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विरोध प्रदर्शन में पहुंचे Chandrashekhar को मुसलमानों ने क्यों भगा दिया ?

Chandrashekhar लगातार मुसलमानों का हमदर्द बनने की कोशिश कर रहे हैं, यही कोशिश 20 अक्टूबर को उन्होंने राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक जंतर मंतर मैदान पर की… लेकिन विरोध प्रदर्शन में जुटे मुसलमानों का गुस्सा इस कदर भड़का कि चंद्रशेखर को ही मंच से भगा दिया !
विरोध प्रदर्शन में पहुंचे Chandrashekhar को मुसलमानों ने क्यों भगा दिया ?
यूपी से नए। नए सांसद बने चंद्रशेखर लगता है मुसलमानों के वोट बैंक के दम पर अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं। इसीलिये बहराइच कांड। वक्फ बोर्ड। पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित बयान जैसे मुद्दे उठाकर लगातार मुसलमानों का हमदर्द बनने की कोशिश कर रहे हैं। यही कोशिश 20 अक्टूबर को उन्होंने राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक जंतर मंतर मैदान पर की। लेकिन विरोध प्रदर्शन में जुटे मुसलमानों का गुस्सा इस कदर भड़का कि चंद्रशेखर को ही मंच से भगा दिया।

दरअसल जंतर मंतर पर धार्मिक अपमान नहीं सहेंगे। नाम से।  एक संविधान संसद का आयोजन किया गया था। जिसमें पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बयान। वक्फ बोर्ड संशोधन कानून। मुस्लिम धर्मगुरुओं पर मुकदमे जैसे मुद्दे उठाए गये थे। और इस विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि यूपी के नगीना से सांसद चंद्रशेखर को बनाया गया था। जिन्होंने मंच संभाल कर बोलना शुरू ही किया था कि उनकी जुबान से सियासी तीर चलने लगे। उन्होंने मोदी सरकार से लेकर योगी सरकार तक। किसी को नहीं बख्शा। जिससे वहां मौजूद मुसलमान इस कदर भड़क गये कि चंद्रशेखर के खिलाफ ही विद्रोह छेड़ दिया।और मंच पर चढ़ कर चंद्रशेखर वापस जाओ के नारे लगाने लगे।
राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर मैदान पर अपनी राजनीति चमकाने पहुंचे चंद्रशेखर को लगा मोदी और योगी को कोस कर मुसलमानों के बीच अपना भौकाल टाइट कर लेंगे। लेकिन ये दांव लगता है उल्टा पड़ गया। क्योंकि विरोध प्रदर्शन के मंच का राजनीतिक इस्तेमाल मुसलमानों को बर्दाश्त नहीं हुआ। और उनका विरोध शुरू कर दिया। और अब इस मामले को लेकर चंद्रशेखर की सोशल मीडिया पर भी खूब फजीहत हो रही है।

प्रीत बौद्ध नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा " ये है सदी के नायक चंद्रशेखर आजाद जो नगीना से सांसद है, वक्फ बिल संशोधन के खिलाफ मुसलमानों ने धरने का आयोजन किया था जिसमें महाशय के द्वारा जबरदस्ती इस धरने को पॉलिटिकल पार्टी का रूप देने का काम किया गया, लेकिन मुसलमानों ने खुलेआम धक्का मारकर मंच से नीचे उतर दिया"

अनामिक गौर नाम की एक यूजर ने लिखा " चंद्रशेखर आजाद खुद को मुस्लिम समाज का नेता घोषित कर चुके हैं लेकिन रविवार को जंतर मंतर में मुस्लिम समाज के प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे तो मुस्लिम समाज के लोगों ने चंद्रशेखर के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए, आरोप लगाया कि चंद्रशेखर आजाद ने मुसलमानों का प्रोटेस्ट हाईजैक किया"

सिद्धार्थ मौर्य नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा "खुद को चंद्रशेखर रावण बहन मायावती जी का विकल्प बताता है देखो इसकी क्या हालत हो गई,  मुस्लिम समाज ने मंच से भगा दिया, भाई कितनी अपनी बेइज्जती करवाएगा, बहन जी बनने के लिए 100 जन्म लेने पड़ेंगे"

कुणाल एकलव्य नाम के एक यूजर ने तो लिखा " आज जंतर मंतर दिल्ली में वक्फ बोर्ड कानून संशोधन के विरोध में मुस्लिम धर्म गुरुओं को समर्थन देने पहुंचे भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर आजाद को एजेंट बताकर मुस्लिम समाज ने मंच पर विरोध कर दिया"

मुसलमानों ने चंद्रशेखर को मंच से भगाया तो। सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ कुछ इसी तरह की प्रतिक्रिया आने लगी।  

आपको बता दें। यूपी की नगीना लोकसभा सीट से चुनाव जीत कर पहली बार सांसद बने चंद्रशेखर लगातार मुसलमानों से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं। इसीलिये मोदी सरकार वक्फ कानून में संशोधन के लिए लेकर आई तो। सांसद चंद्रशेखर ने उसका विरोध शुरू कर दिया। योगी सरकार ने गुंडे बदमाशों और माफियाओं के खिलाफ बुल्डोजर की कार्रवाई की तो। चंद्रशेखर को इससे भी दिक्कत होने लगी। और बुल्डोजर कार्रवाई का ही विरोध करने लगे। इसी बात से समझ सकते हैं कि चंद्रशेखर मुसलमानों से जुड़ा कोई भी मुद्दा नहीं छोड़ना चाहते हैं। यही वजह है कि जंतर मंतर पर भी चंद्रशेखर मुसलमानों के हिमायती बनकर गये थे। लेकिन मुसलमानों ने उन्हें ही भगा दिया। 
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