Ayodhya में होने के बावजूद पीड़ित बच्ची के घर क्यों नहीं गये Chandrashekhar, सुनिये जवाब
बाबा के बुल्डोजर से चंद्रशेखर के पेट में हुआ दर्द
दरअसल फैजाबाद के सपा नेता अवधेश प्रसाद के सांसद बन जाने के बाद मिल्कीपुर में उपचुनाव होने जा रहा है । जहां चुनाव प्रचार करने के लिए 4 अगस्त को सांसद चंद्रशेखर (Chandrashekhar) भी गये थे । जहां उन्होंने वोट बंटोरने के लिए खूब भाषण दिया लेकिन उनके पास इतना भी वक्त नहीं था कि महज कुछ किलोमीटर दूर बीकापुर जा सकें, जहां के गांव भदरसा में कुछ ही दिनों पहले एक दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया और जब पत्रकारों ने सवाल किया तो टका सा जवाब दे दिया कि हमारा प्रतिनिधिमंडल जा रहा है ।
चंद्रशेखर अयोध्या से दूर रहते, तब ये बयान देते तो समझ में आता । लेकिन अयोध्या में होने के बावजूद चंद्रशेखर पीड़ित बच्ची के परिवार से मिलने नहीं गये और उससे भी बड़ी बात तो ये है कि जिस आरोपी मोईद खान के खिलाफ योगी सरकार ने बुल्डोजर वाली कार्रवाई की चंद्रशेखर ने तो उस बुल्डोजर कार्रवाई का ही विरोध कर दिया । और यहां तक कह दिया कि आरोपी मोईद खान की संपत्ति पर बुल्डोजर नहीं चलवाना चाहिये था ।
पीड़ित बच्ची के परिवार से मुलाकात करने के लिए चंद्रशेखर के पास चंद किलोमीटर की दूरी तय करने का वक्त नहीं था । लेकिन योगी सरकार के बुल्डोजर एक्शन पर सवाल उठाने में जरा भी देरी नहीं की , जिस आरोपी मोईद खान की अवैध संपत्ति पर योगी सरकार ने बुल्डोजर चलवाया । उस बुल्डोजर एक्शन का ही विरोध करने लगे और सीधे योगी सरकार की कार्रवाई पर ही सवाल उठा दिया । तो वहीं योगी के विरोध में उतरे चंद्रशेखर के खिलाफ बिहार में भी जबरदस्त गुस्सा देखने को मिला, एक शख्स ने तो यहां तक कह दिया कि एक दलित की बेटी से दुष्कर्म हुआ चंद्रशेखर कहां बिल में छुपा हुआ है ।
खुद को दलितों का नेता बताने वाले चंद्रशेखर के खिलाफ बिहार में भी जबरदस्त गुस्सा देखा जा रहा है । क्योंकि चंद्रशेखर ने ना तो पीड़ित बच्ची के परिवार से अभी तक मुलाकात की और ना ही इस मामले में कोई ट्वीट किया । जबकि दूसरी तरफ बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने इस मामले में जोरशोर से आवाज उठाते हुए सपा को भी जमकर आड़े हाथ लिया और यहां तक कह दिया कि ।
यूपी सरकार द्वारा अयोध्या गैंगरेप केस में आरोपी के खिलाफ की जा रही सख्त कार्रवाई उचित है लेकिन सपा का यह कहना कि आरोपी का DNA टेस्ट होना चाहिये, इसे क्या समझा जाए ? जबकि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने DNA टेस्ट हुए हैं।
एक तरफ जहां बीएसपी सुप्रीमो मायावती लगातार अयोध्या रेप केस के खिलाफ आवाज उठाने के साथ ही योगी सरकार के बुल्डोजर एक्शन की तारीफ भी कर रही हैं, तो वहीं दूसरी तरफ चंद्रशेखर तो आरोपी मोईद खान का नाम लेने से भी बचते नजर आ रहे हैं । जिससे ये सवाल उठ रहा है कि उनकी ये चुप्पी कहीं मुस्लिम वोट बैंक साधने के लिए तो नहीं है ।