कौन हैं मनोज भारती, जिन्हें प्रशांत किशोर ने जन सुराज पार्टी में दी बड़ी जिम्मेदारी
कौन हैं मनोज भारती?
मनोज भारती ने नेतरहाट से स्कूल की पढ़ाई की, IIT कानपुर से पासआउट हुए, IIT दिल्ली से M.Tech किया, और 1988 में IFS बने। वे चार देशों में राजदूत रहे हैं—यूक्रेन, बेलारूस, तिमोर-लेस्ते और इंडोनेशिया में भारत के राजदूत रहे। सितंबर 2015 से अक्टूबर 2018 तक यूक्रेन में भारत के राजदूत रहे। उन्होंने बतौर IFS म्यांमार, तुर्की, नेपाल, नीदरलैंड और ईरान में भारत का प्रतिनिधित्व किया और कई किताबें लिखी हैं।
अब पीके के साथ-साथ मनोज भारती पर भी बड़ी जिम्मेदारी है जन सुराज को बिहार में मजबूत से खड़ा करने की। क्योंकि जन सुराज ऐसे समय में अस्तित्व में आई है, जब बिहार में पहले से ही कई राजनीतिक दल जमीनी तौर पर अपनी पकड़ मजबूत किए हुए हैं। एक तरफ लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल है, तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार की जेडीयू। इसके अलावा कांग्रेस और बीजेपी जैसी राष्ट्रीय पार्टियां भी बिहार में प्रशांत किशोर के लिए अपनी पकड़ मजबूत बनाना एक बड़ा चैलेंज बनेंगी। इन्हीं चैलेंज से अब निपटने की तैयारी जन सुराज को करनी पड़ेगी।
दलित समाज से कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष बनाकर प्रशांत किशोर ने पहला बड़ा दांव चल दिया है और बयान में कहा है कि "बिहार में हमारी पार्टी बन गई है। हमने पहले ही साफ कर दिया था कि हमें कोई पद नहीं चाहिए। कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष दलित समाज से बनाए गए हैं, क्योंकि वे सक्षम हैं। जन सुराज में जात-पात के नाम पर पद नहीं मिलता है, बल्कि अनुभव और काबिलियत के आधार पर जगह मिलेगी।"
फिलहाल, जो भरोसा प्रशांत किशोर ने मनोज भारती पर जताया है, उसकी पहली परीक्षा 2025 विधानसभा चुनाव में होगी। देखना होगा कि मनोज भारती पार्टी के लिए कितना बेहतरीन काम करते हैं।