Modi के आगे Rahul फिर हुए पस्त, दौड़कर पहुंचे AAP के पास
कांग्रेस अब अपना अस्तित्व तलाश रही है और कैसे भी बस किसी का सहारा लेकर सत्ता तक पहुंचने का सपना देख रही है अब एक बार फिर राहुल पहुंचे हैं आप के पास हरियाणा में गठबंधन का ऑफर लेकर और खबर ये है कि आप के संजय सिंह ने इस ऑफर का स्वागत किया है। तो क्या आप भी अपनी पुरानी गलतियों से कुछ नहीं सीखी और राहुल जो बीजेपी के कमजोर होने की बात कहते हैं वो बिना किसी सहारे के एक चुनाव भी नहीं लड़ पा रहे।
लोकसभा चुनाव में गठबंधन कर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का क्या हाल दिल्ली में हुआ ये सबने देखा कैसे बड़ी बड़ी बातें कर दिल्ली में एक साथ आकर बीजेपी को हटाने और Modi को हराने की बात कही गई थी। अब एक बार फिर ऐसी ही बात कांग्रेस सोच रही है। राहुल फिर दौड़कर पहुंच गए हैं आप यानि आम आदमी पार्टी के पास।
क्या है खबर करेंगे इस पर बात और जानेंगे कि क्या राहुल अपने साथ आप को भी डुबा देना चाहते हैं। लेकिन उससे जल्दी से बात लोकसभा चुनाव में जो हुआ उसकी तो चुनाव से पहले मुख्यमंत्री केजरीवाल के जेल चले जाने कई समीकरण बदले और कांग्रेस के सपने चकनाचूर हो गए। सपने दिल्ली पर राज करने का ये बताने का कि कांग्रेस में दम है ।पूरा गेम आप के हाथों में सौंपकर राहुल गांधी निश्चिंत हो गए। सोचने लगे अरे अब क्या मेहनत तो आप कर ही रही है। कांग्रेस के दिमाग में क्या था ये और तब साफ हो गया जब सीटों का बंटवारा हुआ।
फॉर्मूला बना 4-3 का यानि 4 सीटों पर आप और 3 पर कांग्रेस ने लड़ने की बात कही इससे ये पता चला की पहले दिल्ली की सत्ता पर काबिज रहने वाली कांग्रेस अब अपना अस्तित्व तलाश रही है और कैसे भी बस किसी का सहारा लेकर सत्ता तक पहुंचने का सपना देख रही है। लेकिन अफ़सोस दावे और वादे तो बड़े बड़े किए गए। पर कुछ काम नहीं आया। और बीजेपी ने सभी 7 सीटों पर एक बार फिर बंपर जीत दर्ज की। बीजेपी तो जीत गई । लेकिन कांग्रेस के चक्कर में आप का जो हाल हुआ उससे नाराज आप के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पर हमले बोलना शुरू कर दिया। और ये बताने लगे की जो हुआ वो बस कांग्रेस के चक्कर में। अब आते है अभी क्या चल रहा है उसपर तो बात ऐसी है कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव है। और राहुल गांधी फिर आप की नैया डुबाने अरे मतलब उनसे गठबंधन करने पहुंच गए हैं।
जी हां हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन हो सकता है। हरियाणा चुनाव साथ लड़ने को लेकर राहुल गांधी के ऑफर पर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने बड़ा बयान दिया है।
दरअसल, कांग्रेस और आप ने लोकसभा चुनाव हरियाणा, गुजरात, गोवा, दिल्ली और चंडीगढ़ में मिलकर लड़ा था. हालांकि कांग्रेस और आप के कई नेता साथ चुनाव लड़ने की बात से इंकार कर चुके हैं। हरियाणा कांग्रेस प्रदेश में अकेल दम पर चुनाव लड़ना चाहती है। वो आप या सपा को सीटें देने के कतई हक में नहीं है। उनका मानना है कि इस वक्त हरियाणा में कांग्रेस का माहौल अच्छा है और उसे किसी गठबंधन की जरूरत नहीं है। यहीं नहीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आप का गठबंधन पंजाब में इसलिए नहीं हुआ क्योंकि वहां कांग्रेसी नेता ये चाहते ही नहीं थे और आप से गठबंधन के बिल्कुल खिलाफ थे। अब इससे ये सवाल उठता है कि ।
राहुल गांधी अपने नेताओं की बात क्यों नहीं सुनते ?
क्या अपने साथ राहुल AAP को भी डुबा देना चाहते हैं ?
बीजेपी के सामने अब भी खुद को कम आंक रहे हैं राहुल ?
और क्या अगर इतना सब देखने के बाद भी
"AAP कांग्रेस से गठबंधन के लिए तैयार क्यों ?
अब जो भी हो लेकिन इससे ये लगता है कि कांग्रेस भले ही बीजेपी को जितना बोले असल में कांग्रेस के राहुल गांधी ना अपनों की सुनते है खुद डर में बने हुए है।