कौन है वो BJP नेता जिसने 24 साल साल से सत्ता संभाल रहे मुख्यमंत्री को चुनाव हरा दिया
Odisha में 24 साल तक नवीन पटनायक की कोई कुर्सी भी नहीं हिला पाया। लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में ऐसी प्रचंड मोदी लहर चली।जिसमें नवीन पटनायक की बीजू जनता दल जहां तिनके की तरह हवा में उड़ गई । तो वहीं खुद नवीन पटनायक एक मजदूर से चुनाव हार गये ।
BJP : नाम तो सुना ही होगा। देश की राजनीति में ये वो नाम है ।जिसने पांच दस साल नहीं।24 साल तक ओडिशा जैसे बड़े राज्य की सत्ता संभाली। इस दौरान चुनाव दर चुनाव होते गये। BJP।और कांग्रेस जैसी दिग्गज पार्टियां उन्हें सत्ता से उखाड़ फेंकने की लगातार कोशिश करती रहीं।लेकिन 24 साल तक नवीन पटनायक की कोई कुर्सी भी नहीं हिला पाया। लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में ऐसी प्रचंड मोदी लहर चली। जिसमें नवीन पटनायक की बीजू जनता दल जहां तिनके की तरह हवा में उड़ गई। तो वहीं खुद नवीन पटनायक एक मजदूर से चुनाव हार गये।
दरअसल इस बार के लोकसभा चुनाव में मोदी को भले ही अकेले दम पर बहुमत नहीं मिला हो।लेकिन ओडिशा में तो ऐसी प्रचंड मोदी लहर चली।जिसके दम पर बीजेपी ने इतिहास रचते हुए जहां बीजेडी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंका।तो वहीं चौबीस साल से मुख्यमंत्री पद संभाल रहे नवीन पटनायक भी चुनाव हार गये।जिला बलांगीर की कांटाबाजी विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे सीएम नवीन पटनायक को बीजेपी नेता लक्ष्मण बाग ने 16 हजार से भी ज्यादा वोट से हरा कर इतिहास रच दिया।
कांटाबाजी सीट के नतीजे
BJP नेता लक्ष्मण बाग को 90,876 वोट मिले ।
CM नवीन पटनयाक को 74,532 वोट मिले।
CM पटनायक 16344 वोट से चुनाव हार गये।
कांग्रेस नेता संतोष सिंह सलूजा तीसरे नंबर पर रहे।
मौजूदा विधायक थे कांग्रेसी संतोष सिंह सलूजा।
शायद ही किसी ने सोचा होगा कि करीब ढाई दशक से ओडिशा की सत्ता संभाल रहे मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी चुनाव हार जाएंगे। वो भी एक ऐसे नेता से। जो कभी मजदूर और खलासी की नौकरी किया करते थे ।
कौन हैं लक्ष्मण बाग ?
मुख्यमंत्री को चुनाव हराकर इतिहास रचने वाले लक्ष्मण बाग बलांगीर जिले के खुटुलुमुंडा गांव के रहने वाले हैं। उनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ है।जो कभी दिहाड़ी मजदूरी करते थे ।तो कभी ट्रक पर खलासी का काम करके अपना परिवार चलाया।
बाद में लक्ष्मण बाग ने खुद अपना ट्रक खरीद लिया । और ट्रांसपोर्ट बिजनेस में लग गये। फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। बिजनेस में हाथ आजमाते आजमाते लक्ष्म बाग साल 2014 में बीजेपी से सियासी पारी की शुरुआत की।
लक्ष्मण का सियासी सफर
बीजेपी ने लक्ष्मण बाग को 2014 में ओडिशा की कांटाबाजी सीट से चुनाव लड़ाया।
20 हजार वोट पाकर लक्ष्मण बाग चौथे नंबर पर रहे और पहला चुनाव ही हार गये।
2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर लक्ष्मण बाग पर भरोसा जताया।
इस बार भी लक्ष्मण चुनाव हार गये लेकिन 64 हजार वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे।
लगातार दो चुनाव हारने के बावजूद BJP ने लक्ष्मण बाग को तीसरी बार टिकट दिया।
और इस बार तो लक्ष्मण बाग ने भी बीजेपी को निराश नहीं किया ।लगातार दो चुनाव में हार के बाद जब उन्होंने जीत हासिल की तो ।चौबीस साल के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पटखनी देकर इतिहास ही रच दिया। यही वजह है कि ओडिशा में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के साथ साथ कांटाबाजी सीट जीतने वाले बीजेपी नेता लक्ष्मण बाग की भी खूब चर्चा हो रही है।
साल 2014 से बीजेपी का झंडा बुलंद करने वाले लक्ष्मण बाग पर बीजेपी का भरोसा कभी कम नहीं हुआ ।लगातार दो चुनाव हारने के बावजूद उन्हें कांटाबाजी सीट से टिकट दिया। और उन्होंने भी चौबीस साल के मुख्यमंत्री को चुनाव हरा दिया। ऐसे दिग्गज नेता के बारे में आपका क्या कहना है।