शेयर बाजार के नाम पर ठगने वाले नटरवरलाल भाइयों की जोड़ी अरेस्ट, लोगों से की 30 करोड़ की ठगी
उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स ने दो इनामी ठगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी सगे भाई हैं आरोप है कि दोनों भाइयों ने शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर लोगों से क़रीब 25 से 30 करोड़ रुपये की ठगी है।
देवभूमि उत्तराखंड में अपराध को गले लगाओगे तो छोड़े नहीं जाओगे। क्योंकि सीएम धामी जिहाद हो या अपराध सभी के ख़िलाफ़ सख़्ती से एक्शन के आदेश पुलिस को दे चुके है। इसी का नतीजा है कि धामी की पुलिस ताबड़तोड़ तरीक़े से अपराधियों की कमर तोड़ रही है। इसी बीच उत्तराखंड स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने भी एक ऐसे ऑपरेशन को अंजाम दिया है। जिसमें शातिर ठग पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। और करोड़ों की ठगी का राज एक झटके में खुल गया है। दरअसल
उत्तराखंड स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने दो इनामी ठगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है आरोप ठग सगे भाई बताए जा रहे हैं आरोप है कि दोनों भाइयों ने शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर लोगों से क़रीब 25 से 30 करोड़ की ठगी की है
बता दे कि दोनों ठग भाइयों की उत्तराखंड पुलिस तीन सालों से तलाश कर रही थी। लेकिन दोनों पुलिस से बचने के लिए लगातार अपनी लोकेशन और पहचान बदल रहे थे।लेकिन कहते हैं क़ानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं। जिनसे ये अपराधी पहचान बदलकर भी नहीं बच पाए। क्योंकि आरोपियों की तलाश में उत्तराखंड के कई जनपदों की पुलिस के अलावा CBCID की टीम भी लग गई। और आख़िर में दोनों को ढूंढ निकाला। अब कैसे इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। इसके बारे में उत्तराखंड एसएसपी नवनीत भुल्लर ने विस्तार से पूरी जानकारी दी और बताया कि आरोपी जगदीश बोरा और कमलेश बोरा ने साल 2019 में पिथौरागढ़ क्षेत्र के भोले भाले व्यक्तियों को शेयर मार्केट की अलग अलग स्कीमों में रुपये इन्वेस्ट करने और मोटा मुनाफ़ा कमाने का लालच दिया। इसी तरह दोनों भाइयों ने क़रीब 40 से 50 लोगों से 25 से 30 करोड़ ठगे। आरोप है कि जब भी लोग इनसे अपना पैसा वापस मांगते तो दोनों यही कहते थे कि उनका पैसा शेयर मार्केट में लगा है और अभी बाज़ार बढ़ने पर मुनाफ़ा होने पर पैसा वापस मिल जाएगा. तुम लोग अभी और अधिक धनराशि लगाओगे तो और मुनाफ़ा हो जाएगा। इसके अलावा दोनों ने नैनीताल ज़िले के हल्द्वानी में लोगों को सस्ते में जमीन दिलाने के नाम पर भी ठगी की।
पुलिस ने आरोपी जगदीश बोरा पर 25 हज़ार का इनाम घोषित किया था कमलेश बोरा पर 10 हज़ार का इनाम घोषित किया था
सिर्फ़ इस ठगी में दो भाई ही शामिल नहीं थे। चौंकाने वाला खुलासा तो ये है कि इस ठगी में दोनों भाइयों के अलावा 17 और लोगों की गैंग है। जो अलग अलग क्षेत्र में सक्रिय थे। पुलिस जहां 3 साल से इन्हें ढूँढ रही थी वहीं एसटीएफ पिछले दो सालों से इन दोनों भाइयों की तलाश में लगी हुई थी। हमेशा ये दोनों ठग पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब हो जाते थे। लेकिन इस बार धामी की पुलिस ने ऐसा जाल बिछाया एक भी ठग बच नहीं पाया। पुलिस ने ठगी के मास्टरमाइंड दोनों भाइयों पूरी रेकी के साथ गिरफ्तार किया। धामी की पुलिस ने जिस तरीक़े से इन अपराधियों को पकड़ने का काम किया है उसकी चारों तरफ़ सराहना हो रही है। वैसे भी सीएम धामी ने अपराधियों पर लगाम कसने के लिए पुलिस को सख़्त आदेश दे रहे हैं। यही वजह है कि उत्तराखंड में अपराध का ग्राफ़ बहुत कम रह गया है।