चौकी में इफ़्तारी करने वाले दारोगा का योगी स्टाइल में बांधा इलाज !
कौन है योगी का वो धाकड़ अधिकारी जिसने चौकी में इफ्तार पार्टी करने वाले दारोगा को सिखाया सबक ? देखिये इस रिपोर्ट में।

रमज़ान का पाक महीने में अलविदा जुमे की नमाज़ भी पढ़ी जा चुकी है। मुस्लिम समुदाय अब ईद के जश्न में डूबा हुआ है, लेकिन बीते एक महीने अल्लाह की इबादत करते हुए मुस्लिमों ने रोजे रखे। इस एक महीने में मुस्लिमों ने पूरा दिन रोज़ा रखने के बाद इफ़्तारी की, कुछ राजनेताओं ने मुस्लिमों को वोट बैंक समझकर उनके लिए इफ़्तार पार्टी का आयोजन भी किया । तो वहीं कुछ ने खुद को सेक्युलर दिखाने के लिए भी रोज़ा इफ़्तार पार्टी का आयोजन किया, हद तो तब हो गई जब एक नई नवेली चौकी का उद्धाटन हुआ और चौकी इंचार्ज ने भी इफ़्तार पार्टी का आयोजन कर दिया। बस फिर क्या शाम को इफ्तार पार्टी की और अगले 12-15 घंटे में दारोग़ा साहब नप गये।ज़िले के एसएसपी ने तुरंत लाइन हाजिर कर दिया। जिस अधिकारी ने ये एक्शन लिया आज इस वीडियो में आपको उन्हीं के बारे में बताने जा रहे हैं, लेकिन उससे पहले पूरा मामला विस्तार से समझ लीजिये।
दरअसल मामला उत्तरप्रदेश के मेरठ का है। हुआ ये कि मेरठ की ज़ाकिर कॉलोनी चौकी में अभी हाल ही में एक नई चौकी का निर्माण हुआ है। इस चौकी के उद्धाटन समारोह में पहले तो पूजा अर्चना हुई, हवन पूजन हुआ और इसी के साथ चौकी की कमान दारोग़ा शैलेंद्र प्रताप सिंह को सौंप दी गई। जिस नई नवेली चौकी में सुबह सुबह पूजा हो रही थी, लड्डू बंट रहे थे, उसी चौकी के इंचार्ज शाम तक लाइन हाज़िर हो गये।
वो इसलिए क्योंकि दारोग़ा साहब सेकुलर बनने के चक्कर में चौकी में इफ़्तार पार्टी आयोजित करा बैठे। जिस चौकी में सुबह पूजा हो रही थी उसी में शाम को मुस्लिम समुदाय के लोग जुटे थे इफ़्तारी के लिए। यही इफ़्तारी करना दारोगा के लिए मुसीबत बन गया, ऐसा वीडियो वायरल हुआ कि शाम होते होते बेचारे लाइन हाज़िर कर दिये गये। मतलब चौकी तो रह गई लेकिन चौकी इंचार्ज आउट हो गये। बिना सीनियर को बताये चौकी में इफ़्तार पार्टी करना एसएसपी विपिन ताड़ा को पसंद नहीं आया और उन्होंने सख़्त एक्शन ले लिया। विपिन ताडा ने शैलेंद्र प्रताप सिंह को लाइन हाजिर होने के निर्देश जारी कर दिये।
चौकी में इफ़्तार पार्टी करने वाले दारोग़ा जी पर तो एक्शन हो गया लेकिन इस पर अलग अलग प्रतिक्रिया आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। खैर, 12 घंटे में चौकी में इफ़्तारी कराने वाले विपिन ताड़ा के बारे में अब विस्तार से जान लीजिये।
कौन हैं विपिन ताडा ?
विपिन ताडा मूल रूप से राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले हैं।
उनके पिता मच्छीराम पेशे से वकील हैं।
विपिन ने बेसिक शिक्षा एक छोटे से स्कूल से ली।
विपिन को हाईस्कूल में 56 फ़ीसदी और इंटर में 62 फ़ीसदी अंक मिले थे।
विपिन बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना देखते थे।
2022 में विपिन MBBS के लिए सेलेक्ट हुए।
राजस्थान के एक गांव में सरकारी अस्पताल में डॉक्टर बने।
8 महीने तक उन्होंने वहां पर काम किया।
नौकरी पर आते हुए उन्होंने 2011 में IPS की परीक्षा पास कर ली।
साल 2012 में वो IPS ऑफ़िसर बन गए।
फ़िलहाल वो मेरठ में बतौर एसएसपी कमान संभाल रहे हैं।
विपिन गोरखपुर और रामपुर समेत कई जनपदों के कप्तान रह चुके हैं।
फ़िलहाल नई नवेली चौकी में इफ़्तारी करने वाले दारोग़ा का कैसे हिसाब हुआ और किसने किया वो तो आपने जान लिया, अब उत्तरप्रदेश के ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक ऐसे बयान के साथ आपको छोड़े जा रहे हैं जिसने हिंदुओं के साथ साथ मुस्लिमों को भी ज़रूर सुनना चाहिये।