तो अब Maharashtra चुनाव पर नज़र सभी की है की क्या शिंदे -शरद पवार के पुराने रिश्ते फिर जुड़ेंगे
महाराष्ट्र में इस साल विधानसभा चुनाव होने है लेकिन चुनाव से पहले कुछ पुराने रिश्ते फिर से जुड़ते हुए दिखाई दे रहे है ,अब आप ये सोचेंगे की कही उद्धव ठाकरे -शिंदे फिर से एक तो नहीं हो रहे लेकिन ना ऐसा बिलकुल नहीं है ,यहां संपर्क पुराने है सम्बन्ध फिर से जुड़ रहे है ,एक पुरानी डोर फिर से जुड़ रही है वो डोर है महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और शरद पवार की आज फिर से शरद पवार जी एकनाथ शिंदे से मिलने उन के आवास वर्षा पर गए ,शिंदे ने शरद पवार का पहले स्वागत किया और फिर दोनों के बीच चर्चा हुई।
Maharashtra : Maharashtra में इस साल विधानसभा चुनाव होने है लेकिन चुनाव से पहले कुछ पुराने रिश्ते फिर से जुड़ते हुए दिखाई दे रहे है ,अब आप ये सोचेंगे की कही उद्धव ठाकरे -शिंदे फिर से एक तो नहीं हो रहे लेकिन ना ऐसा बिलकुल नहीं है ,यहां संपर्क पुराने है सम्बन्ध फिर से जुड़ रहे है ,एक पुरानी डोर फिर से जुड़ रही है वो डोर है महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और शरद पवार की आज फिर से शरद पवार जी एकनाथ शिंदे से मिलने उन के आवास वर्षा पर गए ,शिंदे ने शरद पवार का पहले स्वागत किया और फिर दोनों के बीच चर्चा हुई ।
20 दिन में दूसरी बार मुलाकात है शिंदे और शरद पवार की, दोनों की क्या खिद्दी पक रही है ये तो वो दोनों ही जाने लेकिन सूत्र कह रहे है की दोनों के बीच मराठा आरक्षण को लेकर बातचीत हुई है ,कुछ राजनितिक जानकारों का कहना है की अपनी पार्टी को संदेश देने के लिए, या फिर भविष्य की राजनीतिक संभावनाओं को तलाशने के लिए ऐसी मुलाकातें कर रहे।
इससे पहले 22 जुलाई को शिंदे और शरद पवार के बीच मुलाकात हुई थी तब भी राजनितिक गलियारों में खूब बतोले बाजी हुई ,की शरद पवार शिंदे के साथ आ रहे है लेकिन तब भी ये सामने निकल कर आया की सिंचाई, दूध की कीमतों और चीनी कारखानों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई। शरद पवार की बात करे तो देश में हुए लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से शरद पवार की पार्टी को 8 सीटें मिली थी ।
विधानसभा चुनाव में यदि शरद पवार शिंदे के साथ आए तो उनके साथ उनके 11 विधायक भी आएँगे , और कुछ समय पहले यह भी अटकले थी की अजित पवार गुट के 15 विधायक शरद पवार के गुट में जा सकते है ,और अगर ऐसा होता है तो शिंदे पर सियासी संकट बढ़ सकता है ,कही इसलिए ही तो बार बार मुलाकात नहीं हो रही कही यही तो खिचड़ी नहीं पक रही अभी चुनाव में थोड़ा समय है पर चुनाव आते आते कही ये रिश्ते जुड़ ना जाए सभी की नज़र इसी पर है क्यों की चाचा शरद पवार से अलग होने के बाद लोकसभा में अजित पवार को सिर्फ एक ही सीट मिली थी।
पवार से पहले शिंदे की मनसे चीफ राज ठाकरे से भी मुलाकात हुई थी। सीएम शिंदे और राज ठाकरे के बाच हुई मुलाकात में मुंबई में बीडीडी चॉल के पुनर्विकास, पुलिस कॉलोनियों के पुनर्विकास, घरों की उपलब्धता पर बात हुई उस समय भी। इस मुलाकात के दौरान मनसे के कई बड़े नेता भी सीएम आवास में मौजूद थे। इससे पहले फडणवीस और उद्धव ठाकरे को भी एक लिफ्ट से उतरते हुए देखा गया था तब भी बहुत सी अटकले बाज़ारों में लगी थी।