महाराष्ट्र चुनाव से पहले शिंदे सरकार का बड़ा दांव चलते हुए लगभग तीन लाख लोगों के लिए लिया बड़ा फ़ैसला
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए जल्दी चुनाव आयोग तारीख का ऐलान कर सकता है। ऐसे में चुनावी आचार संहिता लगने के पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य मंत्रिमंडल के साथ बैठक करते हुए दो अहम फैसले लिए हैं। मुंबई के पांच टोल नाका पर कार और बाइक का टैक्स माफ कर दिया गया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए जल्दी चुनाव आयोग तारीख का ऐलान कर सकता है। ऐसे में चुनावी आचार संहिता लगने के पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य मंत्रिमंडल के साथ बैठक करते हुए दो अहम फैसले लिए हैं। मुंबई के पांच टोल नाका पर कार और बाइक का टैक्स माफ कर दिया गया है। इसके साथ हीं शिंदे सरकार ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए महाराष्ट्र स्किल डेवलपमेंट विश्विद्यालय का नाम बदलकर रतन टाटा के नाम पर रखने के फ़ैसला लिया है। इससे पहले शिंदे सरकार ने गैर-क्रीमी लेयर की आय सीमा बढ़ाने के लिए केंद्र से अनुरोध किया है।
महाराष्ट्र सरकार के इस फ़ैसले पर मंत्री दादा भूसे ने बताया है कि मुंबई की जनता की बचत को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल की बैठक में अहम फ़ैसला लिया गया है। जिसमें मुंबई के पांच टोल नाकों (वाशी, ऐरोली, मुलुंड , ठाणे ,दहिसर) पर कार और बाइक का टोल टैक्स को फ़्री कर दिया गया है। इन टोल प्लाज़ा पर 45 रुपए और 75 रुपए का शुल्क लगता था, जो साल 2026 तक लागू था। इस रास्ते पर क़रीब रोज़ाना 3.5 लाख वाहन आते-जाते थे। जिन्हें अब सरकार के फ़ैसला का बड़ा फ़ायदा मिलेगा। वही इस रास्ते पर क़रीब 70 हजार भारी वाहन थे और 2.80 लाख हल्के वाहन थे। इस तरह मुंबई और आस-पास के क़रीब 2 लाख 80 हजार कार या उससे छोटे वाहन को इस फ़ैसले से फ़ायदा मिलने वाला है। बताते चले कि मुंबई के लोग लम्बे समय से राज्य सरकार से माँग कर रहे थे कि टोल टैक्स को फ़्री कर दिया जाए। ऐसे में चुनाव से पहले शिंदे सरकार ने यह फ़ैसला लेकर बड़ा दांव चला है।
वही आचार संहिता लगने से पहले हुई राज्य कैबिनेट की इस बैठक में शिंदे सरकार ने भारत के महान उद्योगपति रतन टाटा के सम्मान में भी फ़ैसला लिया और महाराष्ट्र स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी का नाम बदलकर रतन टाटा के नाम पर करने के फ़ैसला किया। बताते चले कि बीते नौ अक्टूबर को उद्योगपति रतन टाटा ने मुंबई के ब्रिज कैंडी अस्पताल में 86 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। रतन टाटा ने अपने करियर में जिस तरह से देश को नई पहचान दिलाने के लिए काम करते थे। इसी वजह महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें सम्मान देते हुए यूनिवर्सिटी का नाम उनके नाम पर रखा।
ग़ौरतलब है कि इस वक़्त पूरे देश की निगाहें महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है। राज्य में महायुती और महाविकस अघाड़ी के बीच सीधा मुक़ाबला होगा। विपक्षी गठबंधन को उम्मीद है कि जिस तरह से महाराष्ट्र की जनता ने लोकसभा चुनाव में उनका साथ दिया था वैसा ही विधानसभा चुनाव में भी होगा। विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग जल्द तारीख़ का एलान कर सकता है।महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है और चुनाव आयोग का कहना है कि इससे पहले राज्य में चुनाव पूरे हो जाएंगे।