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'जहां बुलाओगे अकेला आऊंगा' Rahul Gandhi को एक सच्चे सिख का तगड़ा चैलेंज

राहुल गांधी इस समय अमेरिका में हैं और वहां से दुष्प्रचार की झड़ी लगाए हुए हैं। कभी चीन को लेकर तो कभी आरक्षण को लेकर तो अब सिखों को लेकर प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं। राहुल गांधी के सिखों पर दिए बयान पर द खालसा टुडे के CEO का गुस्सा फूटा और सुक्खी चहन ने उन्हें एक मंच पर डिबेट करने का चैंलेंज कर दिया।
'जहां बुलाओगे अकेला आऊंगा' Rahul Gandhi को एक सच्चे सिख का तगड़ा चैलेंज
अमेरिका पहुंचे Rahul Gandhi, अपने बयानों से चर्चा तो खूब बटोर रहें है। पर ये बयान उनके लिए जीं का जंजाल बनता जा रहा है। अमेरिका पहुंच कर गलत बयान देने के कारण वो एक एक भारतीय के निशाने पर आ गए है। लोग सोशल मीडिया पर राहुल को खुब ट्रोल कर रहें है। भारतीयों का मानने है कि कि राहुल गांधी सिर्फ और सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटी सेकने के लिए भारत को विदेशों के मंच से बदनाम कर रहें है। बीते दिन राहुल का सिखों को लेकर दिया गया एक बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि सिखों को पगड़ी पहनकर , कड़ा पहनकर गुरुद्वारों में जाने की अनुमति हो।


अब इस बयान के नजह से सिखों में रोष है। इसी बीच एक शेरदिल सिख ने राहुल गांधी को तगड़ा चैंलेंज कर दिया है। ये खुला चैलेंज राहुल को सुक्खी चहल ने किया है। सुक्खी चहल द खालसा टुडे के CEO है और खलिस्तान समर्थकों के कट्टर विरोधी भी। उन्होंने एक वीडियो अपने सोशल मीडिया साईट पर पोस्ट किया। और पोस्ट करते के साथ ही उन्होंने राहुल के सिखों पर दिए बयान के बदले एक सच सुबुतों के साथ सभी के सामने लाकर दिखा दिया, जिसे अगर छोटे गांधी देख ले तो वो चाहे तो विदेशों में भारत को बदनाम करना छोड़ देंगे या तो फिर विदेश दौरा ही नहीं करेंगे। 

राहुल को एक सच्चे सिख का चैलेंज 
कहा- जहां बुलाओगे अकेला आऊंगा  
'सिखों की पगड़ी पर हाथ मत डालो'
पुछा- नरसंहार किसने किया'

सुक्खी चहल ने अपना आक्रोश दिखाते हुए राहुल को खुब खरी खोटी सुनाई। 1984 के दंगे को याद करते हुए। कांग्रेस सरकार की बखिया उधेड़ कर रख दी। उन्होंने कहा कि मैं इस समय दिल्ली के रकाबगंज गुरुद्वारा साहिब में हूं। वॉल ऑफ ट्रुथ है यहां। इस यादगार में 84 के दंगा पीड़ितों का दर्द उकेरा गया है। सिखों की पगड़ी को उस समय (कांग्रेस के समय) खतरा था। राहुल गांधी बोल रहे हैं कि सिखों को खतरा है।उन्हें बताना चाहता हूं कि आप समझदार इंसान हो। आप बताइये दरबार साहिब में आर्मी किसने भेजी थी। सिखों का नरसंहार कांग्रेस की सरकार में हुआ। उस समय सिखों को बहुत ज्यादा खतरा था। पंजाब में नौजवानों को घरों से निकालकर मारा गया। हमारे अकाल तख्त के जत्थेदार साहब लापता हो गए। जो हमारे मानवाधिकारों की बात करते थे, वे वाले लापता हो जाते थे।

वो यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे राहुल गांधी और कांग्रेस पर झूठा प्रचार करने और भारत को दूसरे देशों में बदनाम करने का आरोप लगाते हुए भी खूब  घेरा। उन्होंने कहा मैं अमेरिका का नागरिक हूं। मेरे मुल्क में जाकर गलत बात करते हो, प्रोपेगेंडा करते हो। सिखों की पगड़ी को आज तक कोई खतरा नहीं हुआ है और न ही कोई माई का लाल सिखों की पगड़ी को चैलेंज कर सकता है। राहुल गांधी आप राजनीति करो ठीक है, बात करनी हो तो सही बात करो। औरंगजेब ने चैलेंज किया था जो मुगलों ने किया था वह भी पढ़ लेना।

सुक्खी यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे उन सिखों पर भी अपनी भड़ास निकाली जो राहुल गांधी के इवेंट में मौजूद थे उन्होंने कहा कि उस इवेंट में जो पगड़ी पहनकर बैठे थे, उन्हें इसका विरोध करना चाहिए था। सज्जन कुमार, एचकेएल भगत कमलनाथ कौन थे, वे सिखों के कालित थे। अब बोल रहे हो सिखों की पगड़ी को खतरा है, सिखों की पगड़ी को खतरा हो सकता है तो आपके नेताओं से हो सकता है। आपको राजनीति लड़ाई लड़नी हो लड़ो, लेकिन सिखों को इसमें न लाओ।

सुक्खी ने नरेंद्र मोदी सरकार और कांग्रेस सरकार की तुलना की और बता दिया कि कौन सी सरकार सुखों का सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने हर सिख गुरु का सम्मान किया। उनकी ही सरकार में अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथ साहिब को आदरपूर्वक लेकर आए थे। कांग्रेस के समय सिखों की पगड़ी को खतरा था। राजीव गांधी ने सिखों की हत्या को जस्टीफाई किया था। उन्होंने कहा था कि जब कोई पेड़ गिरता तो धरती हिलती है। ये जो यादगार में लगी तस्वीरें हैं उन्हें आकर देखों कि सिखों की पगड़ी को आज खतरा है कि कांग्रेस के समय था। 

और आखिर में सुक्खि ने छोटे गांधी को ऐसा चैलेंज किया कि वो अपने सपने में बी नहीं सोच सकते है। चेतावनी देते हुए सुक्खी ने कहा कि मैं दिल्ली में हूं। मैं आपको चैलेंज करता हूं, मैं खुला चैलेंज देता हूं। जहां भी बुलाओगे मैं वहां आकर बोलूंगा। सिखों को बलि का बकरा बनाना ठीक नहीं। 

रोहुल गांधी अमेरिका में अपने विभाजनकारी बातें, चीन का समर्थन और सिखों को लेकर भ्रम फैलाने की जो कोशिश राहुल गांधी कर रहें है और इस बयान पर एक सच्चे सिख सुखी का चैलेंज करना।
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