संजय राउत ने महाराष्ट्र की नई सरकार पर साधा निशाना, अब तक क्यों नहीं बनी कैबिनेट
नई सरकार की कैबिनेट को लेकर महायुति गठबंधन विपक्ष के निशाने पर है। इसी क्रम में शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने महायुति पर निशाना साधते हुए बड़ा बयान दिया है।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने लगभग 11 दिन बाद महाराष्ट्र की नई सरकार का गठन हो चुका है। भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं तो वहीं उनके साथ शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और एनसीपी अजीत पवार ने उप मुख्यमंत्री बने है। अब नई सरकार की कैबिनेट को लेकर महायुति गठबंधन विपक्ष के निशाने पर है। इसी क्रम में शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने महायुति पर निशाना साधते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि एक तो सरकार के गठन में इतने दिन लग गए और अब कैबिनेट नहीं बन पा रहा है। इतने दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने महाराष्ट्र को तोड़ने का प्रयास किया है।
राउत ने किसे लिया निशाने पर ?
महाराष्ट्र की नई नवेली सरकार को अब विपक्षी पार्टी के हमलों का सामना करना पड़ रहा है। राउत ने महायुति पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र की बात कोई केंद्र सरकार तक पहुंचने वाला नहीं है। तीन लोगों को शपथ लेने में 15 दिन का समय लग गया। 225 से ज्यादा उनके विधायक हैं और शपथ लेने में 15 दिन लगा जा रहे है। इसके साथ उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि अब किसान आंदोलन क्यों कर रहा है। बताते चले कि गुरुवार को मुंबई के आजाद मैदान में हुए शपथ ग्रहण समारोह में एनडीए के सभी बड़े नेता तो मौजूद रहे लेकिन प्रमुख विपक्षी दलों के नेता इस समारोह से पूरी तरह नदारत दिखाई दिए।
फडणवीस का सरकार को लेकर दावा
महाराष्ट्र के नई सरकार की गठन में हो रही देरी पर एक तरफ जहां विपक्षी पार्टियों द्वारा माहिती पर बयान दिए जा रहे थे तो वही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र की जनता से इस बात का वादा कर दिया है कि अगले 5 साल तक प्रदेश में स्थिर सरकार देंगे और उनके नेतृत्व में महाराष्ट्र में बदले की नहीं बल्कि बदलाव की राजनीति होगी। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया था कि जनता ने जिस तरह से जनादेश दिया है। हमें उनकी उम्मीदों को पूरा करना भी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। बताते चलें कि महाराष्ट्र में 7 सितंबर से विधानसभा के विशेष सत्र की शुरुआत हो रही है। जो 3 दिनों तक चलेगा और इसी सत्र में विधानसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव भी होगा।
गौरतलब है कि महाराज विधानसभा चुनाव में महायुति ने 230 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जिसमें भारतीय जनता पार्टी 132, एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 57 और अजीत पवार की एनसीपी को 41 सीट मिली थी।