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जब मुस्लिमों की टोपी के लिए लड़ गये मोदी, कहा- टोपी से खिलवाड़ करने वालों को सजा होनी चाहिए !

PM Modi कभी मठ मंदिरों का दौरा करते नजर आते हैं तो कभी गुरुद्वारे में सिर झुकाते हुए भी नजर आते हैं लेकिन इन सबके बीच एक बात जो सबसे अलग नजर आती है वो ये है कि पीएम मोदी गुरुद्वारे में पगड़ी तो धारण कर लेते हैं, लेकिन मस्जिद में जाते वक्त मुस्लिमों की टोपी नहीं पहनते हैं... जिस पर एक सिख ने ऐसा जवाब दिया जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे !
जब मुस्लिमों की टोपी के लिए लड़ गये मोदी, कहा- टोपी से खिलवाड़ करने वालों को सजा होनी चाहिए !

देश की सत्ता संभाल रहे नरेंद्र मोदी कई मौके पर धार्मिक आयोजनों में भी शामिल होते रहे हैं, इसीलिए कभी क्रिसमस पर ईसाइयों के बीच नजर आते हैं, तो कभी मस्जिदों में टहलते नजर आते हैं, कभी मठ मंदिरों का दौरा करते नजर आते हैं, तो कभी गुरुद्वारे में सिर झुकाते हुए भी नजर आते हैं, लेकिन इन सबके बीच एक बात जो सबसे अलग नजर आती है, वो ये है कि पीएम मोदी गुरुद्वारे में पगड़ी तो धारण कर लेते हैं, लेकिन मस्जिद में जाते वक्त मुस्लिमों की टोपी नहीं पहनते हैं, जिस पर एक सिख ने ऐसा जवाब दिया जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे

दरअसल ऐसे कई मौके आए जब पीएम मोदी गुरुद्वारे में नजर आए, इस दौरान कभी वो पंगत में बैठे श्रद्धालुओं को खाना खिलाते हुए भी नजर आए, तो कभी दरबार में शीश झुकाते हुए भी नजर आए, और सबसे बड़ी बात तो ये है कि इस दौरान उनके सिर पर अक्सर पगड़ी भी नजर आती है, जिसे कुछ लोग सिखों के वोट बैंक से जोड़ देते हैं, और आरोप लगाने लगते हैं कि सिखों के वोट बैंक की वजह से पीएम मोदी गुरुद्वारे जाते हैं और सिर पर पग धारण करते हैं, ऐसे लोगों को सिख समाज से ही आने वाले गुरदीप सिंह नाम के एक शख्स ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा

वो पग बांधकर गुरुद्वारे जाता है, इसलिए नहीं कि उसे हमारे 2% वोट चाहिए बल्कि इसलिए कि हमें वो अपना समझता है, नहीं तो हमें पता होना चाहिए कि एक टोपी न लगाकर वो 20% वोट तक को एकमुश्त ठुकरा चुका है

दरअसल पिछले कुछ सालों में हुए किसान आंदोलन के बहाने देश की राजनीति में पीएम मोदी की छवि खराब करने की खूब कोशिश की गई, यहां तक कि उन्हें सिखों और किसानों का विरोधी भी बताया गया, लेकिन इसके बावजूद लगता है विपक्ष मोदी की साख धूमिल करने की कोशिश में नाकाम साबित हो रहा है, कुछ ही महीनों पहले आए दिल्ली चुनाव के नतीजे इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, क्योंकि इस चुनाव में बीजेपी ने जहां 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता हासिल की, तो वहीं दूसरी तरफ तीन सिख उम्मीदवार भी बीजेपी के टिकट पर जीत कर विधानसभा पहुंचे थे

दिल्ली चुनाव के नतीजे

जंगपुरा में BJP उम्मीदवार त्रिवेंद्र सिंह मारवाह ने AAP उम्मीदवार मनीष सिसोदिया को हराकर जीत हासिल की राजौरी गार्डन से BJP उम्मीदवार मनजिंदर सिंह सिरसा ने AAP उम्मीदवार धनवती चंदीला को हराकर जीत हासिल की गांधी नगर से BJP उम्मीदवार अरविंदर सिंह लवली ने AAP उम्मीदवार नवीन चौधरी को हराकर जीत हासिल की।

बीजेपी के तीन सिख उम्मीदवारों ने दिल्ली चुनाव में जीत हासिल की, जो बता रहा है कि विपक्ष भले ही कुछ भी कहे, लेकिन पीएम मोदी पर अभी भी सिखों का भरोसा बरकरार है, हालांकि पंजाब में जरूर बीजेपी को झटका लगता रहा है, यही वजह है कि गुरदीप सिंह जैसे लोग अपने समाज को याद दिलाते रहते हैं कि वो पग बांधकर गुरुद्वारे जाता है, इसलिए नहीं कि उसे हमारे 2% वोट चाहिए बल्कि इसलिए कि हमें वो अपना समझता है, रह गई मुस्लिमों की टोपी लगाने से इंकार करने की, तो आपको बता दें, नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे, तभी उन्होंने बता दिया था कि मैं अपीजमेंट की राजनीति नहीं करता हूं

पीएम मोदी तो साफ तौर पर मानते हैं कि जो भी नेता वोट बैंक के लिए मुस्लिमों की टोपी के साथ खिलवाड़ करते हैं, उनको सजा होनी चाहिए, तो वहीं सवाल भी दाग दिया कि क्या सोनिया गांधी ने कभी मुस्लिमों की टोपी पहनी है

आपने विपक्ष के तमाम नेताओं को टोपी लगाकर मुस्लिमों की इफ्तार पार्टी में शामिल होते हुए तो खूब देखा होगा, लेकिन पीएम मोदी उन नेताओं में नहीं हैं जो गोल टोपी लगा कर इफ्तार पार्टी करते हुए नजर आएं, वो तो चाहते हैं कि मुस्लिमों की टोपी के साथ खिलवाड़ करने वालों को सजा होनी चाहिए, इसी बात से समझ सकते हैं कि पीएम मोदी ने आज तक कभी मुस्लिमों की गोल टोपी क्यों नहीं पहनी, शायद यही वजह है कि आज भी बड़ी संख्या में मुस्लिम मोदी को वोट नहीं देते, लेकिन इसके बावजूद पीएम मोदी इसकी परवाह नहीं करते, उन्हें जो सही लगता है, वही करते हैं



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