बात-बात पर Modi, Yogi को कोसने वाले Rakesh Tikait को Swami Premanand ने लताड़ दिया
नेम प्लेट विवाद पर योगी सरकार पर बरसे राकेश टिकैत
राकेश टिकैत का काम तो किसानों का मुद्दा उठाने का है लेकिन ज्यादातर वो मोदी और योगी सरकार को कोसने की वजह से ही चर्चा में रहते हैं। जिसे देख कर लगता है वो किसान नेता कम किसी पार्टी के नेता ज्यादा लगते हैं। तभी तो किसान आंदोलन के नाम पर मोदी सरकार को घेरने वाले यही राकेश टिकैत नेम प्लेट विवाद पर योगी सरकार को भी कोसने में पीछे नहीं रहते। योगी सरकार ने कांवड़ रूट वाले दुकानदारों को नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया तो यही राकेश टिकैत सरकार के आदेश का विरोध जताते हुए तंज मारने लगे कि एक कानून बना दो कि हिंदू नॉनवेज नहीं खाएगा।
मोदी और योगी सरकार को बात बात पर कोसने वाले राकेश टिकैत कुछ ही दिनों पहले स्वामी प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद लेने के लिए वृंदावन गये हुए थे। जहां स्वामी प्रेमानंद महाराज ने आशीर्वाद तो दिया साथ ही साथ उन्हें टाइट करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा-
हमारे जो भारतीय किसान हैं बड़े भोले-भाले हैं हम लोग किसान के घर में पैदा हुए हैं न इसलिये जानते हैं कि फसल नष्ट हो गई मानो किसान नष्ट हो गया, आप किसानों के पक्ष में खड़े होकर सरकार से अनुकूलता दिलाना, किसानों को सुविधा दिलाना ये बहुत उत्तम कार्य है बस इसमें स्वार्थ की गंध ना हो, स्वार्थ में कपट होता है कि बात हम आपकी प्रियता की कर रहे हैं लेकिन उसमें मेरे स्वार्थ की पूर्ति की बात है तो फिर वो परमार्थ नहीं होगा, अगर हम परमार्थ का भाव दूसरे के हित के लिए अपने प्राणों की बाजी भी लगा देते हैं तो इस लोक और परलोक सब जगह मंगल होगा, परहित सरिस धर्म नहिं भाई पर पीड़ा सम नहिं अधमाई।
किसान नेता राकेश टिकैत को खुद के स्वार्थ से दूर रह कर किसानों का हित करने की सलाह देने के साथ ही स्वामी प्रेमानंद महाराज ने उन्हें किसानों की अहमियत समझाते हुए कहा-
हम ये चाहेंगे कि परमार्थ की भावना से युक्त होकर हमारे देश के किसानों की उन्नति हो, उनकी रक्षा हो, उनकी समस्याओं के साथ खड़े होकर सहयोग दें नहीं तो बहुत से किसान असमर्थ होकर आत्महत्या कर लेते हैं, क्योंकि उनकी पहुंच नहीं है उनकी बात कोई सुनने वाला नहीं है, अगर चार लोग सपोर्ट देने वाले हैं तो फिर वो उत्साह से युक्त हो जाएंगे और अगर किसान को सपोर्ट नहीं मिलेगा तो आप रुपया नहीं खाओगे, खाओगे तो अन्न ही ना, 50 लाख रुपये कमाते हो तो क्या रुपया खाओगे, खाओगे दाल रोटी और दाल रोटी पैदा करता है किसान और उसकी अगर सुविधा नहीं बनी, उसकी व्यवस्था नहीं बनी तो तुम क्या सोना-चांदी खाओगे ?
राकेश टिकैत पर किसानों के नाम पर राजनीति करने के आरोप लगते रहे हैं और यहां तक कहा जाता है कि राकेश टिकैत अस्सी करोड़ से ज्यादा की संपत्ति के मालिक भी हैं। साल 2021 में जी न्यूज की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि उनके पास अस्सी करोड़ रुपये से भी ज्यादा की संपत्ति है। जबकि यूपी, उत्तराखंड, दिल्ली और महाराष्ट्र के तेरह शहरों में उनकी संपत्ति फैली हुई है। यही वजह है कि स्वामी प्रेमानंद महाराज ने जब उनसे स्वार्थ से दूर रहने की नसीहत दी तो सोशल मीडिया पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं।
बीजेपी नेता शिवम त्यागी ने राकेश टिकैत पर तंज मारते हुए लिखा- संतों की बात कहने का तरीका ही कमाल है, अब यहीं देख लीजिए राकेश टिकैत को आशीर्वाद तो दिया लेकिन इतना टाइट किया इतना टाइट किया कि अगली बार आशीर्वाद लेने मुश्किल ही आएंगे।
दिल्ली बीजेपी नेता अपूर्वा सिंह ने लिखा -आज प्रेमानंद महाराज जी ने फर्जी किसान नेता राकेश टिकैत को धो दिया है, अब राकेश टिकैत कभी भविष्य में इधर नही आएंगे।
एक और बीजेपी समर्थक अवकुश सिंह ने लिखा- प्रेमानंद जी महाराज भी जानते हैं आजकल किसान नेता अमीर बन रहे हैं ओर किसान गरीब, राकेश टिकैत साहब को भी समझा रहे हैं, किसानों की सेवा करो उनको लाभ दिलवाओ लेकिन स्वार्थ के साथ मत करना वरना पाप लगेगा पुण्य नहीं।
एक एक्स यूजर ने तो लिखा- बाबा जी ने बातों ही बातों में राकेश टिकैत को लपेट दिया ।
बीजेपी समर्थक जितेंद्र सिंह ने लिखा- राकेश टिकैत प्रेमानंद जी महाराज से मिलने गए, प्रेमानंद महाराज जी ने राकेश टिकैत क्या है इशारों इशारों में ही समझा दिया और कह दिया अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए किसान नेता का चोला मत ओढ़ो।
विवेक पांडेय नाम के एक एक्स यूजर ने लिखा- प्रेमानंद महाराज जी ने राकेश टिकैत को दिखाया अपने स्वार्थ से हटकर किसानों का कल्याण करने का रास्ते पर चलना चाहिए, लेकिन गुरुदेव जब ऐसे लोग सुधर जाएंगे तो यकीन मानिए इसके आका जान भाईजान की दुकान बंद हो जायेगी।
स्वामी प्रेमानंद महाराज ने जिस तरह से खुद को किसान नेता बताने वाले राकेश टिकैत को समझाया है। सोशल मीडिया पर कुछ इसी तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।क्योंकि लोग भी जानते हैं कि राकेश टिकैत किसानों के मुद्दे पर कम मोदी और योगी सरकार के खिलाफ राजनीति करने की वजह से ज्यादा चर्चा में रहते हैं। यही वजह है कि स्वामी प्रेमानंद महाराज ने भी उनकी क्लास लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।उन्होंने बड़े ही प्यार से उन्हें स्वार्थी भी बता दिया और स्वार्थ से दूर रहने की नसीहत भी दे दी, जिसे देख कर लोग कह रहे हैं कि राकेश टिकैत अब दोबारा स्वामी प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद लेने नहीं जाएंगे।