केरल में मिला Monkeypox का दूसरा केस ! स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी
देश में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है और केरल में दूसरे मामले के सामने आने से चिंता और बढ़ गई है। पिछले कुछ महीनों में, भारत में मंकीपॉक्स के कई मामले सामने आए हैं। हाल ही में, केरल में दूसरे मामले की पुष्टि हुई है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। यह मामला एक ऐसे व्यक्ति में पाया गया है जो हाल ही में यूएई से भारत लौटा था।इसके साथ ही देश में मंकीपॉक्स का यह तीसरा मामला सामने आया है।
केरल स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों का कहना है की व्यक्ति की हालत अभी स्थिर है और उसका इलाज चल रहा है। मंकीपॉक्स से ग्रसित 38 वर्षीय व्यक्ति एर्नाकुलम का निवासी है जिसका इलाज मलप्पुरम जिले में चल रहा है। इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी थी की विदेश से लौटे एक व्यक्ति को मंकीपॉक्स होने के संदेह में आइसोलेशन में रखा गया है जिसकी पुष्टि 9 सितंबर को देश के पहले मंकीपॉक्स केस के रूप में हुई।
मंकीपॉक्स (Monkeypox) क्या है?
मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है जो बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और त्वचा पर दर्दनाक फोड़े के रूप में प्रकट होती है। यह बीमारी आमतौर पर संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से फैलती है, लेकिन मानव से मानव में भी फैल सकती है। मंकीपॉक्स के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान, त्वचा पर चकत्ते या फोड़े शामिल है। मंकीपॉक्स से बचाव के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर दी है। सरकार ने कहा है की मंकीपॉक्स के मामले और न बढ़ें इसके लिए राज्यों को अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं पर ध्यान देने की ज़रूरत है।
मंकीपॉक्स से बचने के लिए आपको कुछ चीज़ों का ध्यान रखने की आवश्यकता है जैसे संक्रमित जानवरों से दूर रहें, संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क से बचें, हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें और स्वच्छता का ध्यान रखें। और अगर आपको मंकीपॉक्स के कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।