बाबा सिद्दीकी की हत्या पर राहुल गांधी ने महाराष्ट्र सरकार पर उठाए बड़े सवाल, जानिए क्या दी घटना पर प्रतिक्रिया ?
इस घटना के बाद लगातार विपक्षी पार्टी के नेता महाराष्ट्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर राज्य सरकार पर सवाल उठाया है और उन्होंने बाबा सिद्दीकी की मौत पर दुख व्यक्त किया है।
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में शनिवार की रात पूर्व मंत्री बाबा सिद्ध की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड महाराष्ट्र और खास तौर पर मुंबई में रहने वाले लोगों को चौंका कर दिया है। बाबा सिद्दीकी की गिनती बड़े नेताओं में होती थी। वर्तमान में वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अजीत पवार गुट में शामिल थे। इस हत्याकांड के बाद लगातार राजनीतिक जगत से जुड़े नेताओं ने बाबा सिद्दीक़ी की निधन को सामाजिक हानि बताते हुए शोक जताया है, वही विपक्षी पार्टी भी इस हत्याकांड पर अपनी प्रतिक्रिया देने हुए प्रदेश सरकार की क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे है।
The tragic demise of Baba Siddique ji is shocking and saddening. My thoughts are with his family in this difficult time.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 13, 2024
This horrifying incident exposes the complete collapse of law and order in Maharashtra. The government must take responsibility, and justice must prevail.
दरअसल, शनिवार की रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट इलाके में बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर निकल ही थे कि घात लगाए हमलावरों ने अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग कर बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी। हालांकि पुलिस ने इस मामले में दो शूटरों को गिरफ्तार किया है जबकि एक फरार है। इस घटना के बाद लगातार विपक्षी पार्टी के नेता महाराष्ट्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर राज्य सरकार पर सवाल उठाया है और उन्होंने बाबा सिद्दीकी की मौत पर दुख व्यक्त किया है। राहुल गांधी अपने सोशल मीडिया एक्स प्लेटफार्म पर पोस्ट करते हुए लिखा "बाबा सिद्दीकी जी का निधन चौंकाने वाला और दुखद है। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ है। यह भयावाह घटना महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था के पूरी तरह ध्वस्त होने को उजागर करती है। सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और न्याय मिलना चाहिए।"
Truly devastating news of two deaths on the same day.
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 12, 2024
Baba Siddique’s murder is highly condemnable. It reflects the deteriorating state of law & order in Maharashtra. May Allah grant him maghfirah. My condolences to his family, friends & colleagues.
Prof. Saibaba’s death is…
राहुल गांधी के अलावा AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा " एक ही दिन में दो मौत की खबर वाकई बहुत दुखद है। बाबा सिद्दीकी की हत्या बेहद निंदनीय है। यह महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था के बिगड़ती स्थिति को दर्शाता है। उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति मेरी संवेदनाएं। प्रो साईबाबा की मौत भी बेहद चिंता जनक है। उनकी मौत भी आंशिक रूप से UAPA का नतीजा था, जो पुलिस को बिना किसी सबूत के आपको लंबे समय तक जेल में रखने की अनुमति देता है।"
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को लेकर एक तरफ जहां विपक्ष महाराष्ट्र सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहा है तो वहीं घटना के तुरंत बाद ही देर रात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि जो भी इस हत्या के पीछे है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। सीएम शिंदे ने परिवार के प्रति संवेदना पर व्यक्त करते हुए बताया था कि दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह उत्तर प्रदेश का और एक हरियाणा का रहने वाला है। जबकि तीसरा आरोपी फरार है। उन्होंने कहा "मैं पुलिस को कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया है।" मुख्यमंत्री शिंदे के अलावा एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि "मैं यह जानकर स्तब्ध हूं कि इस घटना में उनकी मौत हो गई। मैंने एक अच्छा दोस्त और सहयोगी को दिया है।" अजीत पवार ने आगे कहा कि हमने एक ऐसा नेता को दिया है जिन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के लिए लड़ाई लड़ी और धर्म निरपेक्षता की वकालत की। "
बताते चले कि बाबा सिद्दीकी ने विधानसभा में तीन बार बांद्रा पश्चिम सीट का सदन में प्रतिनिधित्व भी किया था और वह लगभग 5 दशक कांग्रेस में काम करने के बाद इसी साल यानी 2024 फरवरी में अजीत पवार की पार्टी में शामिल हुए थे। ग़ौरतलब है कि रमज़ान के महीने में बाबा सिद्दीक़ी जब इफ़्तार पार्टी का आयोजन करते थे तो उनके यहाँ राजनीति से जुड़े बड़े चेहरे के साथ-साथ पूरा बॉलीवुड भी पहुँचता था। जिसकी चर्चा पूरे देश में होती थी।