राज्यसभा की कार्यवाही 16 दिसंबर तक के लिए हुई स्थगित, जानिए क्या है वजह
क्रवार को राजसभा में भारी हंगामा देखने को मिला है। राज्यसभा में विपक्ष द्वारा जगदीप धनखड के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पर जमकर हंगामा देखने को मिला। राज्यसभा में सभापति धनखड़ और खड़गे के बीच जमकर बहस हुई। इस हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही को सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
संसद का शीतकालीन सत्र जब से शुरू हुए है हर दिन सरकार बनाम विपक्ष के बीच लगातार बहस देखने को मिल रही है। विपक्षी पार्टी के सांसद एक जूट होकर सरकार को घेर रहे है तो वही सरकार के तरफ़ से भी सांसदों ने कई मुद्दों को उठाकर विपक्ष पर पलटवार किया जा रहा है। इन सबके बीच शुक्रवार को राजसभा में भारी हंगामा देखने को मिला है। राज्यसभा में विपक्ष द्वारा जगदीप धनखड के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पर जमकर हंगामा देखने को मिला। राज्यसभा में सभापति धनखड़ और खड़गे के बीच जमकर बहस हुई। इस हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही को सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
दरअसल, ये पूरा हंगामा जगदीप धनखड के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पर शुरू हुआ। जिसके बाद राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ विपक्ष पर जमकर बरसे। सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, " मैं किसान का बेटा हूं, झुकता नहीं हूं। विपक्ष ने संविधान की धज्जियां उड़ाई हैं। मैंने बहुत कुछ बर्दाश्त किया है। मैं मल्लिकार्जुन खरगे जी की इज्जत करता हूं। मैंने कभी सम्मान देने में कोई कमी नहीं रखी। मैं देश के लिए मर जाऊंगा, मिट जाऊंगा। आप मुझसे मिलने का वक्त तो निकालें मैं आपसे जरूर मिलूंगा। वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आप किसान के बेटे हैं तो मैं मजदूर का बेटा हूं। आप विपक्षी सांसदों का अपमान करते हैं। सदन चलाना सभापति की जिम्मेदारी है। आप सदन परम्परा के साथ चलाएं। हम आपकी तारीफ सुनने के लिए सदन में नहीं आए हैं।
#WATCH राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर हंगामा हुआ।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 13, 2024
सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, "मैं किसान का बेटा हूं, मैं कमजोरी नहीं दिखाऊंगा। मैं अपने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दूंगा। आपको (विपक्ष को) 24 घंटे एक ही काम है, किसान का बेटा यहां क्यों बैठा… pic.twitter.com/yoPMH6xpRq
इस बीच संविधान को लेकर लोकसभा में चर्चा जारी है। लोकसभा में राजनाथ सिंह ने चर्चा की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा, ''संविधान सिर्फ कानूनी दस्तावेज नहीं यह जनता को मौलिक अधिकार देता है। हमारा मंत्र सबका साथ-सबका विकास है।''संविधान पर चर्चा लोकसभा में 13 और 14 दिसंबर को जबकि राज्यसभा में 16 और 17 दिसंबर को होगी। भाजपा ने इसे लेकर अपने सांसदों को व्हिप भी जारी कर दिया है।भाजपा और कांग्रेस ने अपने सभी सदस्यों को 13-14 दिसंबर को सदन में मौजूद रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है।
बताते चले कि प्रश्नकाल के बाद तुरंत चर्चा शुरू होगी, जो सदन के एजेंडे में भी है।लोकसभा कार्यक्रम के अनुसार, सात मंत्री अपने-अपने विभागों से जुड़े मुद्दों पर कागजात पेश करेंगे और विभिन्न समितियां अपनी रिपोर्ट देंगे। दोनों पार्टियों ने गुरुवार को बैठक की, ताकि वे अपनी रणनीति तैयार कर सकें।