2 किलोमीटर पैदल चलकर ED ऑफिस पहुंचे रॉबर्ट वाड्रा, लैंड डील मामले में पूछताछ
सोनिया गांधी के दामाद और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय ने लैंड डील और मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पूछताछ की है. यह मामला रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी द्वारा गुरुग्राम में जमीन खरीदने से जुड़ा है.
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2KM पैदल चलकर ED ऑफिस पहुंचे वाड्रा
इस दौरान, रॉबर्ट वाड्रा अपने सुरक्षाकर्मियों के बीच सेंट्रल दिल्ली के सुजान सिंह पार्क में स्थित अपने आवास से एपीजे अब्दुल कलाम रोड तक करीब 2 किलोमीटर पैदल चले. एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर ही ED का मुख्यालय है.
वाड्रा ED ऑफिस जाने से पहले मीडिया से बात करते हुए खुद को बेकसूर बताया और कहा कि यह कुछ और नहीं, बल्कि राजनीतिक प्रतिशोध है. यह एजेंसियों का दुरुपयोग. वाड्रा ने कहा कि वे जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करेंगे.
क्या है पूरा मामला?#WATCH | Delhi: Businessman Robert Vadra reaches the ED office after being summoned in connection with a Gurugram land case. pic.twitter.com/aCw5wvOCsW
— ANI (@ANI) April 15, 2025
बात है साल 2008 की. तब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा सूबे के मुख्यमंत्री थे. उस समय रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने गुरुग्राम के सेक्टर 83 स्थित शिकोहपुर गांव में 3.5 एकड़ जमीन खरीदी थी. ये डील ₹7.5 करोड़ में हुई थी.
आरोप है कि इस जमीन का म्यूटेशन घंटों में ही पूरा करवा लिया गया था. इसके बाद, मार्च 2008 में हरियाणा सरकार ने स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी को इस जमीन पर व्यावसायिक कॉलोनी विकसित करने का लेटर ऑफ इंटेंट जारी कर दिया. बाद में स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने मुख्यमंत्री हुड्डा के प्रभाव से कॉलोनी के विकास के लिए कमर्शियल लाइसेंस हासिल करने के बाद इस जमीन को जून 2008 में ₹58 करोड़ में एक रियल एस्टेट कंपनी को बेच दिया.
वाड्रा पर ₹50 करोड़ मुनाफा कमाने का आरोप
इस मामले में शिकायतकर्ता ने FIR में आरोप लगाया कि वाड्रा की कंपनी ने गलत तरीके से करीब ₹50 करोड़ का मुनाफा कमाया.
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