केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू और CM अब्दुल्लाह के साथ ट्यूलिप गार्डन का किया दौरा ,बोले - 'वाकई ये खास सुबह'
किरेन रिजिजू ने सीएम उमर अब्दुल्ला के साथ ट्यूलिप गार्डन की सैर की, बोले - 'वाकई ये खास सुबह'

केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को कहा कि उन्होंने श्रीनगर के प्रसिद्ध ट्यूलिप गार्डन में सुबह की सैर का आनंद लिया। उनके साथ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी थे।
केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, " मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला संग ट्यूलिप गार्डन के जीवंत रंगों के बीच सुबह की सैर खास रही। इसके साथ ही डॉ. फारूक अब्दुल्ला साहब से मिलकर भी खुशी हुई। प्रकृति का बेहतरीन नजारा और गर्मजोशी और दूरदर्शिता से भरी बातचीत, वाकई ये एक खास सुबह रही।"
Srinagar's captivating Tulip Garden is the grandest in Asia!
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) April 7, 2025
With an astonishing numbers of varieties, this garden is a true masterpiece. Let's cheer for the record visitors each year as they immersed themselves in the beauty of these vibrant bloomshttps://t.co/s1DNzfFRqc pic.twitter.com/WFKQcY007c
रविवार को श्रीनगर में केंद्रीय मंत्री रिजिजू और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने लोक संवर्धन पर्व का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर की सांस्कृतिक विविधता और कलात्मक विरासत का जश्न मनाया गया और साथ ही क्षेत्रीय चुनौतियों पर भी चर्चा की गई।
दोनों नेताओं ने सुबह ट्यूलिप गार्डन का दौरा किया। एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन के रूप में जाना जाने वाला यह गार्डन फिलहाल आगंतुकों के लिए खुला है।
रविवार को ट्यूलिप गार्डन में रिकॉर्ड 81,452 लोग आए। यह 2007 में इस गार्डन के शिलान्यास और उद्घाटन के बाद से अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है, जब गुलाम नबी आजाद मुख्यमंत्री थे।
यह गार्डन ढलानदार भूमि पर स्थित है, जिसमें सीढ़ीनुमा सात छतें हैं, जिनसे डल झील दिखती है।
यह उद्यान कश्मीर घाटी में फूलों की खेती और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए खोला गया था। पहले इसे सिराज बाग के नाम से जाना जाता था, जिसे 2007 में इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन का नाम दिया गया।
लगभग 1.75 मिलियन ट्यूलिप बल्ब, सभी बहु-रंगीन, एम्स्टर्डम के ट्यूलिप गार्डन से लाए गए और यहां उगाए गए।
ट्यूलिप के अलावा यहां 46 प्रकार के फूल भी हैं, जिनमें हाइसिंथ, डेफोडिल और रैनुनकुलस शामिल हैं, जिन्हें हॉलैंड से लाया गया था।
आज, यह उद्यान ट्यूलिप की लगभग 77 किस्मों का घर है। इसका रखरखाव स्थानीय पुष्पकृषि विभाग द्वारा किया जाता है, और विभिन्न किस्मों और रंगों के वसंत फूलों के रखरखाव और उगाने के लिए पूरे साल उद्यान में कई माली और विशेषज्ञ कार्यरत रहते हैं।
Input: IANS