Nitin Gadkari ने क्यों कहा- चौथी बार हमारी सरकार बनने की गारंटी नहीं ?
अपने काम करने के तरीके और बेबाक बयानों की वजह से अक्सर चर्चाओं में रहने वाले नितिन गडकरी ने इस बार मोदी सरकार पर एक ऐसा बयान दे दिया है, जिसने देश की राजनीति में तहलका मचा दिया है !
Nitin Gadkari । नाम तो सुना ही होगा। बीजेपी को वो फायरब्रांड नेता हैं। जिनके बयान किसी ने किसी वजह से सुर्खियों में छाए रहते हैं। फिर वो चाहे प्रधानमंत्री बनने को लेकर दिया गया बयान हो। या फिर अधिकारियों को डेडलाइन देकर काम करवाने का स्टाइल हो। अपने काम करने के तरीके और बेबाक बयानों की वजह से अक्सर चर्चाओं में रहने वाले नितिन गडकरी ने इस बार मोदी सरकार पर एक ऐसा बयान दे दिया है। जिसने देश की राजनीति में तहलका मचा दिया है।
दरअसल जिस नागपुर में RSS का मुख्यालय है। उसी नागपुर लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार सांसद बने नितिन गडकरी का सरकार और संगठन दोनों में ही जबरदस्त भौकाल देखने को मिलता है। यही वजह है कि बात जब पीएम मोदी के उत्तराधिकारी की आती है तो। सीएम योगी के साथ साथ नितिन गडकरी का नाम भी खूब चर्चाओं में बना रहता है। यहां तक कि एक बार तो उन्हें कांग्रेस नेता की ओर से ऑफर भी आया था कि आप प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनें हम आपको समर्थन करेंगे। और ये बात खुद गडकरी ने नागपुर के एक कार्यक्रम में बताई थी। उन्होंने बताया था कि।
"किसी ने मुझे कहा कि अगर आप प्रधानमंत्री बनते हैं तो हम आपका समर्थन करेंगे, मैंने कहा आप क्यों मेरा समर्थन करेंगे और मैं आपसे क्यों समर्थन लूंगा? प्रधानमंत्री बनना मेरे जीवन का लक्ष्य नही है, मैं अपने मूल्यों और अपने संगठन के प्रति वफादार हूं, मैं किसी पद के लिए समझौता नहीं करता, यह मूल्य भारतीय लोकशाही का आधार है"
प्रधानमंत्री पद को लेकर इतना बड़ा बयान देकर बीजेपी की सांसें फुलाने वाले नितिन गडकरी ने अब महाराष्ट्र के एक कार्यक्रम में साल 2029 को होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दे दिया है।
दरअसल नागपुर में आयोजित एक मारवाड़ी कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बयान दिया कि। "हमारी चौथी बार सरकार बनने की गारंटी नहीं है लेकिन कोई भी सरकार आए रामदास अठावले का फिर से मंत्री बनना तय है"
लगातार तीसरी बार सत्ता में आए पीएम मोदी भले ही साल 2029 का चुनाव भी जीतने का दावा करते रहे हों लेकिन यहां तो उन्हीं के मंत्री नितिन गडकरी ने बयान दे दिया कि हमारी चौथी बार सरकार बनने की गारंटी नहीं है।और ये बयान देने के बाद गडकरी भी जानते थे कि सियासी बवाल जरूर मचेगा। इसीलिये उन्होंने तुरंत सफाई देते हुए कह दिया कि। मैं तो बस मजाक कर रहा था। क्योंकि जिस वक्त नितिन गडकरी ने ये बयान दिया। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले भी मंच पर मौजूद थे। जो लगातार तीन बार से मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं। इसीलिये नितिन गडकरी ने उन्हें एलजेपी नेता रामविलास पासवान की तरह राजनीति का मौसम विज्ञानी भी बता दिया था। वैसे आपको बता दें ये कोई पहली बार नहीं जब नितिन गडकरी ने इशारों ही इशारों में कोई बड़ा बयान दिया हो। इससे पहले उन्होंने कहा था कि। राजा ऐसा हो जो आलोचना झेल सके, उस पर आत्मचिंतन करें यही लोकतंत्र की सबसे बड़ी परीक्षा ।
तो वहीं एक बयान में नितिन गडकरी ने कहा था कि घोड़ों को नहीं मिल रही है घास और गधे खा रहे हैं च्यवनप्राश, समझने वालों को इशारा ही काफी है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इन बयानों में पीएम मोदी का नाम तो नहीं लिया। लेकिन विरोधियों ने उनके इस बयान को लेकर मोदी को कोसने में कोई कसर नहीं छोड़ी।आपको बता दें नितिन गडकरी एक ऐसे नेता हैं जिन्हें बीजेपी ही नहीं। विपक्ष भी पसंद करता है। तेजस्वी यादव। सोनिया गांधी। और ओवैसी जैसे नेता भी कई मौके पर उनकी तारीफ कर चुके हैं। इतना ही नहीं नितिन गडकरी के बारे में तो यहां तक कहा गया है कि अगर वह प्रधानमंत्री के लिए बीजेपी की पसंद होते तो भारत की राजनीतिक संस्कृति जहरीली नहीं होती। बहरहाल अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले नितिन गडकरी ने इस बार मजाक ही मजाक जो बयान दिया है कि हमारी चौथी बार सरकार बनने की गारंटी नहीं है।