योगी के अपराध मुक्त UP बनाने में यूपी STF ने निभाई अहम भूमिका, जानिए कैसे तोड़ी अपराधियों की कमर
उत्तर प्रदेश को CM योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह से अपराध मुक्त प्रदेश बनाने का सपना देखा है उस सपने को साकार करने में STF की टीम ने पिछले साढे सात साल में अहम भूमिका निभाते हुए है बड़ी संख्या में अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
साल 2017 में उत्तर प्रदेश की सत्ता की कमान जब से योगी आदित्यनाथ ने संभाली है, तब से उनकी सरकार 'जीरो टॉलरेंस नीति' के तहत काम करते हुए प्रदेश में माफिया और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर उनके संगठित अपराध की कमर तोड़ रही है। सीएम योगी के आदेश पर परीक्षाओं के माफियाओं के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साढ़े सात साल में यूपी एसटीएफ ने 7000 से अधिक और इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जबकि 49 कुख्यात अपराधियों को मुठभेड़ में STF ने मार गिराया है। इसके साथ ही प्रदेश में एसटीएफ की टीम ने बड़ी मात्रा में अवैध हथियार, नशीले पदार्थ, प्रतिबंधित जानवरों की खाल और हड्डियां भी बरामद की हैं। इतना ही नहीं, एसटीएफ के अधिकारियों ने अपनी सूझबूझ से लगभग 559 से अधिक अपराधी घटनाओं को घटित होने से पहले रोककर अपराधियों की साजिश को नाकाम करने का भी काम किया है।
कितने अपराधी हुए गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश एसटीएफ के एडीजी अमिताभ एस के मुताबिक, उनकी टीम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप अपराधियों पर लगातार कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए उनकी टीम द्वारा तमाम मुहिम चलाकर अपराधियों की खबर को तोड़ने का काम किया जा रहा है। इसी क्रम में यूपी एसटीएफ ने पिछले साढ़े सात साल में कुल 7015 अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जबकि इस दौरान 49 अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया है। इन सभी पर 10 हजार से लेकर 5 लाख का इनाम घोषित था। इसके अलावा, यूपी एसटीएफ की सतर्कता के चलते प्रदेश में लगभग 559 से अधिक आपराधिक घटनाओं को घटित होने से पहले रोका गया, जिसमें जनप्रतिनिधि, प्रतिष्ठित व्यक्ति, और आम नागरिकों के अपहरण, लूट, हत्या जैसी अपराध की घटनाएं शामिल हैं। इसके साथ ही प्रदेश भर में एसटीएफ ने 3970 संगठित अपराधियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम किया है।
शराब तस्करों और पेपर लीक गैंग पर कार्रवाई
यूपी एसटीएफ ने सिर्फ अपराधियों पर कार्रवाई नहीं की है, बल्कि उनकी टीम ने पेपर लीक जैसी धांधली को रोकने के लिए और उसे जड़ से खत्म करने के लिए लगभग 193 गिरोहों के 926 सरगना और पेपर सॉल्वरों के खिलाफ भी कार्रवाई की है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिस तरीके से यूपी पुलिस और खास तौर पर यूपी एसटीएफ ने काम किया है, उसके चलते युवाओं में योगी आदित्यनाथ की सह पड़ी है। साथ ही, आजकल लगातार साइबर घटनाओं पर नकेल लगाने के लिए भी पुलिस लगातार काम कर रही है। इसी सिलसिले में साइबर अपराधों में लिप्त 379 साइबर अपराधियों को भी एसटीएफ की टीम ने दबोचा है। अवैध हथियार की तस्करी करने वाले अपराधियों के खिलाफ एसटीएफ की टीम ने खास अभियान चलाकर 189 अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 2080 अवैध हथियार और 8229 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। इसी तरह अवैध शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों से शराब की तस्करी करने वाले 523 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके पास से एसटीएफ की टीम ने 80579 पेटी शराब, 330866 लीटर रेक्टिफाइड स्पिरिट और 7560 लीटर तैयार देसी शराब को भी बरामद किया है।
अवैध नशे के सौदागर बड़ी संख्या में गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक, नशे के कारोबार में लिप्त 1082 अभियुक्तों को उनकी टीम ने गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 91147.48 किलो गांजा, 2054.64 किलो चरस, 19727.1 किलो डोडा/पोस्ता, 7.06 किलो मॉरफीन, 723.758 किलो स्मैक, 21.521 किलो हेरोइन, 181.012 किलो अफीम, 6.1 किलो ब्राउन शुगर, 6.938 किलो मैथेडोन और 280899 अदद नशीली दवाएं भी बरामद की हैं।
जानवरों की खाल बेचने वालों पर भी कार्रवाई
प्रदेश में सिर्फ गुंडागर्दी जैसे अपराध नहीं, बल्कि बड़ी मात्रा में जानवरों का शिकार कर उनकी खाल की तस्करी करने वाले गिरोहों पर भी कार्रवाई करते हुए 170 अपराधियों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 341 किलो कछुए की खाल, 2 पैंगोलिन, 1 बाघ की खाल, 18 किलो बाघ की हड्डी, 2 हाथी के दांत, समेत बड़ी संख्या में कछुओं की बरामदगी भी एसटीएफ की टीम ने की है।