दंगाइयों का होगा भयंकर इलाज, धाकड़ सीएम ने दी चेतावनी !
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी फ़ुलफॉर्म में हैं, तभी तो दंगाइयों का इलाज करने का मन बना चुके हैं। धाकड़ सीएम धामी ने माफियाओं को चेतावनी दी है कि दंगा करने के बारे में सोचा भी तो सही से इलाज होगा। देखिए पूरी ख़बर।
Uttarakhand जिसे आप और हम देवभूमि के नाम से भी जानते हैं। इस देवभूमि की अपनी पहचान है, अपनी संस्कृति है जिसकी वजह से पूरे देश और दुनिया में इसको अलग से सम्मान और आदर सत्कार मिलती है। उत्तराखंड से आने वाले लोगों का भी बाकि राज्यों में खूब आदर होता है, वजह - माना जाता है कि ये लोग देवभूमि यानि देवताओं की भूमि से आये हैं। लेकिन धीरे धीरे कुछ अराजक तत्वों ने उत्तराखंड में अपने मंसूबों को अंजाम देना शुरू कर दिया है। ये अराजकता फैलाने वाले तत्व शायद ये भूल गये हैं कि ये उत्तराखंड है और यहां पर पुष्कर सिंह धामी की सरकार है।वो सरकार जो देवभूमि में एक इंच ज़मीन पर भी कोई अराजकता बर्दाश्त नहीं करेगी।
याद होगा आपको हल्द्वानी जलाने वालों का सीएम धामी की पुलिस ने क्या हाल किया था। इतना ही नहीं जंगलों में आग लगा रहे कुछ शरारती तत्वों को भी उत्तराखंड पुलिस ने सबक सिखाया था। इन सबके बीच चारधाम यात्रा को बेहद अच्छे तरीक़े से संपन्न कराना हो या फिर कांवड़ यात्रा के दौरान कोई अप्रिय घटना ना हो इसका पूरा पूरा ध्यान रखना, धामी की पुलिस हर वक़्त एक्टिवली काम करती नज़र आती हैं। लेकिन फिर भी अगर किसी के दिमाग़ में उत्तराखंड का माहौल बिगाड़ने का कोई भूत सवार हो तो वो संभल जाये क्योंकि सीएम धामी ने खुली चेतावनी दे डाली है।दरअसल हाल ही में राज्यपाल लेफ़्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने गैरसैंण विधानसभा में पारित सार्वजनिक सरकारी और निजी संपत्ति को नुक़सान की वसूली विधेयक को मंज़ूरी दे दी है।
इसी के बाद पुष्कर सिंह धामी ने खुली चेतावनी देते हुए कहा- उत्तराखंड में अब कोई भी दंगा करने की सोच नहीं पाएगा। कोई भी दंगाई अगर सरकारी और निजी संपत्तियों को नुक़सान पहुंचाता है को उनसे एक एक पाई का हिसाब वसूल किया जाएगा। सीमांत गांवों का विकास राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ये क़ानून उत्तराखंड राज्य के लिए बहुत आवश्यक था क्योंकि यहां पर सभी लोग शांतिपूर्ण तरीक़े से रहना पसंद करते हैं।यहां सभी में भाईचारा और मेल मिलाप है। ऐसे में यहां पर कोई घटना हो इसे हरगिज़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी साल फ़रवरी में बनभूलपुरा में कुछ लोगों ने आगज़नी. तोड़फोड़ की कोशिश की थी, प्रशासन के लोगों पर हमला किया था, राज्य सरकार इसीलिए ये क़ानून लेकर आई है।
सीएम धामी के इन आक्रमक तेवरों को देख गुंडे माफियाओं और सभी अराजक तत्वों के पसीने छूट गये हैं तो वहीं प्रदेश की जनता इस फ़ैसले से काफ़ी खुश है। फ़िलहाल धामी के इस धाकड़ एक्शन को आप किस तरह से देखते हैं