Uttrakhand में ठोके गए दो बदमाश, इस बड़े कांड को दिया था अंजाम
उत्तराखंड में भीषण एनकाउंटर की ख़बर सामने आई है। सीएम धामी की पुलिस ने गोलीकांड के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, हालांकि गिरफ़्तारी से पहले पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ भी हुई।
Uttarakhand : Uttarakhand की पुष्कर सिंह धामी सरकार प्रदेश को हर मोर्चे पर अव्वल साबित कर रही है। फिर चाहे वो धार्मिक यात्रा को सफल बनाना हो । क़ानून व्यवस्था को दुरुस्त करना हो ।महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल तैयार करना हो या फिर टूरिज़्म को मज़बूत करना हो। सीएम धामी का साफ़ निर्देश है कि अगर क़ानून को किसी ने अपने हाथ में लिया तो फिर उसे बख्शा नहीं जाएगा। कुछ वक्त पहले हल्द्वानी में बवाल काटने वालों का क्या हाल हुआ था। कैसे वो भागे भागे फिर रहे थे, धामी की पुलिस के सामने हाथ जोड़ रहे थे वो सबने देखा था। उसी तर्ज़ पर सीएम धामी ने निर्देश दे दिए हैं कि कोई इस मुग़ालते में ना रहे कि बाहर से आकर क्राइम कर देंगे और बचकर निकल जाएंगे..पहाड़ों में अशांति नहीं फैलने दी जाएगी।
सीएम के आदेश के मुताबित उत्तराखंड पुलिस भी ज़बरदस्त काम कर रही है और हर स्तर पर छोटे से छोटे अपराध को जड़ से ख़त्म करने की कोशिश कर रही है। इसी कड़ी में ख़बर है कि हरिद्वार पुलिस ने दो बदमाशों का एनकाउंटर कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। ये आरोपी कोई छोटे मोटे आरोपी नहीं बल्कि देहरादून के रवि बडोला हत्याकांड में शामिल थे। पुलिस ने लगभग 7 आरोपियों को इस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें कि देहरादून डोभाल चौक पर रवि बडोला नाम के शख़्स को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना को अंजाम देकर सारे आरोपी फ़रार हो गए थे। पुलिस को इन आरोपियों की सरगर्मी से तलाश थी। मंगलवार देर रात हरिद्वार पुलिस को उस वक़्त बड़ी सफलता हाथ लगी जब
ये आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी जिसके बाद देहरादून पुलिस और हरिद्वार पुलिस टीम की संयुक्त घेराबंदी में मनीष, योगेश नाम के अपराधियों को गिरफ्तार करने की कोशिश की गई, हालांकि दोनों ने पुलिस की टीम पर हमला कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फ़ायर किया और उसके बाद इन दोनों के साथ साथ 5 और अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि घायल हुए अपराधी मनीष और योगेश दोनों ही उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं।
उत्तराखंड पुलिस लगातार जिस तरह से ऑपरेशन चला रही है उससे एक बात तो साफ़ है कि किसी भी क़ीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। 16 जून को हुए गोलीकांड के आरोपियों को महज़ 48 घंटे में उत्तराखंड पुलिस ने पकड़कर ये साबित कर दिया कि प्रदेश की जनता पूरी तरह से सुरक्षित है।