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Char Dham यात्रा को बदनाम करने वालों के खिलाफ तगड़ा एक्शन । Uttarakhand

जो दिखता है वही बिकता है, इसलिए ऐसी भयानक सुर्खियां बेचकर आपको डराया जा रहा है | केदार धाम आने वाले हर श्रद्धालु के जेहन में खौफ भरा जा रहा है | भव्य और दिव्य केदार धाम की तस्वीरें ना दिखा, ऐसे ऐसे हेडलाइन बनाए जा रहे हैं, जिनसे चार धाम यात्रा पर आने वाले लोगों में खौफ कायम हो जाए |
Char Dham यात्रा को बदनाम करने वालों के खिलाफ तगड़ा एक्शन । Uttarakhand

कौन है जो बदनाम कर रहा है केदारधाम की तैयारियों को?

कौन है जो लोगों तक फैला रहा गलत खबरें, ताकी केदारनाथ धाम ना पाएं लोग!

फर्जी तस्वीरें दिखाता है, फिर लोगों को डराता है... उत्तराखंड सरकार को कौन कर रहा है बदनाम?


जो दिखता है वही बिकता है, इसलिए ऐसी भयानक सुर्खियां बेचकर आपको डराया जा रहा है | केदार धाम आने वाले हर श्रद्धालु के जेहन में खौफ भरा जा रहा है | भव्य और दिव्य केदार धाम की तस्वीरें ना दिखा, ऐसे ऐसे हेडलाइन बनाए जा रहे हैं, जिनसे चार धाम यात्रा पर आने वाले लोगों में खौफ कायम हो जाए | जब से चार धाम की यात्रा शुरू हुई है, तभी से कुछ अखबारों और डिजिटल मीडिया ने अपना प्रोपेगेंडा शुरू कर दिया है | उनका एक ही इरादा है, किसी भी तरह उत्तराखंड की भव्य चार धाम यात्रा में अफवाह फैला कर व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया जाए | ये सब देखकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की आंखों में अंगारे उतर आए और सरकार ने अब ऐसी तैयारी कर ली है, कि गलत खबरें फैलाकर लोगों में डर का माहौल बनाने वालों के खिलाफ कड़ी से कडी कार्रवाई की जाएगी |


अब आप इस हेडलाइन को देखिए -

40 किलोमीटर लंबा जाम

10 लोगों की मौत


सोचकर देखिए, यदि आप चार धाम यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे हों और अचानक आपके सामने ऐसी हेडलाइन जाए, आपके दिल की धड़कनें भी तेज हो जाएंगी | और अगर ऐसा हुआ तो भयावह हेडलाइन बनाने वाले लोग अपने मकसद में कामयाब हो जाएंगे |


एक बड़े मीडिया संस्थान ने चार धाम यात्रा को बदनाम करने के लिए कैसे एजेंडा चलाया, इस खबर के सामने आते ही चार धाम यात्रा में लगे अधिकारियों के होश उड़ गए | क्योंकि उनकी मेहनत पर सीधा सीधा प्रहार किया गया | 24 घंटे देकर, और अपनी जान की बाजी लगाकर जो लोग चार धाम की यात्रा को सफल बनाने में जुटे हैं, उनकी सारी मेहनत पर एक अफवाह ने पानी फेर दिया था | चार धाम यात्रा में लगे अधिकारियों ने जब जांच करवाई तो पता चला कि दूर दूर इस हेडलाइन का व्यवस्थाओं से संबंध नहीं हैं | यानि जैसा इस खबर में दिखाया गया वैसा यमुनोत्री से लेकर केदारनाथ और बद्रीनाथ तक कुछ भी नहीं हैं | ना तो कहीं 40 किलोनीटर वाला लंबा जाम दिखा और ना ही 10 लोगों की मौत का कोई आधिकारिक आंकड़ा प्रशासन के पास है | फिर क्या था, ऐसा लिखने वालों को अंजाम तो भुगतना था |


इसके बाद इस बड़े मीडिया संस्थान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई | उत्तरकाशी के संवाददाता और इस अखबार को भ्रामक सूचना देने के मामले आरोपी बनाया गया है और प्रशासन ने माफी मांगने को कहा है | सरकार का सीधा मकसद है, गलत खबरें फैलाने वालों के खिलाफ एक्शन लेना |

 

जाहिर सी बात है, सालभर हिन्दू धर्म को मानने वाले लोगों को चार धाम की यात्रा का इंतजार होता है | हर कोई केदारनाथ धाम जाकर दर्शन करना चाहता है | श्रद्धालुओं का भगवान के प्रति प्रेम और श्रद्धा उन्हें लालायित कर देती है | लेकिन इतनी छोटी सी बात भयावह हेडलाइन चापने वाले लोग समझ नहीं पाते | हर साल इन लोगों उत्तराखंड सरकार माफ करती रही है, लेकिन अब बहुत हो गया!

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