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बुल्डोजर एक्शन पर बौखलाईं Priyanka Gandhi को CM Yogi ने दिया क्या जवाब ?

मध्य प्रदेश के छतरपुर में थाने पर पथराव करने वाले आरोपी शहजाद हाजी के खिलाफ मोहन सरकार ने बुल्डोजर एक्शन लिया तो बौखलाईं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी बुल्डोजर के विरोध में ही उतर आईं, जिस पर योगी आदित्यनाथ का ये जवाब जरूर सुन लेना चाहिए !
बुल्डोजर एक्शन पर बौखलाईं Priyanka Gandhi को CM Yogi ने दिया क्या जवाब ?

बुल्डोजर एक ऐसा यंत्र है, जिसका काम विकास कराना भी है और अवैध निर्माण गिराना भी है लेकिन साल 2017 में जब भगवाधारी योगी आदित्यनाथ ने यूपी की सत्ता संभाली तो उत्तर प्रदेश के लोगों को इसी बुल्डोजर का एक और रूप देखने को मिला। जब यही बुल्डोजर विकास कराने के साथ साथ गुंडे, बदमाशों और माफियाओं की अवैध संपत्तियों को मिट्टी में मिलाने का काम भी शुरू कर दिया। 

बात चाहे माफिया मुख्तार अंसारी की हो या फिर अतीक अहमद कीबड़े से बड़े तोप समझे जाने वाले माफियाओं की अवैध संपत्तियों को योगी सरकार ने इसी बुल्डोजर से मिट्टी में मिलाने का काम किया। जिसके बाद सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम ही बुल्डोजर बाबा पड़ गया।  सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश में गुंडे बदमाशों और माफियाओं के खिलाफ बुल्डोजर एक्शन की जो शुरूआत की थी। उसका असर अब दूसरे राज्यों में भी देखने को मिल रहा है।  यही वजह है कि जब कुछ ही दिनों पहले मध्य प्रदेश के छतरपुर में मोहम्मद पैगंबर पर टिप्पणी को लेकर मचे बवाल के बीच शहजाद हाजी ने थाने पर पथराव किया तो सूबे की मोहन सरकार ने आरोपी शहजाद हाजी की आलीशान कोठी पर ही बुल्डोजर चढ़ा कर उसे मिट्टी में मिला दिया था। 

जिस शहजाद हाजी ने सरेआम थाने पर पथराव किया। जिसमें तीन पुलिस वाले घायल हो गये। उस शहजाद हाजी के खिलाफ मोहन सरकार ने बुल्डोजर चलवाया तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका बुरा मान गईं और बुल्डोजर एक्शन पर ही सवाल उठाते हुए कह दिया। 

अगर कोई किसी अपराध का आरोपी है तो उसका अपराध और उसकी सजा सिर्फ अदालत तय कर सकती है। लेकिन आरोप लगते ही आरोपी के परिवार को सजा देना, उनके सिर से छत छीन लेना, कानून का पालन न करना, अदालत की अवहेलना करना, आरोप लगते ही आरोपी का घर ढहा देना- यह न्याय नहीं है। यह बर्बरता और अन्याय की पराकाष्ठा है, कानून बनाने वाले, कानून के रखवाले और कानून तोड़ने वाले में फर्क होना चाहिए, सरकारें अपराधी की तरह व्यवहार नहीं कर सकतीं, कानून, संविधान, लोकतंत्र और मानवता का पालन सभ्य समाज में शासन की न्यूनतम शर्त है, जो राजधर्म नहीं निभा सकता, वह न तो समाज का कल्याण कर सकता है, न ही देश का, बुल्डोजर न्याय पूरी तरह अस्वीकार्य है, यह बंद होना चाहिए

इसी शहजाद हाजी ने जब सरेआम पर थाने पर हमला किया। तब तो प्रियंका गांधी ने इस आरोपी के खिलाफ एक शब्द नहीं कहा और जब मोहन सरकार ने बुल्डोजर एक्शन लिया तो प्रियंका गांधी बुरा मान गईं... जिस कभी कांग्रेसी रहीं बीजेपी नेता राधिका खेड़ा ने भी मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा कि किसी भी केस में आरोपी मुस्लिम हो तो कांग्रेस वालों की आंखों से तुरंत ही आंसू छलक पड़ते हैं, बात चाहे बुलडोजर एक्शन में प्रियंका वाड्रा के दिल के दर्द की हो या बाटला हाउस एनकाउंटर पर 'मम्मी जी' की आंखें भरने की, ‘तुष्टिकरण वाले ड्रामे' में ये कभी पीछे नहीं रहते हैं। 


योगी सरकार ने जिस बुल्डोजर मॉडल की शुरूआत की थी। उसे अब मध्य प्रदेश  असम जैसे बीजेपी शासित राज्य भी अपनाने लगे हैं  लेकिन प्रियंका गांधी तो बुल्डोजर एक्शन पर ही सवाल उठाने लगीं जिस पर सीएम योगी ने कभी कहा था कि बुल्डोजर एक्शन से कांग्रेस के पेट में भले ही दर्द हो रहा हो लेकिन गुंडे बदमाशों और माफियाओं से निपटने का योगी सरकार का यही स्टाइल है और इसी स्टाइल से अयोध्या में एक नाबालिग के साथ महापाप करने वाले सपाई मोईद खान को भी सबक सिखाते हुए उसके बेकरी से लेकर कॉम्प्लेक्स तक सभी अवैध संपत्तियों को बुल्डोजर से मिट्टी में मिला दिया। वैसे आपको क्या लगता है। क्या बुल्डोजर एक्शन बंद होना चाहिए। 

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