राघव चड्ढा ने केंद्र से की मांग, कहा- केजरीवाल को सरकारी आवास मिलना जरूरी है
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल को सरकारी आवास खाली करना अनिवार्य है। लेकिन इससे पहले कि वे अपना निवास खाली करते, AAP ने केंद्र से सरकारी आवास की मांग कर दी है। AAP नेता राघव चड्ढा ने चुनाव आयोग के नियमों का हवाला देते हुए क्या कहा, आप भी पढ़िए।
दिल्ली की राजनीति में 17 सितंबर 2024 को एक बड़ा मोड़ आया, जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अचानक सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। यह कदम उनके कथित शराब घोटाले में तिहाड़ जेल जाने और फिर जमानत मिलने के बाद उठाया गया। उनके इस्तीफे के साथ ही एक नई समस्या सामने आई और वो है सीएम आवास छोड़ने की। आम आदमी पार्टी (AAP) ने अब केंद्र सरकार से केजरीवाल के लिए सरकारी आवास की मांग की है।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल को सरकारी आवास खाली करना अनिवार्य है। लेकिन इससे पहले कि वे अपना निवास खाली करते, AAP ने केंद्र से सरकारी आवास की मांग कर दी है। AAP नेता राघव चड्ढा ने चुनाव आयोग के नियमों का हवाला देते हुए कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक को सरकारी आवास मिलना चाहिए। उनका कहना है कि यह न केवल केजरीवाल का कानूनी हक है, बल्कि पार्टी की राष्ट्रीय स्थिति को भी बनाए रखने के लिए जरूरी है।
राघव चड्ढा ने कहा, “चुनाव आयोग के कानून के तहत किसी भी राष्ट्रीय पार्टी को दो सुविधाएं दी जाती हैं, जैसे राष्ट्रीय कार्यालय और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक को सरकारी आवास। ऐसे में अरविंद केजरीवाल को बिना किसी देरी के आवास मुहैया कराना चाहिए।”
अपने इस बयान के साथ ही बीजेपी पर आरोप लगाते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि बीजेपी अरविंद केजरीवाल को उनकी विधानसभा से दूर रखने की कोशिश कर रही है। उनका दावा है कि बीजेपी नहीं चाहती कि केजरीवाल अपनी विधानसभा क्षेत्र में रहें। चड्ढा का कहना है, “अरविंद केजरीवाल अपनी विधानसभा में रहना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी उन्हें वहां नहीं रहने देना चाहती। नियमों के अनुसार केजरीवाल को सरकारी आवास मिलना चाहिए, और हम केंद्र सरकार से इस मांग को पूरा करने की अपील करते हैं।”
इस्तीफा देने के बाद अब सवाल उठ रहा है कि अरविंद केजरीवाल कहां रहेंगे। हालांकि AAP सांसद संजय सिंह ने कहा कि केजरीवाल जल्द ही सरकारी आवास छोड़ देंगे, लेकिन वे कहां रहेंगे, यह अभी तय नहीं है। संजय सिंह ने कहा, “सीएम आवास खाली करने के बाद केजरीवाल का नया ठिकाना तय किया जा रहा है। केजरीवाल का कहना है कि अब ईश्वर ही मेरी रक्षा करेंगे। मैं घर छोड़ूंगा, लेकिन किस घर में जाऊंगा, यह अभी तय नहीं है।”
वैसे आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा देना कई लोगों के लिए हैरान करने वाला फैसला था। केजरीवाल शराब घोटाले में शामिल होने के आरोपों के कारण तिहाड़ जेल में बंद थे। 13 सितंबर को उन्हें जमानत मिली और 15 सितंबर को उन्होंने ऐलान किया कि वे दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देंगे। इस्तीफा देने के बाद पार्टी ने आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री बनाया। इस घटनाक्रम के बाद यह साफ हो गया कि अरविंद केजरीवाल अब पार्टी में एक नई भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या अरविंद केजरीवाल को सरकारी आवास मिलेगा या नहीं? अगर केंद्र सरकार AAP की मांग को स्वीकार करती है, तो यह केजरीवाल के लिए एक बड़ी राहत होगी।