जो काम Rahul और Owaisi भी नहीं कर सके Modi की 'छोटी सिपाही' ने कर दिया
संसद में शपथ लेने वालीं एक सांसद ऐसी भी थीं। जिनके लिए खुद पीएम मोदी चुनाव प्रचार करने के लिए बिहार गये थे। और जब चुनावी नतीजे आए तो इस महिला सांसद ने जहां इतिहास रच दिया। तो वहीं शपथ ग्रहण के दिन। कुछ ऐसा कर दिखाया जो। ओवैसी और राहुल गांधी जैसे सांसद भी नहीं कर पाए।
PM MODI : दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश हिंदुस्तान में चुनाव हुआ। नतीजे आए ।लगातार तीसरी बार मोदी सरकार भी सत्ता में आ गई। और नए नवेले सांसदों का शपथ ग्रहण भी हो गया। तो वहीं इसी दौरान संसद में शपथ लेने वालीं एक सांसद ऐसी भी थीं ।जिनके लिए खुद PM MODI चुनाव प्रचार करने के लिए बिहार गये थे। और जब चुनावी नतीजे आए तो इस महिला सांसद ने जहां इतिहास रच दिया। तो वहीं शपथ ग्रहण के दिन । कुछ ऐसा कर दिखाया जो। ओवैसी और राहुल गांधी जैसे सांसद भी नहीं कर पाए।
दरअसल देश की संसद में जब शपथ ग्रहण हो रहा था। इस दौरान तमाम नए सांसदों ने प्रोटेम स्पीकर के सामने सांसद पद की शपथ ली। जिनमें असदुद्दीन ओवैसी। राहुल गांधी जैसे कुछ सांसद थे। जो कई बार जीत कर संसद पहुंच चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद बात जब शपथ लेने की आई तो। पर्चा पढ़े बिना सांसद पद की शपथ नहीं ले पाए।
राहुल गांधी। असदुद्दीन जैसे कई पुराने सांसदों ने जहां पर्चा देख कर सांसद पद की शपथ ली। तो वहीं बिहार की समस्तीपुर लोकसभा सीट से पहली बार चुनाव जीत कर आने वालीं युवा नेता शांभवी चौधरी ने बिना कोई पर्चा देखे। सांसद पद की शपथ लेकर संसद ही नहीं। पूरे देश को चौंका दिया।
समस्तीपुर से जीत कर देश की सबसे युवा महिला सांसद बनीं शांभवी चौधरी। पहली बार संसद पहुंची हैं। लेकिन इसके बावजूद उन्हें शपथ लेने के लिए किसी पर्चे की जरूरत नहीं पड़ी। क्योंकि शपथ के दौरान बोले जाने वाले शब्द शांभवी चौधरी ने याद कर लिये थे। और जब शपथ के लिए बुलाया गया तो।पर्चे पर नजरें झुका कर शपथ लेने की बजाए। फुल कॉन्फिडेंस के साथ बिना देखे शपथ लेते हुए नजर आईं। एक बार फिर देखिये शांभवी चौधरी का शपथ ग्रहण।
चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वालीं शांभवी चौधरी कांग्रेस उम्मीदवार सन्नी हजारी को एक लाख 87 हजार से भी ज्यादा वोटों से हरा कर संसद पहुंची हैं। जिनके लिए खुद पीएम मोदी चुनाव प्रचार करने गये थे। और उन्हें अपनी बेटी बताकर जनता से वोट मांग रहे थे।
चुनाव जीतने के बाद पर्चा देखे बिना शपथ लेने वालीं युवा सांसद शांभवी चौधरी के परिवार के बारे में बता दें। उनके पिता अशोक चौधरी बिहार की नीतीश सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। जो हाल ही में कांग्रेस छोड़ कर जेडीयू में शामिल हुए हैं। शांभवी के दादा महावीर चौधरी भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। यानि वो अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी की नेता हैं। दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से आर्टस से एमए करने वालीं शांभवी चौधरी 25 साल की हैं। उन्होंने पूर्व आईपीएस अफसर आचार्य किशोर कुणाल के बेटे से लव मैरिज की है।