Mamata के बंगाल में शिक्षा मंत्री पर हुआ हमला तो TMC नेता को याद आ गये Yogi !
West Bengal की राजधानी कोलकाता में स्थित जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान शिक्षा मंत्री पर भी हमला कर दिया गया जिस पर भड़के ममता के मंत्री ने हिंसा पर उतारू छात्रों को दिलाई योगी के यूपी की याद !

एक वक्त था जब उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी। अतीक अहमद जैसे माफियाओं को भी सपा बसपा जैसी सियासी पार्टियां चुनाव लड़वाया करती थीं। और इन माफियाओं का भी एक अलग ही भौकाल हुआ करता था। लेकिन साल 2017 में जब सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाली। सबकुछ एकदम बदल गया। क्योंकि सत्ता संभालते ही सीएम योगी ने सबसे पहले गुंडे बदमाशों और माफियाओं पर लगाम कसना शुरू किया। और आज अतीक मुख्तार जैसे दोनों ही माफिया जहां जहन्नुम में पहुंच गये तो वहीं उनका साम्राज्य भी मिट्टी में मिला दिया गया।
जिस योगी सरकार के डंडे से बड़े से बड़े माफियाओं की भी पैंट गीली हो जाती है।उस योगी सरकार का भौकाल तो अब ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में भी दिखने लगा है। यकीन नहीं तो ममता सरकार में मंत्री फिरहाद हाकिम का ये बयान सुन लीजिये।कैसे सीएम योगी का नाम लेते हुए कह रहे हैं कि आप बीजेपी शासित राज्य में गुंडागर्दी नहीं कर सकते, योगी तो गुंडों के पैर तोड़ देते हैं।
बहुत अन्याय है। गुंडाबाजी है, किसी बीजेपी स्टेट में ऐसा कर पाते? योगी के स्टेट में कर पाते ? मार कर हड्डी तोड़ देते इनकी, यहां ममता बनर्जी ने गणतंत्र रखा है इसीलिए ये गुंडे इतना उछल रहे हैं, बहुत अन्याय है, क्या जरूरत थी, कहीं पर ये तांडव लीला करना, अराजकता करना, ये कभी राजनीति नहीं हो सकती।
ममता सरकार के मंत्री फिरहाद हाकिम ये बात अच्छी तरह से जानते हैं कि योगी के यूपी में किसी को इतनी हिम्मत नहीं है कि वो कानून से खिलवाड़ करें। क्योंकि ऐसे अराजक तत्वों से निपटना योगी सरकार की पुलिस को अच्छी तरह से अता है। जिसका ट्रेलर भी यूपी पुलिस ने संभल कांड के दौरान दिखा दिया था। जब दंगे को अंजाम देने वाले आरोपियों को ढूंढ़ ढ़ूंढ़ कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया गया।और जिसने भी पत्थरबाजी की। उनके पोस्टर भी चौक चौराहे पर लगवा दिये गये थे। गुंडे बदमाश हों या फिर बड़े से बड़े माफिया या अराजक भीड़। योगी की पुलिस कानून तोड़ने वालों को इसी तरह से सबक सिखाती है।यही वजह है कि पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हाकिम भी जादवपुर यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों को योगी का डर दिखाते हुए कह रहे हैं कि यही काम अगर योगी के यूपी में किया गया होता तो मार कर हड्डी तोड़ देते इनकी।
दरअसल पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है। SFI, AISA और DSF जैसे वामपंथी छात्र संगठनों का ये विरोध प्रदर्शन इस कदर उग्र होता जा रहा है कि एक मार्च को यूनिवर्सिटी पहुंचे बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु का घेराव कर उन पर हमला कर दिया गया।उन्हें जूते दिखाये गये और कार का शीशा भी तोड़ दिया। यहां तक कि यूनिवर्सिटी परिसर में टीएमसी के शिक्षा सेल ऑफिस में भी तोड़फोड़ की गई। जिसके बाद शनिवार की देर रात शहर के दक्षिणी हिस्से के विजयगढ़ इलाके में किराए के एक फ्लैट से मोहम्मद साहिल अली को गिरफ्तार किया गया। जिसे कोर्ट ने 12 मार्च तक पुलिस की रिमांड में भेज दिया।अब आप ही सोच सकते हैं कि ममता के जिस बंगाल में उनके अपने ही शिक्षा मंत्री भी सुरक्षित नहीं हैं तो फिर आम जनता की क्या हालत होगी ।वैसे आपको बता दें ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी साल 2019 में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो की कार पर यूनिवर्सिटी में ही हमला किया गया था। इसी बात से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था का क्या हाल है। शायद यही वजह है कि ममता के मंत्री फिरहाद हाकिम भी कहने लगे कि इस तरह की गुंडागर्दी योगी के यूपी में की गई होती तो गुंडों के पैर तोड़ दिये गये होते।