चुनाव हारने के बाद पहली मीटिंग में ही अफसरों पर क्यों भड़क गये CM Yogi ?
UP में चुनावी झटके के बाद एक्शन में योगी
सीएम योगी के निर्देश बता रहे हैं कि उन्होंने खाली पदों को भरने के लिए अधिकारियों को जहां सख्त निर्देश दिये, तो वहीं तय समय पर भर्तियां पूरा करने का अल्टीमेटम भी दे दिया। इसी बात से समझ सकते हैं कि सीएम योगी नौकरियों के मामले में अब किसी भी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहते।नौकरियों के मामले में अहम निर्देश देने के बाद सीएम योगी ने विकास से जुड़ी योजनाओं पर भी बैठक में चर्चा की।
बैठक में योगी के निर्देश
- लाभार्थीपरक योजनाओं को सीएम डैशबोर्ड से जोड़ा जाए इससे निगरानी में आसानी होगी, सरकार की योजनाओं के लिए पात्र हर एक व्यक्ति-परिवार को योजनाओं के लाभ जरूर मिलें।
- सहारनपुर और फतेहपुर में निर्माणाधीन स्पोर्ट्स कॉलेज में आगामी सत्र से प्रवेश होना है इसे देखते हुए निर्माण समय से पूरा करा लिया जाए, मेरठ में निर्माणाधीन खेल विश्वविद्यालय के कार्यों में तेजी लाई जाए।
- गढ़मुक्तेश्वर में बृजघाट और आसपास के क्षेत्र में कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा घाट पर बड़ा ऐतिहासिक मेला लगता है, बृज घाट के सुंदरीकरण के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करें।
- बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में शुद्ध पेयजल का सपना साकार हो रहा है, दोनों ही क्षेत्र शीर्ष प्राथमिकता में हैं जल्द ही यहां हर घर में नल से जल की सुविधा होगी, पशुओं के लिए हरा चारा और पानी की भी व्यवस्था करें।
- अब तक 80 लाख से अधिक घरौनी तैयार की जा चुकी है, जहां सर्वेक्षण कार्य बाकी हैं उसे भी जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए।
- बेसिक शिक्षा अधिकारी, एसडीआई द्वारा अपने क्षेत्र में कस्तूरबा बालिका विद्यालयों का साप्ताहिक निरीक्षण किया जाए।
- परिषदीय विद्यालयों में हर प्रधानाध्यापक और शिक्षक यह सुनिश्चित कराएंगे कि हर छात्र-छात्रा निर्धारित गणवेश में ही विद्यालय आएं, इसके लिए डीबीटी की धनराशि समय से भेजी जाती रहे।
- टैबलेट, स्मार्टफोन बांटने की कार्रवाई को और तेज किया जाए।
- मनरेगा श्रमिकों के पारिश्रमिक भुगतान में कोई देरी नहीं होनी चाहिए, भारत सरकार से संवाद बनाए रहें।
- पूरे राज्य में गैरजरूरी बिजली कटौती ना की जाए, ट्रांसफॉर्मर जलने, तार गिरने, ट्रिपिंग जैसी समस्याओं का बिना देरी निस्तारण किया जाए ।
- विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आई.टी.आई. जैसे सभी शैक्षिक संस्थानों के शैक्षिक कैलेंडर ऐसे तैयार किए जाएं कि 10 मई तक सभी जरूरी परीक्षाएं हो जाएं, भीषण गर्मी के मौसम में परीक्षाओं से परहेज किया जाए ।
आचार संहिता हटते ही बुलाई गई बैठक में सीएम योगी ने अधिकारियों के जहां पेंच कसे तो वहीं जनता जनार्दन की समस्याएं सुनने में भी कोई देरी नहीं की। राजधानी लखनऊ में सीएम योगी ने 6 जून को जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएं सुनने के साथ ही अधिकारियों को भी साफ निर्देश दे दिया कि-आम लोगों से जुड़े काम निश्चित समयसीमा में हों, किसी भी काम में कोई अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जनता से जुड़े जो भी मुद्दे अदालतों में लंबित हैं उनमें अपना पक्ष पेश करते हुए प्रभावी पैरवी सुनिश्चित कराई जाए।
सीएम योगी के ये रफ्तार बता रही है कि यूपी की जनता ने भले ही बीजेपी को हरा दिया। लेकिन सीएम योगी जनता की सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं जैसे ही चुनाव आयोग ने आचार संहिता हटाई।सीएम योगी तुरंत जनता की सेवा में जुट गये, तो वहीं अधिकारियों को भी जनता जनार्दन से जुड़ी शिकायतों का जल्द से जल्द समाधान करने के सख्त निर्देश भी दिये।