आदिवासी महिला ने भेजे 100 रुपये तो भावुक PM Modi बोले- नारी शक्ति को नमन
एक आदिवासी गरीब महिला ने अपनी बचत से सौ रुपये जिद करके भेजा तो PM Modi भी हो गये भावुक, सुनिये उस आदिवासी के इस प्यार भरे तोहफे पर क्या कहा ?
नरेंद्र मोदी। दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश हिंदुस्तान की सत्ता संभाल रहे हैं। तो इसके पीछे सबसे बड़ी वजह देश की जनता से मिल रहा बेशुमार प्यार और दुलार ही है। इसीलिये लगातार तीसरी बार उन्हें देश की जनता ने प्रधानमंत्री बनाया। लेकिन इसके बावजूद कुछ लोगों को ये बात हजम नहीं हो रही है। इसीलिये कभी पीएम मोदी को तानाशाह बता दिया जाता है। तो कभी बोटी बोटी करने की धमकी दे दी जाती है। लेकिन बात जब देश की जनता की आती है। तो ये जनता अपने प्रधानमंत्री से कितना प्यार करती है। इसका सबसे बड़ा सबूत है। ये आदिवासी गरीब महिला। जिसने अपनी बचत से सौ रुपये भेजा तो। खुद पीएम मोदी भी भावुक हो गये।
दरअसल देश की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी इन दिनों सदस्यता अभियान चला रही है। खुद पीएम मोदी और सीएम योगी जैसे बड़े नेताओं ने भी कुछ ही दिनों पहले सक्रिय सदस्यता का नवीनीकरण कराया। तो वहीं दूसरी तरफ ओडिशा में भी बीजेपी सदस्यता अभियान जोरशोर से चल रहा है। जिसकी कमान खुद बीजेपी उपाध्यक्ष और ओडिशा से पांच बार के सांसद बैजयंत पांडा संभाल रहे हैं। और लोगों को बीजेपी का सदस्य बना रहे हैं। इसी बीच 19 अक्टूबर को उनकी मुलाकात आदिवासी महिलाओं से हो गई।जो बेहद गरीब नजर आ रही थीं। लेकिन इसके बावजूद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए उनके दिल में इतना प्यार था कि। एक आदिवासी महिला ने अपनी बचत में से सौ की नोट निकाल कर बीजेपी नेता बैजयंत पांडा को थमा दीc जिसे लेने से वो मना करते रहे। लेकिन महिला ने तब तक हार नहीं मानी। जब तक उन्होंने सौ की नोट ले ना ली। बैजयंत पांडा के नोट थामते ही महिला ने जोर देकर कहा कि। ये सौ रुपये आशीर्वाद के तौर पर हमारे प्रधानमंत्री को दे दीजियेगा। खुद बीजेपी नेता बैजयंत पांडा ने ये किस्सा सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए बताया कि " इस आदिवासी महिला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद व्यक्त करने के लिए मुझे 100 रुपये देने की इच्छा व्यक्त की, उन्होंने मेरे इस स्पष्टीकरण को दरकिनार कर दिया कि यह आवश्यक नहीं है और जब तक मैंने हार नहीं मानी, तब तक वह अपनी बात पर अड़ी रहीं "
ये तस्वीर भारत के साथ साथ ओडिशा में हो रहे बदलाव का प्रतिबिंब है। और ये बात जब खुद पीएम मोदी को पता चली तो। उन्होंने कहा। "इस स्नेह से मैं बहुत अभिभूत हूं, मुझे हमेशा आशीर्वाद देने के लिए मैं हमारी नारी शक्ति को नमन करता हूं, उनका आशीर्वाद मुझे विकसित भारत के निर्माण के लिए काम करते रहने के लिए प्रेरित करता"
राहुल गांधी। अखिलेश यादव। लालू यादव। जैसे नेता पीएम मोदी को भले ही संविधान विरोधी। आदिवासी विरोधी होने के आरोप लगाते रहे हों। लेकिन देश की जनता ये बात अच्छी तरह से जानती है कि मोदी सरकार ने उनके लिए क्या किया है। इसीलिये दूर किसी गांव में रहने वाली इस आदिवासी महिला ने जिद करके पीएम मोदी को सौ रुपये भेजा। ये सौ रुपये भले ही छोटी रकम हो। लेकिन पीएम मोदी के लिए बड़ा आशीर्वाद है। यही वजह है कि उन्होंने सौ रुपये के लिए भी आदिवासी महिला को दिल से धन्यवाद देते हुए नारी शक्ति को नमन किया। वैसे एक बात और आपको बता दें। द्रौपदी मुर्मू के रूप में कोई आदिवासी महिला पहली बार देश की राष्ट्रपति बनी हैं। तो इसकी वजह भी पीएम मोदी ही हैं। जिनकी सरकार ने ओडिशा की रहने वाली द्रौपदी मुर्मू को चुनाव लड़ाया। और जीत कर वो देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनीं।जिस ओडिशा से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आती हैं। उसी ओडिशा की आदिवासी महिला ने पीएम मोदी को आशीर्वाद के रूप में सौ रुपये दिया।