'घड़ियाली आंसू बहा रहे ,जातीय जनगणना पर ललन का राहुल पर तंज !
'जातीय जनगणना' इस शब्द से देश का एक एक व्यक्ति वाकिफ है। और बाई हो भी कियों न। सड़क से लेकर सदन तक विपक्ष के नेता इसी का तो गुणगान गाते रहते है। देश के सबसे बड़े मुद्दों में से एक है ये जातीय जनगणना। और हो भी क्यों न भाई, सभी राजनेताओं को अच्छे से पता है कि हिन्दी बेल्ट के जीतने भी राज्य है। वहां जाती एक Strong point है। जाती के दम पर बड़े बड़े नेताओं ने सत्ता को हासिल की है। बड़े बड़े नेताओं को हीरो भी जातीय राजनीति ने ही बनाया है। उनमे लालू यादव, रामविलास पासवान समेत कई नेताओं के नाम हम गिन सकते है।
चुनाव से पहले ही कांग्रेस ने एक राग अलापना शुरू किया। राग था 'जातीय जनगणना' कराने का। तब से शुरू हुए 'जातीय जनगणना' के इस मामले पर राहुल गांधी अपनी छाती पीटते नहीं थक रहें है। अब संविधान सम्मान सम्मेलन की ही बात को ले लिजिए। स्टेज से राहुल गांधी ने कहा कि 'इस देश के सच्चाई है कि जिनके पास हुनर है, उनका कोई सम्मान नहीं है'वो यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि अब जाति जनगणना को नहीं रोका जा सकता है. क्योंकि जनता ने जातीय जनगणना कराने का मन बना लिया है और जनता ने आर्डर भी सुना दिया है।
जो राहुल गांधी के हाथों में संविधान का प्रति लिए स्टेज पर चढ़कर बार बार लगातार गला फाड़ फाड़ कर जातीय जनगणना को लेकर बड़े बड़े वादे औऱ दावे कर रहें है। अब उसी नेताा की सच्चाई का पर्दाफाश हो गया है। एक समय कांग्रेस की सहयोगी रही JDU ने एक बड़ा खुलासा किया है। जो राहुल गांधी के दोहरेपन को दिखाता है।
दरअसल JDU नेता ललन सिंह ने राहुल की जातीय जनगणना को लेकर जो बाते कही उसे आप सबसे पहले सुनिए।
तो देखा आपने ये जो जनता के सामने SC/ST OBC के हितैशी बनने का झूठा ड्रामा राहुल गांधी कर रहें है। उनकी सच्चाई क्या है। खैर ममता दीदी से राहुल को कितना डर है ये तो सबके सामने तभी आ गया। जब कोलकाला रेप हत्या मामले में सिर्फ के ट्वीट कर राहुल ने अपना मुंह बंद कर लिया। पत्रकार द्वारा मामले पर जब प्रतिक्रिया मांगी गई तो वो कहते है मुझे डिस्ट्रैक्ट मत करो।