Uttarakhand Board Results 2024: CM Dhami ने देवभूमि की बेटी को फोन कर दी बधाई
Uttarakhand Board: इस बार पिथौरागढ़ की रहने वालीं प्रियांशी रावत ने जहां दसवीं में टॉप किया। तो वहीं अल्मोड़ा के पीयूष खोलिया और हल्द्वानी की कंचन जोशी ने संयुक्त रूप से बरहवीं में टॉप किया है। ये बात जैसे ही उत्तराखंड की सत्ता संभाल रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पता चली। उन्होंने तुरंत देवभूमि के टॉपर्स को फोन मिला दिया। और खुद उन्हें बधाई दी..!
उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा के दसवीं और बरहवीं के रिजल्ट मंगलवार को जारी कर दिये गये। इस बार पिथौरागढ़ की रहने वालीं प्रियांशी रावत ने जहां दसवीं में टॉप किया। तो वहीं अल्मोड़ा के पीयूष खोलिया और हल्द्वानी की कंचन जोशी ने संयुक्त रूप से बरहवीं में टॉप किया है। ये बात जैसे ही उत्तराखंड की सत्ता संभाल रहे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पता चली। उन्होंने तुरंत देवभूमि के टॉपर्स को फोन मिला दिया। और खुद उन्हें बधाई दी।
देश में चल रहे लोकसभा चुनाव की वजह से सीएम धामी इन दिनों बेहद व्यस्त रहते हैं। लेकिन इसके बावजूद बात जब दसवीं और बरहवीं टॉप करने वाले छात्रों को बधाई देने की आई तो। सीएम धामी ने अपने व्यस्त शेड्यूल से समय निकाल कर खुद फोन किया। और उन्हें बधाई दी। अपने दफ्तर में बैठ कर सीएम धामी ने सबसे पहले बरहवीं में टॉप करने वालीं कंचन जोशी और पीयूष खोलिया को फोन पर बधाई दी।
बरहवीं में संयुक्त रूप से टॉप करने वाले पीयूष और कंचन को बधाई देने के बाद सीएम धामी ने सीधे प्रियांशी रावत को फोन मिला दिया। और उन्हें भी दसवीं टॉप करने पर बधाई दी।
दसवीं और बरहवीं में टॉप करने वाले तीनों छात्रों को फोन पर बधाई देने के साथ ही सीएम धामी ने उन छात्र छात्राओं का भी मनोबल बढ़ाया जो पास नहीं हो सके। उनके लिए किये गये एक ट्वीट में सीएम धामी ने लिखा:
"उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले सभी विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई, यह आपके कठिन परिश्रम और लगन का प्रतिफल है, मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप आने वाले समय में भी राज्य और देश का नाम अवश्य रोशन करेंगे, परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुए विद्यार्थी निराश न हों, उनके अभिभावकों से अनुरोध है कि बच्चों पर दबाव न बनायें बल्कि उनका साथ दें, ये जीवन में सफलता का आखिरी मापदंड नहीं है, आप सभी पूरे मनोयोग से और अधिक मेहनत के साथ प्रयास कर सफलता को प्राप्त कर सकते हैं ।"
दसवीं में पांच सौ में से पांच सौ नंबर लाकर पूरे उत्तराखंड में टॉप करने वालीं प्रियांशी के पिता पूर्व सैनिक हैं। और उनकी मां एक स्कूल में टीचर हैं। प्रियांशी ने बताया कि वह हाईस्कूल में नियमित पढ़ाई करती थीं। उन्होंने बोर्ड परीक्षा को लेकर अपने आप को किसी तरह के दबाव में नहीं रखा। माता-पिता ने भी लगातार उनका मनोबल बढ़ाया।
दसवीं में जहां अकेले प्रियांशी ने टॉप किया तो वहीं बरहवीं में पीयूष खोलिया और कंचन जोशी ने 97.66 फीसदी अंक हासिल कर संयुक्त रूप से टॉप किया है। दोनों ने 500 में से 488 अंक हासिल किये हैं। जबकि 485 नंबर के साथ अंशुल नेगी दूसरे नंबर हैं। बहरहाल उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में पास होने वाले छात्र छात्राओं को बधाई देने के साथ ही सीएम धामी ने जिस तरह से फेल हुए छात्रों का भी मनोबल बढ़ाते हुए उन्हें सलाह दी है कि है ये जीवन में सफलता का आखिरी मापदंड नहीं है। साथ ही उनके माता पिता को भी फेल छात्रों पर दबाव नाम बनाने की अपील की है। उस पर आपका क्या कहना है अपनी राय हमें कमेंट कर जरूर बताएं।