नए-नए नेता विपक्ष बने Rahul Gandhi की वो 3 'गलती' जिसकी वजह से संसद में हुई फजीहत
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने शशि थरूर। के सुरेश । मनीष तिवारी। जैसे कद्दावर नेताओं की फौज होने के बावजूद राहुल गांधी को लोकसभा में नेता विपक्ष जैसा जिम्मेदारी भरा पद तो दे दिया।लेकिन लगता है राहुल गांधी नेता विपक्ष वाले तौर तरीके नहीं सीख पाए। तभी तो।नए नए नेता विपक्ष बने राहुल गांधी ऐसी ऐसी गलतियां किये जा रहे हैं जिसकी वजह से उन्हें संसद में खूब फटकार पड़ रही है ।
Rahul Gandhi : साल 2014 और साल 2019 के लोकसभा चुनाव में चली प्रचंड मोदी लहर में तो कांग्रेस को इतनी भी सीट नहीं मिली थी कि नेता विपक्ष का पद हासिल कर सके। और जब इस बार के लोकसभा चुनाव में नेता विपक्ष के लायक सीट भी मिली तो। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने शशि थरूर। के सुरेश।मनीष तिवारी। जैसे कद्दावर नेताओं की फौज होने के बावजूद Rahul Gandhi को लोकसभा में नेता विपक्ष जैसा जिम्मेदारी भरा पद तो दे दिया। लेकिन लगता है राहुल गांधी नेता विपक्ष वाले तौर तरीके नहीं सीख पाए। तभी तो।नए नए नेता विपक्ष बने राहुल गांधी ऐसी ऐसी गलतियां किये जा रहे हैं जिसकी वजह से उन्हें संसद में खूब फटकार पड़ रही है।
दरअसल राहुल गांधी को जबसे कांग्रेस ने नेता विपक्ष बनाया है। राहुल गांधी की फजीहत कम होने का नाम ही नहीं ले रही है।
पहली गलती
चार बार के सांसद होने के बावजूद राहुल गांधी को इतना भी नहीं पता कि सांसद पद की शपथ लेने के बाद प्रोटेम स्पीकर का अभिवादन करना पड़ता। तभी तो। लगातार पांचवीं बार सांसद बने राहुल गांधी शपथ लेते ही अपनी सीट की ओर जाने लगे कि तभी कांग्रेसी सांसदों ने उन्हें याद दिलाया कि प्रोटेम स्पीकर का अभिवादन भी करना होता है। तब जाकर राहुल गांधी दोबारा गये और प्रोटेम स्पीकर का अभिवादन किया।
दूसरी गलती
भारतीय संसद की परंपरा रही है कि नेता विपक्ष सरकार के विरोध में खुद वेल में नहीं आता है। और ना ही साथी सांसदों को वेल में जाने के लिए उकसाता है। लेकिन दो जुलाई को जब पीएम मोदी संसद में बोल रहे थे। तो इस दौरान विपक्ष के सांसद जहां मणिपुर के मुद्दे पर मोदी के खिलाफ हल्ला मचा रहे थे। तो वहीं नेता विपक्ष राहुल गांधी अपने सांसदों को वेल में जाने के लिए उकसाते हुए नजर आए।
इससे पहले राज्य सभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी यही गलती की थी। जिन्हें सभापति जगदीप धनखड़ ने फटकार भी लगाई थी।
जो गलती मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में की ।वही गलती राहुल गांधी ने लोकसभा में की। और दोनों सदन में कांग्रेस के दोनों नेताओं को कुछ इसी तरह से फटकार खानी पड़ी।
तीसरी गलती
राहुल गांधी नेता विपक्ष तो बन गये। लेकिन लगता है नेता विपक्ष वाला आचरण अभी तक नहीं सीख पाए। इसीलिये नए नए नेता विपक्ष बनाए गये राहुल गांधी संसद में भी इस तरह से बैठते हैं। जैसे किसी बगीचे में बैठे हों ।
सदन में नेता विपक्ष राहुल गांधी के बैठने के इस तरीके पर पत्रकार अजीत भारती ने आपत्ति जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा। ये इनका नेता प्रतिपक्ष है, लोकसभा को अपने बाप की मिल्कियत समझने वाले इसी अभिजात्य घमंड में रहते हैं।
पीएम मोदी के भाषण के दौरान संसद में अपने बैठने के तरीके को लेकर सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की कुछ इसी तरह से फजीहत हो रही है। क्योंकि इससे पहले भी इस देश में अटल बिहारी वाजपेयी। सुषमा स्वराज। जैसे नेता। संसद में नेता विपक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। लेकिन शायद ही किसी नेता को इस तरह से अमर्यादित तरीके से संसद में बैठते हुए किसी ने देखा होगा। क्योंकि सदन की एक गरिमा होती है।और नेता विपक्ष से भी देश एक गरिमापूर्ण और मर्यादित व्यवहार की अपेक्षा रखता है। इस तरह के व्यवहार की नहीं। जैसा कि नेता विपक्ष राहुल गांधी ने किया। कभी वो विपक्ष के सांसदों को वेल में जाने के लिए उकसाते हुए नजर आए। तो कभी ऐसे बैठे नजर आए जैसे बगीचे में बैठे हों।