अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो को फतह कर मात्र 5 साल की उम्र में रचा तेगबीर सिंह ने इतिहास
पंजाब के रोपड़ के रहने वाले तेगबीर सिंह ने मात्र पांच साल की उम्र में इतिहास रच दिया है, उन्होंने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो को फतह कर लिया है जिसके बाद वो एशिया के पहले ऐसे सबसे छोटी उम्र के बच्चे बन गए हैं जिसने ये कारनामा कर दिखाया है।
किसी ने क्या खूब कहा है जिन्हें है प्यार शिखरों से,वो हिमालय भी चढ़ते हैं। गिरें सौ बार भी लेकिन ,वो गिरकर फिर संभलते हैं। जिन्हें जिद कर गुजरने की, मेहनत ही ईमान जिनका। असम्भव कुछ नहीं रहता,वो जिस भी ओर बढ़ते हैं। और ये पंक्तियाँ सटीक बैठती है तेगबीर सिंह पर जो मात्र पांच साल के हैं और उन्होंने महज़ इस छोटी सी उम्र में इतिहास रच दिया है, उनके इस दृढ़ संकल्प और मेहनत के आगे पर्वत भी खुद झुक गया है। उन्होंने ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो एशिया के इतिहास में इससे पहले कभी नहीं हुआ।
तेगबीर सिंह पंजाब के रोपड़ के रहने वाले हैं और उन्होंने इस उम्र में अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो को फतह कर लिया है सिर्फ इतना ही नहीं वो एशिया के पहले ऐसे सबसे कम उम्र के बच्चे बन गए हैं जिन्होंने ये कारनामा कर दिखाया है।18 अगस्त 2024 के दिन उन्होंने अपनी चढ़ाई शुरू की थी और मात्र पांच दिन बाद 5 साल के तेगबीर सिंह यानि कि 23 अगस्त 2024 को वो 5,895 मीटर की ऊंचाई पर इतिहास रचने उहुरू चोटी पर पहुंच गए ।साथ ही उन्होंने माउंट किलिमंजारो को फतह करने के साथ सर्बिया के ओग्जेन सिवकोविक के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर ली, जिन्होंने साल 2023 में ये वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था।
30 अगस्त को भारत लौटने वाले तेगबीर सिंह ने अपने इस उपलब्धि का श्रेय अपने पिता, परिवार, कोच बिक्रमजीत सिंह घुमन जो एक हैंडबॉल कोच थे उन्हें दिया। ख़बरों के मुताबिक तेगबीर सिंह पिछले एक साल से इस यात्रा को लेकर तैयारीयों में जुटे हुए थे, वो काफी मेहनत कर रहे थे, इस ट्रेनिंग के दौरान तेगबीर सिंह ने ऑक्सीजन के कम स्तर से निपटने के लिए रोज़ाना व्यायाम से लेकर वो तमाम चीजें की जिससे उन्हें ट्रेकिंग में आसानी हो। और अब उन्होंने अपने नाम और परिवार के नाम के साथ पुरे देश का नाम रौशन किया है।
उनके इस उपलब्धि पर पंजाब के DGP गौरव यादव ने पोस्ट कर लिखा - "Proud of Teghbir Singh, 5-yr-old from Ropar, Punjab for becoming the youngest Asian to conquer Mount Kilimanjaro! His determination & resilience are an inspiration to us all, May his achievements motivate others to push beyond their limits & strive for greatness! #Inspiration"
आज पूरा देश इस 5 साल के बच्चे पर गर्व महसूस कर रहा है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना कर रहा है।