'Amitabh Bachchan' का नाम सुनते ही क्यों भड़क जाती हैं Jaya, समझिए
अमिताभ बच्चन' पर भड़क गई जया बच्चन, आख़िर जया के ग़ुस्से की क्या है वजह ? विस्तार से जानिए
Jaya Bachchan : Jaya Bachchan और ग़ुस्सा, इसे अब ऐसे समझिए की ये दोनों एक दूसरे के पर्यायवाची बन बैठे है, बहुत कम मौक़े आते हैं जब जया बच्चन को आप हंसते हुए देख पाएंगे, लेकिन जब बात ग़ुस्से की आएगी, बहस की आएगी को जया बच्चन को सबसे आगे पाएंगे, यही वजह है कि संसद का कोई भी सत्र शुरु हो जया बच्चन की बहसबाजी सभापति से हो ही जाती है, अभी हाल ही में ख़त्म हुए मानसून सत्र में जया बच्चन का बहस सभापति और उपसभापति से खूब हुई, और बात बस इतनी सी थी कि जया अमिताभ बच्चन कह कर उन्हें बुला लिया गया ।
‘अमिताभ बच्चन’ सुनते ही जया बच्चन भड़क क्यों जाती है, इसकी वजह जानना बेहद जरुरी है, और वजह जाननी है तो जया की बातें समझनी होंगी, क्योंकि, जया कहती हैं ये पति के नाम से बुलाने का जो नया नियम शुरू हुआ है, उससे ये बताया जा रहा है कि महिलाएं को अपने पति के नाम से ही जाना जाएगा, ये बातें बता रही हैं कि महिलाओं का कोई अस्तित्व ही नहीं हैं, उनकी कोई उपलब्धि नहीं है अपने में।
मतलब जया बच्चन का कहना है कि, पत्नियों की अपनी उपलब्धि हैं, जरुरी नहीं हैं कि उनके नाम में पति का नाम जोड़ा जाए, वहीं जया आगे ये भी कहती है कि, अपने नाम और अपने पति, दोनों पर बहुत गर्व होता, पति की उपलब्धियों पर भी काफी गर्व है।
जया के इन दोनों बयान को गौर से समझिए, जया बस इतना कहना चाहती है कि, पत्नियाँ पति का सम्मान करती है उनपर गर्व करती है, लेकिन महिलाओं को भी अपनी एक अलग पहचान मिलनी चाहिए, इसमें किसी को कोई दिक़्क़त नहीं होनी चाहिए ।
यही वजह है कि, जया बच्चन सदन में जया अमिताभ बच्चन कहे जाने पर ग़ुस्सा हो जाती है और बहस करने लगती है, फ़िलहाल जया बच्चन को लेकर आपकी क्या राय है कमेंट में जरुर बताएँ और सदन में किस तरह से वो 'अमिताभ बच्चन' नाम पर बहस करती है वो भी सुन लीजिए ।