामगिरि के खिलाफ आपत्तिजनक 'सर तन से जुदा' यानी की सिर काटकर मौत की सजा की मांग की गई। चंद्रशेखर रावण की पार्टी आजाद समाज पक्ष की तरफ से सर्वधर्म सदभाव महामोर्चा के बैनर तले ये विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया था। पीणे का जिला कलेक्टर कार्यालय , जहां सैकड़ो की संख्या में मुस्लिम संगठने के लोग मौजूद थे। हैरानी की बात तो ये है कि भीड़ में बड़े, बुढ़े और बच्चे भी शामिल है। औऱ भीड़ ने खुलेआम विवादित मजहबी नारे लगा रही है।
अब जैसे ही वीडियो सोशल मीडिया पर देखा गया वैसे ही लोगों का गुस्सा चंद्रशेखर पर फूट पड़ा। लोग इसपर अलग अलग तरीके से रिएक्ट कर रहें है। एक यूजर्स ने लिखा - भीम आर्मी ऐसे ही करती रही तो कुछ दिनों के बाद लाते खाना चालू कर देंगे हिन्दुओ से।दूसरे यूजर्स ने लिखा- भीमवादी जेहादियों का गुट बन चूका है।तीसरे ने लिखा - ये वाला नीला खुरचोगे तो हरा निकलेगा ।एक और ने लिखा - विनाश काले विपरीत बुद्धि..ये लोग ही देश में दंगा कराते हैं इन पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।
सोशल मीडिया पर इसका विरोध जारी है इधर इस मामले पर पुलिस भी गंभीर है और मोर्टे में शामिल होने वाले लोग जिन्होंने 'गुस्ताख ए रसूल की एक ही सजा, सर तन से जुदा' का नारा लगाया था। उनपर विवादित नारा को लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है। पुणे पुलिस ने BNS 189, 190, 196, 223 सहित अन्य धाराओं के तहत 28 लोगों पर नामजद औऱ 200-300 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कर लिया गया है। खबर ये भी है कि ये मोर्चा आजाद समाज पार्टी के भीमराव कांबले ने निकाला था जो बिना पुलिस के अनुती के निकाली गई थी। ABP के रिपोर्ट के मुताबिक एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि- मोर्चा में भाग लेने वाले 200-300 लोगों के खिलाफ बंडगार्डन पुलिस थाने में एक अपराध दर्ज किया गया है।