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एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री न बनाए जाने पर संजय राउत ने कसा तंज! बोले- "एकनाथ शिंदे का समय समाप्त, अब उनको फेंक दिया गया"

महाराष्ट्र के नए सीएम चेहरे के ऐलान के बाद एकनाथ शिंदे को लेकर संजय राउत ने कहा है कि "उनका युग समाप्त हो गया है। उनका युग सिर्फ 2 साल का ही था। उनकी जरूरत थी। अब पूरी हो गई। अब उनको फेंक दिया गया है। अब शिंदे इस राज्य में कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।"
एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री न बनाए जाने पर  संजय राउत ने कसा तंज! बोले- "एकनाथ शिंदे का समय समाप्त, अब उनको फेंक दिया गया"
महाराष्ट्र में नए मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर ऐलान हो चुका है। 5 दिसंबर को देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। करीब 10 से 12 दिनों तक जारी सीएम चेहरे को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया। एकनाथ शिंदे का बीते ढाई साल से चल रहे कार्यकाल पर भी विराम लग गया। हालांकि वर्तमान कार्यकाल में एकनाथ शिंदे को कौन सा पद मिलेगा। इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। इस बीच एकनाथ शिंदे को दोबारा से मुख्यमंत्री पद न दिए जाने पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे) गुट के सांसद संजय राउत ने तंज कसा है।

एकनाथ शिंदे का युग समाप्त हो गया - संजय राउत 


महाराष्ट्र के नए सीएम चेहरे के ऐलान के बाद एकनाथ शिंदे को लेकर संजय राउत ने तंज कसते हुए कहा है कि "उनका युग समाप्त हो गया है। उनका युग सिर्फ 2 साल का ही था। उनकी जरूरत थी। अब पूरी हो गई। अब उनको फेंक दिया गया है। अब शिंदे इस राज्य में कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। ये लोग शिंदे की पार्टी को तोड़ सकते हैं। बीजेपी की हमेशा से स्ट्रैटजी रही है कि जिनके साथ काम करते हैं। उनकी पार्टी तोड़ देते है। आज से देवेंद्र फडणवीस राज्य के मुख्यमंत्री होंगे। उनके पास बहुमत है। बहुमत होने के बावजूद यह 15 दिन से सरकार नहीं बना पा रहे हैं। इसका मतलब पार्टी के अंदर या महायुति में कुछ न कुछ गड़बड़ है। कल से यह गड़बड़ी आपको देखने को मिलेगी। ये महाराष्ट्र या देशहित के लिए काम नहीं कर रहे हैं। ये अपने स्वार्थ के लिए काम कर रहे हैं।"

दोबारा सीएम बनना चाहते थे एकनाथ शिंदे 


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आ गए थे। लेकिन मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा 4 दिसंबर को हुई। करीब डेढ़ हफ्ते तक सस्पेंस बना रहा। हालांकि एकनाथ शिंदे चाह रहे थे कि वह दोबारा से मुख्यमंत्री बने। लेकिन महायुति दल की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी अपनी पार्टी के नेता को मुख्यमंत्री बनाना चाह रही थी। अंत में वही हुआ बीजेपी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना और सहयोगी पार्टियों ने भी अपना समर्थन दिया। शिवसेना शिंदे गुट के नेताओं का कहना है कि शिंदे की नीतियों की वजह से ही पार्टी को इतनी प्रचंड जीत मिली। हालांकि फडणवीस के मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री पद ऑफर किया गया। 

एकनाथ शिंदे के पद पर अभी भी संशय बरकरार


महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री चेहरे का ऐलान होने के बाद एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनने का ऑफर दिया गया है। लेकिन अभी तक उनकी तरफ से इस पद को स्वीकारने की पुष्टि नहीं हुई है। 5 दिसंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शिंदे मंत्री पद की शपथ लेंगे या फिर नहीं। यह अभी तक कंफर्म नहीं हो पाया है। सूत्रों के मुताबिक शिंदे डिप्टी सीएम के साथ गृह मंत्रालय भी अपने पास रखना चाह रहे हैं। वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि शिंदे को डिप्टी सीएम के साथ गृह मंत्रालय नहीं मिला। तोवह कोई भी मंत्री पद स्वीकार नहीं करेंगे। वह सरकार में शामिल होने से भी मना कर सकते हैं। हालांकि देवेंद्र फडणवीस ने भरोसा दिलाया है कि हम उनकी मांग पर जरूर चर्चा करेंगे। 

5 दिसंबर को होना है शपथ ग्रहण समारोह 


महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को शाम 6 बजे आजाद मैदान पर होना है। खबरों के मुताबिक इस शपथ ग्रहण में सिर्फ मुख्यमंत्री ही शपथ लेंगे। बाकी कैबिनेट मंत्रियों का शपथ लेना अभी कंफर्म नहीं है। दरअसल, महायुति दल में विभागों के बंटवारे को लेकर संशय है। 

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का कैसा रहा चुनावी परिणाम 


महाराष्ट्र के 288 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी महायुति दल की सबसे बड़ी पार्टी बनी है। बीजेपी 132, शिवसेना (शिंदे) गुट 57, एनसीपी (अजित पवार) 41 सीटों पर जीत हासिल की है। इसके अलावा 2 अन्य पार्टियों को 1-1 सीट पर जीत मिली हैं। वहीं महाविकास अघाड़ी का प्रदर्शन काफी खराब रहा। इनमें उद्धव ठाकरे की शिवसेना 20, कांग्रेस 16, एनसीपी (शरद पवार) 10 सीटों पर सिमट कर रह गई। 
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