RSS ने किया Yogi के ‘बंटेंगे तो कटंगे’ बयान का समर्थन, कहा- इसे आचरण में लाना जरूरी
Yogi ने बटेंगे तो कटेंगे का नारा देकर हिंदुओं को एकजुट होने का संदेश दिया तो बौखलाए अखिलेश यादव ने भी बेहद सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए योगी के साथ ही संघ पर भी निशाना साधने लगे और अब इस मामले में संघ ने मारी एंट्री, विरोधियों को समझा दिया योगी के बयान असली मतलब !
बीजेपी के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ की इसी दहाड़ ने मोदी विरोधियों में खलबली मचा दी है। क्योंकि एक तरफ जहां पूरा विपक्ष जाति जनगणना कराने के नाम पर हिंदुओं को बांटने की रणनीति बना रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ योगी ने जैसे ही हिंदुओं को एकजुट करने के लिए हरियाणा की धरती से ऐलान किया। बटेंगे तो कटेंगे। इस एक दहाड़ ने पूरे विपक्ष की रणनीति को ही तहस नहस कर दिया।
हिंदुओं को एकजुट करने के लिए सीएम योगी ने हरियाणा में जिस तरह से बंटेंगे तो कटेंगे। नारा दिया। उसका असर भी हरियाणा में देखने को मिला। और जहां जहां योगी ने प्रचार किया। उनमें से ज्यादातर सीटों पर बीजेपी जीत गई। यही वजह है कि बीजेपी भी योगी के इस बयान का खुलकर समर्थन कर रही है। और अब तो उनके इस बयान का झारखंड। महाराष्ट्र जैसे चुनावी राज्यों में भी खूब जोरशोर से प्रचार किया जा रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ यूपी में नौ सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भी योगी के इस बयान का असर देखने को मिल सकता है। और ये बात पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक यानि PDA की राजनीति करने वाले सपाई मुखिया अखिलेश यादव भी अच्छी तरह से जानते होंगे। इसीलिये उन्होंने योगी के बंटेंगे तो कटेंगे नारे पर बड़ी ही चालाकी से जवाब देते हुए कहा कि। ये किसी लैब में तैयार किया गया नारा है। जिसे योगी से बुलवाया गया।
यूपी में पिछड़े। दलित और अल्पसंख्यकों का अच्छा खासा वोट बैंक है। इसीलिये अखिलेश यादव पीडीए का नारा देकर लोकसभा चुनाव की तरह उपचुनाव में भी जीत हासिल करने चले थे। लेकिन इसी बीच योगी ने बटेंगे तो कटेंगे का नारा देकर हिंदुओं को एकजुट होने का संदेश दे दिया। जिस पर बौखलाए अखिलेश यादव ने भी बेहद सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए योगी के साथ ही संघ को भी लपेटे में ले लिया। जिस पर अब संघ ने भी जोरदार पलटवार करते हुए एक तरफ जहां योगी के बयान का बचाव किया। तो वहीं उनके इस बयान का असली मतलब भी समझा दिया।
योगी के जिस बंटेंगे तो कटेंगे बयान से पूरा विपक्ष हैरान परेशान है। संघ ने उस बयान का पूरा समर्थन करते हुए बता दिया कि ये कोई सांप्रदायिक नारा नहीं है। इतना ही नहीं दो कदम और आगे जाते हुए संघ ने तो यहां तक कह दिया कि योगी के इस बयान का मतलब है कि एकता की जरूरत है। और हमें इसे आचरण में लाना है। यह हिंदू एकता और लोक कल्याण के लिए बहुत जरूरी है। यानि संघ मानता है कि ये समय की मांग है कि हर हिंदू को जातियों में बंटने की बजाए एकजुट होना चाहिए। इसीलिये आज के दौर में योगी का बंटेंगे तो कटेंगे बयान सही है।