इतिहास में होगा ऐसा पहली बार, पाकिस्तान के पूर्व ISI प्रमुख फैज हमीद का क्यों होगा कोर्ट मार्शल ?
फैज़ हमीद का ISI प्रमुख के रूप में कार्यकाल विवादों से भरा रहा। उन्हें अफगानिस्तान में तालिबान के साथ संबंध सुधारने और पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप करने के आरोपों का सामना करना पड़ा।फैज़ हमीद का कोर्ट मार्शल एक निजी हाउसिंग योजना से संबंधित मामले में कथित दुराचार के आरोपों के चलते हो रहा है। पाकिस्तानी सेना ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि फैज़ हमीद को गिरफ्तार किया गया है ताकि संपत्ति मामले में की गई शिकायतों की सही स्थिति का पता लगाया जा सके और उनके खिलाफ उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सके।
फैज़ हमीद, पाकिस्तान की सबसे शक्तिशाली खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज़ इंटेलिजेंस (ISI) के पूर्व प्रमुख, हाल ही में उस समय सुर्खियों में आए जब उनके खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्रवाई की घोषणा की गई। यह पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि एक पूर्व आईएसआई प्रमुख का कोर्ट मार्शल किया जा रहा है। इस घटनाक्रम ने पाकिस्तान में राजनीति, सुरक्षा और खुफिया मामलों पर व्यापक चर्चा को जन्म दिया है। आइए, जानते हैं कि फैज़ हमीद कौन हैं, और इस मामले की पूरी कहानी क्या है।
फैज़ हमीद का परिचय
लेफ्टिनेंट-जनरल (सेवानिवृत्त) फैज़ हमीद, पाकिस्तान सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी रहे हैं। उन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा पहचान मिली जब उन्होंने इंटर-सर्विसेज़ इंटेलिजेंस (ISI) के प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाला। 2019 में, उन्हें ISI का प्रमुख नियुक्त किया गया, जो पाकिस्तान की सुरक्षा और खुफिया मामलों की सबसे महत्वपूर्ण एजेंसी है। इस पद पर रहते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण और विवादास्पद फैसले लिए, जिनका असर न केवल पाकिस्तान बल्कि क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति पर भी पड़ा।
ISI प्रमुख के रूप में कार्यकाल
फैज़ हमीद का ISI प्रमुख के रूप में कार्यकाल विवादों से भरा रहा। उन्हें अफगानिस्तान में तालिबान के साथ संबंध सुधारने और पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप करने के आरोपों का सामना करना पड़ा। उनके कार्यकाल के दौरान, पाकिस्तान की राजनीति में सैन्य हस्तक्षेप के आरोप भी लगे। इसके बावजूद, उन्हें एक शक्तिशाली और प्रभावशाली अधिकारी माना जाता था, जिनका राजनीतिक और सैन्य मामलों में काफी प्रभाव था।
क्यों हो रहा है फैज़ हमीद का कोर्ट मार्शल?
फैज़ हमीद का कोर्ट मार्शल एक निजी हाउसिंग योजना से संबंधित मामले में कथित दुराचार के आरोपों के चलते हो रहा है। पाकिस्तानी सेना ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि फैज़ हमीद को गिरफ्तार किया गया है ताकि संपत्ति मामले में की गई शिकायतों की सही स्थिति का पता लगाया जा सके और उनके खिलाफ उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सके।आरोप है कि फैज़ हमीद ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए निजी हाउसिंग योजना में अनियमितताएँ कीं। इन आरोपों के कारण उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया शुरू की गई है। पाकिस्तान की सेना के लिए यह मामला अत्यंत गंभीर है क्योंकि यह पहली बार है जब एक पूर्व आईएसआई प्रमुख के खिलाफ इस तरह की अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है।
क्या है इस मामले का महत्व?
फैज़ हमीद के खिलाफ की जा रही यह कार्रवाई पाकिस्तान की सेना और उसकी खुफिया एजेंसी ISI के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह मामला दिखाता है कि पाकिस्तान की सेना, जो हमेशा से अपने अधिकारियों और पूर्व अधिकारियों के प्रति बेहद कठोर रही है, अब अपने सबसे शक्तिशाली अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हट रही है।यह मामला इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे पहले कभी किसी पूर्व ISI प्रमुख के खिलाफ इस तरह की अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की गई थी। इससे पाकिस्तान में सत्ता संघर्ष, सैन्य हस्तक्षेप और खुफिया एजेंसी के आंतरिक मामलों पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
पाकिस्तान में हो रही प्रतिक्रिया
फैज़ हमीद के खिलाफ कोर्ट मार्शल की घोषणा के बाद पाकिस्तान में कई तरह की प्रतिक्रियाएँ देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे न्याय का एक महत्वपूर्ण कदम मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे सेना के भीतर चल रहे आंतरिक संघर्ष का परिणाम मान रहे हैं।इसके अलावा, यह मामला पाकिस्तान की राजनीति पर भी असर डाल सकता है। फैज़ हमीद के ISI प्रमुख के रूप में कार्यकाल के दौरान उनके कई राजनीतिक संबंध बने, जिनमें से कुछ अभी भी प्रभावी हैं। ऐसे में उनके खिलाफ की जा रही यह कार्रवाई पाकिस्तान के राजनीतिक परिदृश्य पर भी असर डाल सकती है।
अब सभी की निगाहें फैज़ हमीद के कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया पर हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले का क्या परिणाम निकलता है। अगर फैज़ हमीद पर लगे आरोप सही साबित होते हैं, तो यह पाकिस्तान की सेना और उसकी खुफिया एजेंसी के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।इस मामले का न केवल पाकिस्तान के भीतर बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी असर पड़ेगा, क्योंकि ISI का प्रमुख पद हमेशा से वैश्विक सुरक्षा और खुफिया मामलों में महत्वपूर्ण रहा है। फैज़ हमीद का कोर्ट मार्शल इस बात का संकेत हो सकता है कि पाकिस्तान की सेना अब अपनी नीति में बदलाव कर रही है और किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार या अनुशासनहीनता को सहन नहीं करेगी। फैज़ हमीद का मामला पाकिस्तान के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है और पाकिस्तान की सेना और उसकी खुफिया एजेंसी के लिए इसका क्या परिणाम निकलता है। इस मामले ने पाकिस्तान की राजनीति, सुरक्षा और खुफिया मामलों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनके जवाब आने वाले समय में ही मिल पाएंगे।