सदन में बदल गई सांसदों के बैठने की सिटिंग व्यवस्था, अखिलेश के साथी को भेजा गया पीछे
इस सत्र के दौरान 18वीं लोकसभा के भी स्टिंग व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया गया है। कथित तौर पर बदली गई सीटिंग अरेंजमेंट के बाद सीटों को लेकर इंडिया ब्लॉक के प्रमुख कांग्रेस से समाजवादी पार्टी के नाराज़ होने की ख़बरें सामने आ रही है।
देश में इन दिनों संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। इस सत्र के दौरान 18वीं लोकसभा के भी स्टिंग व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया गया है। कथित तौर पर बदली गई सीटिंग अरेंजमेंट के बाद सीटों को लेकर इंडिया ब्लॉक के प्रमुख कांग्रेस से समाजवादी पार्टी के नाराज़ होने की ख़बरें सामने आ रही है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी सांसद पत्नी डिंपल यादव ने सदन के अंदर बैठने की नई व्यवस्था पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। दरअसल, नई सीटिंग अरेंजमेंट के मुताबिक अब समाजवादी पार्टी से फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद को पीछे की सीट पर भेजने पर सपा प्रमुख ने एतराज जताया है। जानकारी के अनुसार लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला से अखिलेश यादव ने स्टिंग व्यवस्था को लेकर शिकायत भी की है।
अवधेश प्रसाद को मिली कौन सी सीट ?
लोकसभा चुनाव के बाद जब पहली बार सदन का सत्र हुआ था। उसे वक्त सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बगल में अखिलेश यादव और अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद की सीट थी। वही डिंपल यादव अखिलेश यादव के पीछे वाली पंक्ति पर बैठी दिखती थी लेकिन अब नई सेटिंग व्यवस्था के तहत अवधेश प्रसाद दूसरी पंक्ति में सीट दी गई है। इंडिया ब्लॉक में आने वाली कांग्रेस ने सीटों की बदलाव की जानकारी समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को नहीं दी थी जिसको लेकर अखिलेश यादव ने नाराजगी जाहिर की है। उनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि कांग्रेस की तरफ से इस बात की जानकारी सपा को देनी चाहिए थी। इस नाइट सिटिंग व्यवस्था के तहत पहली लाइन में समाजवादी पार्टी की एक सीट काम हो गई है। विपक्ष में कांग्रेस प्रमुख दल है और कांग्रेस को ही अपने सहयोगियों को सिम आवंटित करनी थी। वहीं दूसरी तरफ सूत्रों की माने तो सरकार ने सपा की अगली पंक्ति में सीटों की संख्या 2 से घटकर एक कर दी है जिसका मतलब यह है कि अब नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बगल में सिर्फ अखिलेश यादव ही बैठेंगे। इसी मुद्दे को प्रमुखता सी उठाए जाने को लेकर अखिलेश यादव अब कांग्रेस से नाराज बताए जा रहे है।
कांग्रेस के प्रदर्शन में सपा नहीं हुई शामिल
लोकसभा चुनाव 2024 के बाद जब भी संसद का सत्र चल विपक्षी पार्टियों में एकता देखने को मिल रही थी। विपक्षी पार्टियों मिलकर सत्ता पक्ष के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करते थे नारेबाजी हो या प्रदर्शन सब में नेता एक दूसरे का साथ देते हुए दिखाई देते थे लेकिन शीतकालीन सत्र में आज (गुरुवार) को स्थिति कुछ बदली हुई नजर आई। गुरुवार को सदन की शुरुआत होते ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जब विपक्षी सांसदों के साथ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। उस वक्त उनके साथ समाजवादी पार्टी का कोई भी संसद इस विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हुआ। इसके बाद मैनपुरी से समाजवादी पार्टी के सांसद डिंपल यादव ने इस मुद्दे को स्पीकर के समक्ष उठाया है। इसके साथ उन्होंने अखिलेश यादव की नाराजगी को लेकर कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है, स्पीकर को ही सीटों का निर्णय लेना होता है और उन्हें उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी के अनुरोध को लोकसभा के स्पीकर जरूर सुनेंगे।